लोकतंत्र की मजबूती के लिए एक-एक मतदाता करें मतदान : आर एस वर्मा
OmExpress News / हर्षित सैनी / रोहतक / उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी आर एस वर्मा ने कहा है कि लोकतंत्र की मतबूती के लिए यह जरूरी है कि हरेक पात्र व्यक्ति चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करें। कोई भी व्यक्ति मताधिकार का प्रयोग तभी कर पायेगा जब उसका नाम मतदाता सूची में दर्ज होगा। Rohtak Hindi News
वे आज रोहतक विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले विभिन्न मतदान केंद्रों का निरीक्षण करने के दौरान मौजूद लोगों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पात्र लोगों के नाम मतदाता सूची में दर्ज कराने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत ही बीएलओज रविवार के दिन भी प्रात: 9 बजे से लेकर सायं 5 बजे तक अपने-अपने मतदान केंद्रों पर बैठकर दावे व आपत्तियां प्राप्त कर रहे हैं।
डीसी ने कहा कि मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए एक जनवरी 2019 को क्वालीफाईंग तिथि माना गया है। इस तिथि के अनुसार जो भी व्यक्ति 18 वर्ष या इससे अधिक आयु का हो गया है तो वह मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए अपने आवेदन दे सकता है। Rohtak Hindi News
उपायुक्त ने रोहतक के विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले सैक्टर 14, जाट भवन, खेड़ी साध व मायना गांव में बनाए गए मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। मतदान केंद्रों पर मौजूद बीएलओज और मतदाताओं से बातचीत भी की। इस मौके पर तहसीलदार चुनाव सुरेंद्र हुड्डा भी उनके साथ थे।
कलानौर में कानूनी जागरुकता व साक्षरता कार्यक्रम आयोजित
गरीबी उन्मूलन एंव सामाजिक सुरक्षा (नालसा स्कीम 2015) के विषय पर जिला एवं सत्र न्यायधीश एएस नारंग एवं सीजेएम खत्री सौरभ के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण रोहतक के पैनल के वरिष्ठ अधिवक्ता राजबीर कश्यप द्वारा आज वार्ड नं 8 नजदीक सांई मंदिर कलानौर में उपरोक्त विषय पर एक विशेष कानूनी जागरुकता व साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। Rohtak Hindi News
कश्यप ने गरीबी उन्मूलन एवं सामाजिक सुरक्षा के संबध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 की धारा (41)के अंतर्गत, अधिनियम के राष्ट्रीय प्राधिकरण के रूप में परिकल्पित राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण का दायित्व है कि वो लोगों के बीच विधिक जागरुकता व साक्षरता फैलाने के विषय में उचित उपाय करे एवं विशेष रूप से समाज के कमजोर वर्गों के लोगों को जागरूक करें।
उन्होंने बताया कि नालसा की यह योजना इस आधार पर बनाई गई है कि गरीबी एक बहु-आयामी अनुभव है और यह केवल आय संबधित समस्याओं तक सीमित नहीं होती है। बहु-आयामी गरीबी, पेंशन, मैत्रीक देखरेख, शीशु-मरण, पानी, शिक्षा, सफाई, सहायता एंव मौलिक सेवाएं, सामाजिक निष्कासन, पक्षपात इत्यादि जैसी समस्याओं को शामिल किये हुये है। Rohtak Hindi News
