समाज के उत्थान के लिए युवाओं में एकजुटता जरूरी : आचार्य
समाज के उत्थान के लिए युवाओं में एकजुटता जरूरी : आचार्य
समाज के उत्थान के लिए युवाओं में एकजुटता जरूरी : आचार्य

बीकानेर। पुष्करणा समाज के लिए श्री पुष्करणा बाह्मण शैक्षणिक एवं आर्थिक विकास समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम मे संस्कारों के उन्नयन, शैक्षिक व आर्थिक विकास के लिए समाज के अग्रणी युवाओं ने एक स्वर मे एकजुटता का आह्वान किया ।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप महापौर अशोक आचार्य ने समाज के उत्थान हेतु उच्च संस्कारों को बनाये रखने के साथ ही आधुनिक शिक्षा पर ध्यान की जरूरत बताई और इस कार्य के लिए जरूरी संसाधनों को उपलब्ध करवाने के लिए आश्वत किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अविनाश जोशी ने रोजगारपरक शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि समाज का एक बड़ा वर्ग आज भी परम्पराओं से हट नही पा रहा है जिससे समयनुसार जरूरी परिर्वतनों के कारण वे पिछड़ते जा रहे है, हमे उन्हें जागरूक करना होगा और जरूरी संसाधन भी जुटाने होंगे तथा इन्होने अपनी ओर से भी हर तरह का सहयोग देने की बात कही।
कार्यक्रम मे अति विशिष्ट अतिथि आरएएस ज्योतिबाला ने महिलाओं को रोजगार के साथ समाज के कार्यक्रमों मे जोड़ने के लिए जोर देते हुए कहा कि एक महिला के जागरूक होने से पूरी पीढ़ी जागरूक हो जाती है और हमे भी समाज की महिलाओं को आगे लाना होगा। विशिष्ट अतिथि डॉ राहुल हर्ष ने शिक्षा के साथ पारम्परिक रोजगार परक विद्याओं की उपयोगिता पर प्रकाश डाला और समाज की नई पीढ़ी द्वारा इसे अपनाने के लिए कहा।
विशिष्ट अतिथि डॉ बिट्ठल बिस्सा ने भी छात्रों और युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि कम से कम प्रश्न पत्रों पर ही पास होने की प्रवृति से बचना होगा और उच्च शिक्षा ग्रहण करनी होगी तथा उसी के अनुसार देश विदेश मे उपलब्ध कोई भी सेवा क्षेत्र मे जाने की मानसिकता रखनी होगी। विशिष्ट अतिथि सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के निदेशक विकास हर्ष ने पुष्करणा समाज के गौरवमयी इतिहास और वर्तमान मे उच्च पदों पर बैठे व्यक्त्यिों पर प्रकाश डालते हुए समाज के वंचित हो रहे वर्ग को सहायता उपलब्ध करवाने पर बल दिया। उन्होने अनारक्षित वर्गों के लिए भी विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी साझा की तथा डाक बंगले मे चल रहे सूचना व जनसंपर्क कार्यालय की पुस्तकालय की उपयोगिता छात्र हित मे उपलब्ध होने की बात कही।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ गौरव बिस्सा ने अपने ओजस्वीपूर्ण उद्बोधन मे समाज के विकास और छवि मे आड़े आने वाली प्रवृत्तियों पर प्रकाश डालते हुए उनसे बचने और संस्कारों और उन्हे व्यावसायिक शिक्षा अपनाने पर जोर दिया। उन्होने जीवन मे उन्नति के लिए मिलने वाले अवसरों को स्वीकारने की बात कही चाहे वो शहर से बाहर ही क्यो न हांे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथी अशोक ओझा ने संस्कारों और बाह्मणोचित कार्यो को करने पर जोर दिया।
कार्यक्रम मे कर्मचारि नेता भंवर पुरोहित, नवरतन व्यास, डॉ रितेश व्यास, रूपकिशोर पुरोहित, राजकुमार किराडू, गोपाल व्यास, दीपक हर्ष, अधिवक्ता विजयलक्ष्मी व्यास, मजदूर नेता गौरीशंकर व्यास, डॉ योगेश व्यास , डॉ उमेशचन्द्र पुरोहित सहित कई वक्ताओं ने अपने सुझाव रखे दिये तथा समाजहित के लिए आर्थिक और संसाधनों की घोषणा की।
कार्यक्रम मे आए हुए सभी प्रस्तावों, सुझावों और घोषणाओं का संकलन आनन्द आचार्य द्वारा किया गया जिसको संपादित करते हुए सोमवार को होने वाले प्रथम सत्र मे आगामी कार्यक्रम रूपरेखा के रूप मे पेश किया जायेगा।
कार्यक्रम मे रामेन्द्र हर्ष ने सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा समिति के पदाधिकारीगण रामकुमार पुरोहित, वीरेन्द्र किराडू, अनिल पुरोहित सहित कार्यक्रर्ता पवन व्यास, सोनूराम, केशरीचन्द्र भादाणी, महेश बिस्सा, शुभम व्यास, श्याम सुन्दर जोशी, सम्पत राम व भवानीशंकर रंगा ने सहयोग दिया।
कार्यक्रम के अंत मे मंचस्थ अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन रोहित बोड़ा ने किया तथा समिति के अध्यक्ष मोहन लाल किराडू ने सभी अतिथियों का आभार जताया। इस अवसर समाज के गणमान्यजन मौजूद थे।