OmExpress News / New Delhi / भारत में भी कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, देशभर से अबतक कोरोना वायरस के 18,601 मामलों की पुष्टि हुई है, जबकि कोरोना से अब तक मरने वालों की संख्या 590 है। केंद्र और राज्य सरकारों ने कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए कोरोना टेस्ट को बढ़ा दिया है। Rapid Testing Kits
लेकिन इसी बीच मंगलवार को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने अगले दो दिन तक रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।
States advised not to use rapid testing kits for two days. A lot of variations, kits will be tested and validated by on-ground teams and we will give advisory in the next 2 days: R Gangakhedkar, Indian Council of Medical Research (ICMR) pic.twitter.com/rWGe5a3T9Z
— ANI (@ANI) April 21, 2020
दरअसल, राजस्थान से इन टेस्ट किट के नतीजे सटीक ना आने की शिकायत के बाद आईसीएमआर ने इनके इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। सरकार के मुताबिक रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट जांच में कारगर साबित नहीं हो पा रहा है। आईसीएमआर के आर गंगाखेड़कर ने राज्यों को दो दिनों के लिए रैपिड टेस्टिंग किट का उपयोग नहीं करने की सलाह दी है। Rapid Testing Kits
उन्होंने कहा, जमीन पर काम कर रही कोरोना वायरस की टीमों द्वारा मिली शिकायतों के बाद किट का परीक्षण और सत्यापन किया जाएगा । फिलहाल के लिए इसके दो दिन तक इस्तेमाल पर रोक लगाई जा रही है।
कोरोना रैपिड किट जांच रिपोर्ट गलत आ रही है : रघु शर्मा
बता दें कि राजस्थान ने कोरोना वायरस का एंटीबॉडी रैपिड टेस्ट को रोक दिया है। वजह यह बताई जा रही है कि कोरोना रैपिड किट जांच में खरा नहीं उतर रहा है। इस पर रोक लगाकर आईसीएमआर को सूचना दी गई है। यह किट इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) द्वारा भेजी गई थी। Rapid Testing Kits
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा कहते हैं कि यह देखने में आया है कि कोरोना रैपिड किट जांच रिपोर्ट गलत आ रही है। जबकि मेडिकल स्टाफ की तरफ से इसमें कोई प्रक्रियागत चूक नहीं बरती जा रही है। फिर भी यह किट परिणाम गलत दे रहा है। ऐसे में इस पर रोक लगा दी है।