विज्ञान एवं तकनीक विकास विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का अगाज
विज्ञान एवं तकनीक विकास विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का अगाज
विज्ञान एवं तकनीक विकास विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का अगाज

बीकानेर। रायसर स्थित मंडा इंस्टिट्यूट ऑफ टैक्नोनाजी में  दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी की शुरुआत मुख्य अतिथि महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. चंद्रकला पांडया, विशिष्ट अतिथि राजस्थान तकनीक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन. पी. कौषिक एवं पूर्व कुलपति डा. एच. पी. व्यास थे । कार्यक्रम की अध्यक्षता डायरेक्टर श्रीमती सुमन चौधरी ने की । प्राचार्य प्रो. आर. पी. गुप्ता मंचासीन थे । सरस्वती वंदना व दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम की शुरुआत के पश्चात् डा. नीलम जैन ने स्वागत भाषण दिया । मुख्य अतिथि प्रोफेसर चंद्रकला पांडया ने अपने उदबोधक में व्यंग्य कथाओं के माध्यम से पौराणिक प्राचीन एवं आधुनिक विज्ञान तकनीक पर चर्चा करते हुए रोमांस विद गुडनेस की अवधारणा प्रस्तुत कर मानव विकास की आवश्यकता पर जोर दिया ।

विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर एन.पी. कौषिक ने दैनिक जीवन में विज्ञान व तकनीक षिक्षण व्यवस्था को अपनाने पर जोर दिया । विशिष्ट अतिथि प्रो. एच. पी. व्यास ने केन्द्रित एवं क्वालीटी शिक्षा पर जोर देते हुए औघोगिक इकाईयों व षिक्षण संस्थाओं के समन्वय द्वारा विकास पर जोर दिया । कांफ्रेंस की डा. नीलम जैन, प्रो. चंद्रकला पांडया, प्रो. एन. पी. कौषिक ,डा. एच. पी. व्यास थे , श्रीमती सुमन चौधरी, प्रो. आर. पी. गुप्ता द्वारा सोवेनियर का विमोचन किया गया । कांफ्रेंस कनविनर डा. नीलम जैन ने बताया कि सोवेनियर में 125 से अधिक पत्रों के सारांष प्रकाषित किये गये है इनमें से चुनिंदा पत्रों को अन्तरराष्ट्रिय जर्नल में प्रकाषित किया जायेगा । डा. नीलम के अनुसार कोन्फेंस में 200 युवा प्रतिभागिओं सहित 300 से अधिक वैज्ञानिक एवं इंजिनियर भाग ले रहे है । प्रथम सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में विषय प्रवर्तन करते हुये इंटरनेषनल सेंटर फार रेडियो सांइस जोधपुर के डायरेक्टर प्रो. ओ. पी. एन. कल्ला ने माइक्रोवेव द्वारा सामाजिक विकास विषय पर अत्यन्त सरल व सहज रूप से विज्ञान व तकनीक के गूढ व गहन विषय को विस्तार से समझाया । संचालन एवं आभार डा. किरन पारीक ने की ।
द्वितीय सत्र प्लेनेरी सेशन के रूप में हुआ इसके चेयरमेन प्रो. ओ. पी. एन. कल्ला एवं रहे । इस सत्र में आई आई टी रूडकी के प्रो. डी. एन. भार्गव, आर टी यू कोटा के प्रो. एन. पी. कौषिक, आई आई टी दिल्ली के प्रो. आर. के. सोनी ने क्रमषः वेस्ट डिस्फेजल सपस्पा, फलाई ऐश एवं लेजर तकनीक पर विशेष व्यारचान दिये । इसी सत्र मे डा. टी. एन. नाग एवं प्रो. एम. एम. सक्षेना द्वारा जल संरक्षण एवं क्वालीटी विषय पर व्याख्यान दिया गया । तृतिय सत्र टैक्निकल सत्र के रूप में संपन हुआ । इसकी अध्यक्षता प्रो. एम.एम. सक्सेना ने की । इस सत्र में 15 पत्रों का वाचन हुआ । चतुर्थ सत्र में भी 15 युवा प्रतिभगिओं ने पत्र वाचन किये । इस सत्र के चेयरमैन आई आई टी दिल्ली के प्रो. आर. के. सोनी एवं रेपरटीयर मुकुल कामरा थे ।
कान्फेंस कन्वीनर डा. नीलम जैन ने बजाया की आज प्रातः अतिथिओं द्वारा पोस्टर सेशन का उदघाटन भी किया गया जिसमें 25 पोस्टर दर्शाए गए । दो दीवसीय कांफ्रेंस  में कल भी तकनीकी सत्र आयोजित किये जाऐंगे ।