बीकानेर। कृषि महाविद्यालय में राष्ट्रीय कृषि विकास परियोजना के अन्तर्गत चल रही बूंद-बूंद सिंचाई द्वारा गेंदा उत्पादन तकनीक का एक दिवसीय किसान प्रशिक्षण शिविर शुक्रवार को आयोजित किया गया। शिविर में जिले के 50 किसानों ने भाग लिया। परियोजना प्रभारी डॉ. राजीव कुमार नारोलिया ने बताया कि इस परियोजना के तहत जिले के किसानों को गेंदे का बूंद-बूंद सिंचाई द्वारा उत्पादन करने का प्रयोगिक प्रशिक्षण दो वर्षों से दिया जा रहा है। किसानों को रोकड़ फसल गेंदा के उत्पादन हेतु प्रेरित करने के लिए महाविद्यालय मे गेंदे की विभिन्न किस्मों के प्रयोगिक प्रक्षेत्र लगाए हुए हैं। जिससे किसानों का गेंदा खेती की ओर रुझान बढ़ा है।

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उद्यान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पी. के. यादव ने किसानों को गेंदा उत्पादन की उन्नत तकनीक एवं इसके विपणन की विस्तृत जानकारी दी। पादप व्याधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. दाताराम ने गेंदे के पौधे एवं फूलों मे होने वाली बीमारियों एवं उनकी रोकथाम व बचाव की जानकारी दी। शस्य विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. भूनिया ने गेंदे की खेती में सिंचाई तकनीक, उचित समय एवं जल बचत हेतु काली पॉलिथीन के उपयोग व विधियों के बारे में किसानों को बताया। पोलिथीन के उपयोग से जल बचत के साथ-साथ तापमान नियंत्रण एवं खरपतवार की रोकथाम के बारे में जानकारी दी गई।