उनका कहना था कि इस योजना के मुख्य लक्ष्य समाज के सामाजिक एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को दिए गए लाभों एवं मौलिक अधिकारों तक पहुंच को सुनिश्चित करना, विधिक सहायता को सशक्त बनाना, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा गरीबी उन्मूलन योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाना, योजनाओं की नवीनतम जानकारियों का लेखा तैयार करना, पैनल अधिवक्ताओं द्वारा जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करना तथा सरकारी निकायों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के बीच संपर्क बढ़ाना।
यह योजना गरीबी उन्मूलन व सामाजिक सुरक्षा उपायों की पहचान हेतू एक प्रक्रिया को प्रस्तुत करती है एवं आशयित लाभार्थीयों द्वारा ऐसे उपायों तक पहुंच को सरल बनाने हेतू पद्धति प्रदान करती है। इस योजना का निर्माण करते समय यह ख्याल रखा गया है कि क्षेत्रीय भिन्नताएं एंव आवश्यकताऐं हो सकती हैं और इनको विशेष रूप से विचार में रखा गया है। आज जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण का पूरा पूरा उरदायित्व है कि इस राष्ट्रीय योजना को लागू कराने में अपनी अहम भूमिका अदा करे।
इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता राजबीर कश्यप, पीएलवी माया देवी, पीएलवी रेनू देवी, समाजसेवी रमेश कुमार व काफी संख्या में महिलाएं उपस्थित रही। Rohtak Hindi News
दूषित पानी, भोजन व संक्रमण से फैलता है हेपेटाइटिस : डॉ. बिरला
विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर आज स्थानीय राजीव चौक पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला ने शहर के प्रबुद्ध एवं सामाजिक लोगों को हैपेटाइटिस के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए कहा कि हेपेटाइटिस ए,बी,सी,डी, ई 5 तरह का होता है। ए और ई आमतौर पर दूषित पानी व भोजन के सेवन से फैलता है। लेकिन बी, सी और डी आमतौर पर संक्रमित व्यक्ति के मूत्र व रक्त अथवा अन्य द्रव पदार्थ के संपर्क में आने से होता है।
उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस संक्रमित मां से पैदा होने वाले बच्चे को भी हो सकता है तथा संक्रमित सूईयों का प्रयोग करने से भी यह बीमारी फैल सकती है। यह व्यक्ति के लीवर को प्रभावित करता है। विशेषकर लक्षण पीलिया, गहरे रंग का पीला मूत्र, थकान, आंखें पीली होना, उल्टी, पेट दर्द जैसी शिकायतें हो सकती हैं। यदि ऐसा हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यदि घर में कोई व्यक्ति हेपेटाइटिस से पीडि़त है तो परिवार के सभी सदस्य अपनी जांच अवश्य कराएं ताकि इस बीमारी से बचा जा सके। Rohtak Hindi News
कार्यक्रम के उपरांत लोगों को जागरूक करने के लिए सिविल सर्जन ने एक साईकिल रैली को हरी झंडी दिखाकर के खरावड़ के लिए रवाना किया। इस रैली का मुख्य उद्देश्य हेपेटाइटिस के बारे में लोगों को जागरूक करना और लोगों को इस बीमारी से बचने के लिए पूर्ण जानकारी देना है। चौक पर ही कैप्टन दयाराम ने 20 वर्ष पूर्ण हुए कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों की शहादत में मोमबत्ती जलाकर व फूल चढ़ाकर उन्हें नमन किया गया तथा उनकी याद में 2 मिनट का मौन भी रखा गया। कैप्टन दयाराम ने कारगिल युद्ध के बारे में पूरी जानकारी दी।
