OmExpress News / Leh / प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अचानक लद्दाख का दौरा किया और चीन सीमा से सटी फॉरवर्ड लोकेशन से नाम लिए बिना दुश्मन को कड़ा संदेश दिया। यहां पर पोस्टेड सैनिकों के साथ मुलाकात करने के बाद पीएम मोदी ने उन्हें संबोधित किया। 14 कोर फायर एंड फ्यूरी के ऑफिसर्स और जवानों से मुखातिब होते हुए पीएम मोदी ने चीन को स्पष्ट कर दिया कि अब वह दौर नहीं है जब विस्तारवाद नीति को आगे बढ़ाया जाए। (PM Modi Tough Message to China)
कमजोर लोग शांति के लिए कदम नहीं उठाते
15 जून को गलवान घाटी में चीन के साथ गलवान घाटी में हिंसा हुई थी उसमें 20 सैनिक शहीद हुए थे। ये सभी सैनिक लेह स्थित XIV कोर के तहत पोस्टेड थे। पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत मां के दुश्मनों ने आपकी आग और प्रकोप को देखा है।’ पीएम मोदी ने कहा देश के हर घर में अब यहां के वीर सैनिकों का जिक्र हो रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि यहां पर सैनिकों ने उन लोगों को करारा जवाब दिया जिसने जीत हासिल करने की एक असफल कोशिश की थी। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा से दुनिया को शांति का मार्ग दिखाया है लेकिन जो कमजोर हैं वह कभी भी शांति के लिए कदम नहीं उठा सकते हैं।
चीन पर आक्रामक रुख अपनाए रहे पीएम मोदी लगातार
पीएम मोदी ने कहा, ‘हम वही लोग हैं जो भगवान कृष्ण की बांसुरी को पसंद करते हैं लेकिन हम उन्हीं भगवान कृष्ण को भी पूजते हैं जिनके हाथ में सुदर्शन चक्र होता हैं।’ पीएम मोदी ने चीन को चैलेंज देते हुए कहा कि अब विस्तारवाद का दौर खत्म हो चुका है। यह समय विकास का समय है, न कि विस्तार का।
पीएम मोदी लगातार चीन पर आक्रामक रुख अपनाए रहे। उन्होंने कहा कि कुछ देशों की विस्तारवाद नीतियों ने दुनिया की शांति को भंग कर दिया है। लेकिन इतिहास गवाह है कि विस्तारवादी ताकतों को या तो पराजय का मुंह देखना पड़ा है या फिर उन्हें पीछे जाना पड़ा है।
भारत-अमेरिकी की दोस्ती से चीन को ‘जलन’
बुधवार को अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने भारत की ओर से 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाने के फैसले का स्वागत किया था। ऐप पर प्रतिबंध के बाद भारत को मिले अमेरिकी सपोर्ट से बीजिंग बौखला गया है।
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो का जिक्र करते हुए लिखा है कि पोम्पियो झूठ फैलाते रहते हैं और लोगों को बरगलाते हैं। ग्लोबल टाइम्स ने आगे लिखा है कि भारत-चीन संबंधों में आई तल्खी को देख अमेरिका चीयरलीडर की तरह काम कर रहा है।
अखबार ने अपने संपादकीय में लिखा है कि पोम्पियो का मकसद है कि भारत और चीन के संबंधों में जो गर्मी आई है उसमें थोड़ा पेट्रोल डाल दें ताकि दोनों देशों के बीच दुश्मनी हो जाए। अखबार ने लिखा है कि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के बयान और समर्थन मिलने के बाद भारतीय मीडिया उत्सव मना रहा है।
भारतीय मीडिया इस तरह से रिपोर्ट तैयार कर रहा है जैसे अमेरिकी विदेश मंत्री के बयान के बाद चीन भारत के कदमों आ गया। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि माइक पोम्पियो भारत में बढ़ते राष्ट्रवाद का लाभ उठा रहा है। अखबार ने अमेरिकी विदेश मंत्री पर तंज कसते हुए यहां तक लिखा दिया है कि माइक पोम्पियो एक बार सीआईए के मुखिया रह चुके हैं।