OmExpress / नई दिल्ली / महाराष्ट्र के सोलापुर लोकसभा क्षेत्र की चुनावी फिजा इसबार बहुत ही दिलचस्प हो गई है। वहां वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) के प्रकाश अंबेडकर की मौजूदगी के चलते बीजेपी और कांग्रेस दोनों की चिंता बढ़ गई है। गौरतलब है कि अंबेडकर को भारिप बहुजन महासंघ एवं असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम (AIMIM) का समर्थन हासिल है, ऐसे में वो दोनों का खेल बिगाड़ने की ताकत रखते हैं। Prakash Ambedkar
आईएएनएस के मुताबिक सोलापुर सीट पर इसबार कांग्रेस के टिकट पर पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और भाजपा के महास्वामी जयसिद्धेश्वर शिवाचार्य मैदान में हैं। शिंदे अपने गृह क्षेत्र से चौथी बार जीतकर लोकसभा पहुंचना चाहते हैं। जबकि, महास्वामी को अपने 3.60 लाख लिंगायत वोट के दम पर लड़ाई जीत लेने का भरोसा है। शिंदे को दलित और मुस्लिम वोट के दम पर जीतने का पूरा विश्वास है। शिंदे के पक्ष में एक बात ये भी है कि सोलापुर से 16 लोकसभा चुनावों में कांग्रेस 12 बार जीत चुकी है। Prakash Ambedkar
अंबेडकर अपनी जीत मान रहे पक्की
वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) और एआईएमआईएम (AIMIM) के संयुक्त उम्मीदवार प्रकाश अंबेडकर यहां 3.50 लाख मराठा, 3 लाख धांगर, 3 लाख मुस्लिम और 2.5 लाख दलित वोट बैंक के दम पर अपनी जीत पक्की मान रहे हैं। ऐसे में शिंदे के लिए कांग्रेस के परंपरागत मतदाताओं को जोड़ना बहुत बड़ी चुनौती है। हालांकि, उन्हें सोलापुर सेंट्रल क्षेत्र से अपनी विधायक बेटी के प्रभाव का कुछ फायदा मिलने की उम्मीद जरूर है।
इस सीट पर पिछलीबार बीजेपी के शरद बनसोडे ने शिंदे को 1.50 लाख मतों से पराजित किया था। लेकिन, पार्टी ने इसबार उनकी जगह महास्वामी सिद्धेश्वर पर भरोसा किया है। अंबेडकर सोलापुर के अलावा अकोला लोकसभा क्षेत्र से भी चुनाव लड़ रहे हैं। शिंदे को राज्य में 56 पार्टियों के महागठबंधन का समर्थन हासिल है, तो महास्वामी को लिंगायत समर्थक और बीजेपी-शिवसेना गठबंधन पर विश्वास है। Prakash Ambedkar