इस अवसर पर उप सिविल सर्जन डॉ मंजू काद्यान, उप सिविल सर्जन डॉ राजवीर सभरवाल, उप सिविल सर्जन डॉ. डिंपल, उप सिविल सर्जन डॉ रमनजीत कौर, चिकित्सा अधिकारी डॉ अरुण कुमार, डॉ संजीव मलिक, सुरेश भारद्वाज, दीपक कुमार, डॉ विजय कुमार, मुकेश कुमार, रोहतक साइकिलिंग क्लब से कैप्टन दयाराम, राजेंद्र गोयल, सज्जन कुमार, गौरव जुनेजा, स्वीटी मलिक सहित आदि उपस्थित रहे।
कॉलेजों की विश्वविद्यालय से संबद्धता खत्म कर उन्हें स्वायत्तता प्रदान करने के नाम पर आर्थिक जिम्मेदारी कॉलेजों पर डालने से होगी शिक्षा महंगी : कमल साईं
अनूप कुमार सैनी / ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन (एआईडीएसओ) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2019 के ड्राफ्ट पर नितानंद पब्लिक स्कूल, रोहतक में सेमिनार का आयोजन किया। जिसमें संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल साईं व उपाध्यक्ष डॉ. मुकेश सेमवाल ने मुख्य वक्ता के तौर पर शिरकत की।
मुख्य वक्ता कमल साईं ने कहा कि ड्राफ्ट एनईपी-2019 में निजी संस्थानों को फीस वृद्धि के लिए खुला छोड़ देने, स्कूल स्तर से व्यवसायीकरण को लागू करने का सुझाव है। उनका कहना था कि सभी कॉलेजों की विश्वविद्यालय से संबद्धता खत्म कर उन्हें स्वायत्तता प्रदान करने के नाम पर आर्थिक जिम्मेदारी कॉलेजों पर डाली जाएगी। इससे शिक्षा महंगी होगी और शिक्षा के व्यापारी करण को बढ़ावा मिलेगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मेडिकल शिक्षा में नीट की तरह ‘एग्जिट टेस्ट’ की सिफारिश है। मेडिकल शिक्षा को वैश्विक कोमोडिटी बनाने के लिए विदेशी छात्रों के दाखिले मुक्त होंगे। यह सीधे-सीधे मेडिकल शिक्षा को व्यापारीकरण की तरफ धकेल देगा। ड्राफ्ट एनईपी में राष्ट्रीय अनुसंधान फाऊंडेशन की स्थापना करने का सुझाव है। इस फाऊंडेशन की संरचना केंद्रीकृत व राजनीतिक नियंत्रण में होगी।
उन्होंने कहा कि कम्पनियों के बाजार की जरूरत को पूरा करने के लिए ही रिसर्च होगी। ड्राफ्ट के अनुसार, स्नातक कोर्स चार साल का कर दिया जाएगा। जिसमें कई प्रवेश व निकास द्वार होंगे इससे छात्रों को विस्तृत ज्ञान हासिल करने पर घातक हमला होगा।
डॉ. मुकेश सेमवाल ने बताया कि स्कूल में 5 + 3 + 3 + 4 का पैटर्न लागू किया जाएगा, जिसमें आंगनवाड़ी के 3 सालों को भी स्कूल की औपचारिक शिक्षा के तहत लाया जाएगा। जिससे आंगनवाड़ी की भूमिका खत्म हो जाएगी। नौवीं कक्षा से बारहवीं तक सेमेस्टर प्रणाली लागू की जाएगी, जो सीखने की प्रक्रिया को ही बाधित करेगा।
उन्होंने बताया कि स्कूल स्तर पर ‘नो डिटेंशन पॉलिसी’ 2009 से लागू है, जिससे स्कूली शिक्षा तबाह हो गई है। इसे खत्म करने का कोई सुझाव इस ड्राफ्ट में नहीं है। ड्राफ्ट में स्कूल कंपलेक्स खोलने का सुझाव है, जिससे स्कूलों की ‘क्लोजर व मर्जर नीति’ को बढ़ावा मिलेगा। निजी इकाइयों के व्यापार में फायदा पहुंचाने के लिए यह किया जा रहा है। Rohtak Hindi News
