जयपुर। स्मार्ट सिटी के लिए चयनित 100 शहरों के सिटीजन इंगेजमेंट कॉन्सेप्ट की दौड़ में जयपुर छठे नंबर पर आ गया है। अहमदाबाद की स्टडी स्मार्ट सिटी वॉच में यह बात सामने आई है। यानी जयपुर के लिए जिस प्रकार जनता से जुड़ाव का कॉन्सेप्ट तैयार किया जा रहा है वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्मार्ट सिटी कॉन्सेप्ट से मेल खा रहा है। ऐसे में देश के इन 100 शहरों में से श्रेष्ठ 20 शहरों को पैसा मिलना है उनकी दौड़ में जयपुर काफी आगे निकल गया है।
जयपुर के स्मार्ट सिटी कॉन्सेप्ट का तानाबाना जयपुर नगर निगम एक कंसल्टेंट कंपनी मॉट मैकडोनल्ड के साथ मिलकर तैयार कर रही है। कंसल्टेंट कंपनी ने पिछले दिनों जयपुरवासियों से वार्ड पार्षदों के माध्यम से स्मार्ट सिटी को लेकर सुझाव आमंत्रित किए थे। साथ ही स्कूली बच्चों की बड़ी पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की थी। साथ ही शहर के अलग-अलग फील्ड के स्टेक होल्डर्स से रूबरू होकर मंथन किया था। इसमें कई ऐसे सुझाव आए जो लीक से हटकर थे।
एसएमएस वोटिंग प्रक्रिया शुरू
अब कंसल्टेंट कंपनी की ओर से अलग-अलग मोबाइल कंपनियों के जरिए एसएमएस वोटिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। सभी मोबाइल कंपनियों को इसके लिए कहा गया है। इसमें प्रत्येक मोबाइल उपभोक्ता के पास हेरिटेज एंड टूरिज्म, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, सिविक इन्फ्रास्ट्रक्चर, सेफ्टी एंड सिक्योरिटी जैसे ऑप्शन के आधार पर पूछा गया है कि इनमें से कौनसी तीन ज्यादा जरूरी हैं, जिनसे शहर को स्मार्ट बनाया जा सकता है। इसके साथ ही गुरुवार को वॉलंटियर्स हवा महल, जवाहर सर्किल, जेएलएन मार्ग, वैशाली नगर जैसे 10 स्पॉट्स पर जाकर लोगों से बात करेंगे और उनसे इन कॉन्सेप्ट पर बात करें और उनकी राय जानेंगे।
इन्फ्रास्ट्रक्चर से ज्यादा सुविधाओं पर रहा जोर
स्मार्ट सिटी कॉन्सेप्ट को लेकर सुझावों में शहर के इन्फ्रास्ट्रक्चर से ज्यादा इस बात पर जोर दिया गया था कि शहर में सुविधाएं भरपूर हों। इन्फ्रास्ट्रक्चर खड़ा कर देने से और सुविधाएं नहीं होने से कोई न तो कोई व्यक्ति कम समय में स्मार्ट कार्य कर पाएगा और न खुद भी स्मार्ट बन पाएगा।