डॉ. मुकेश के अनुसार ड्राफ्ट में अंग्रेजी भाषा का अवमूल्यन करके पूरे देश में त्रि-भाषायी प्रणाली लागू करने को कहा गया है। इससे हिंदी व गैर हिंदी भाषी लोगों में मतभेद पैदा हो गया है। ड्राफ्ट के अनुसार धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने की बजाय शिक्षा में धार्मिक सामग्री लागू की जाएगी। इससे सांप्रदायिक, जातिवादी व विभाजनकारी ताकतों को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने बताया कि यूजीसी, एआईसीटीई, एमसीआई व बीसीआई आदि स्वायत्त निकायों को विघटित या खत्म करके विभिन्न स्तर पर नेशनल हायर एजुकेशन रेगुलेटरी अथॉरिटी (एनएचईआरए) मनाई जाएगी, जो केंद्र सरकार के इशारे पर काम करेगी। इससे शिक्षा का फासीवादी केंद्रीकरण बढ़ेगा।
वरिष्ठ पत्रकार ओपी तिवारी ने कहा कि अगर यह शिक्षा नीति लागू हो जाती है तो देश में शिक्षा व्यापार बन जाएगी। सब कुछ केंद्र सरकार की मुट्ठी में आ जाएगा। जो हमारी शिक्षा व्यवस्था के लिए खतरनाक साबित होगा। इसलिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के इस ड्राफ्ट से केंद्र सरकार की छुपी मंसा को समझना है और उसका पर्दाफाश करना है। यह जिम्मेदारी आज हमारे कंधों पर है।
सेमिनार में प्रदेश सचिव हरीश कुमार, मदवि इंचार्ज उमेश कुमार, शिवाशीष प्रहराज, प्रवक्ता अनिल कुमार, डॉ प्रीति, मेडिकल सर्विस सेंटर से डॉ नरेश, डॉ मुस्कान, राजेश, अमित, आकाश, रोहन, स्फूर्ति सुहाग, विधि गुलिया, विशू दहिया आदि ने भी अपने विचार रखे।
नशे के खिलाफ भोले के भक्त जयहिन्द ने उठाई कावड़
आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष पंडित नवीन जयहिंद ने हरिद्वार की हरकी पैड़ी से नशे की खिलाफ कावड़ उठाई है। यह कावड़ यात्रा हरिद्वार से हरियाणा के अलग-अलग जिलों से होती हुई शिवरात्रि के दिन रोहतक पहुंचेगी। उनकी यह कावड़ यात्रा प्रदेश के युवाओं के लिए है, जो आज नशे की गर्त में जा रहे है। उन्हें प्रदेश के युवाओं से आह्वान किया है कि वे इस बुराई का त्याग कर देश की सेवा करें।
हरियाणा में जो कभी दूध-दही का खाना के लिए जाना जाता था। आज वहां नशे की बड़ी-बड़ी खेप मिल रही है। युवा सरकार की नाकामी की वजह से नशे के आदि हो रहे हैं। इसी को लेकर नवीन जयहिन्द ने कावड़ यात्रा शुरू कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी वे प्रदेश की शान्ति व भाईचारे के लिए कावड़ लाए थे। इस बार वे प्रदेश के युवाओं में फ़ैल रहे नशे के जहर के खिलाफ कावड़ यात्रा लाने का संकल्प लिया था। इस यात्रा का नाम “नशा छुडाओ-युवा बचाओ कावड़ यात्रा” दिया गया है।
एम्स की रिपोर्ट के अनुसार भी प्रदेश पंजाब के बाद हरियाणा दूसरा राज्य है, जहां नशा सबसे तेजी से अपनी जड़े फैला रहा है और हर साल नशे से जूझ रहे युवाओं की संख्या बढ़ रही है। अपराध के वक्त 60 प्रतिशत अपराधी नशे में होते हैं और महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध 70 प्रतिशत नशे की वजह से होते हैं। बेरोजगार की वजह से युवा नशे के आदि हो रहे हैं और संगीन अपराध में संलिप्त हो रहे हैं। प्रदेशाध्यक्ष का खट्टर सरकार से सवाल है कि सरकार और प्रशासन की सह के बिना कोई पानी नही बेच सकता तो नशा कैसे बिक रहा है?
प्रदेशाध्यक्ष ने नवीन जयहिन्द इस कावड़ यात्रा के माध्यम से प्रदेश के युवाओं के बीच जाएंगे और नशे को लेकर के जागरूक अभियान पूरे हरियाणा में चलाएंगे। साथी युवाओं से अपील की है कि वो नशे को छोड़ कर एक स्वस्थ और खुशहाल जिन्दगी को अपनाएं और देश व समाज के लिए अपना जीवन जिएं।