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‘रंगीला’ की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा एवं पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित

बीकानेर । खेल लेखक एवं समीक्षक झंवर लाल व्यास ‘रंगीला’ की नौंवी पुण्यतिथि के अवसर पर रंगीला फाउण्डेशन द्वारा शनिवार को नत्थूसर गेट के बाहर स्थित नालंदा सीनियर सैकण्डरी स्कूल में श्रद्धांजलि सभा एवं पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉलर मगन सिंह राजवी ने कहा कि खेल हमारे जीवन के आवश्यक अंग हैं। शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए विभिन्न खेल खेलने चाहिए। उन्होंने कहा कि खेलों के दृष्टिकोण से बीकानेर का इतिहास स्वर्णिम रहा है। यहां के अनेक खिलाड़ियों ने समय-समय पर बीकानेर का नाम पूरे देश और दुनिया में गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को भी इस परम्परा को कायम रखना चाहिए। राजस्थान शतरंज संघ के सचिव एस एल हर्ष ने कहा कि रंगीला ने खेल लेखन को नए आयाम दिए। वे शतरंज के प्रति पूर्ण निष्ठा रखते थे। कर्मचारी हितों के लिए भी उन्होंने अनवरत संघर्ष किया। उनकी स्मृति में गठित संस्था द्वारा शतरंज के नए खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए किए जा रहे प्रयास सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन लगातार होने चाहिए।
अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार लक्ष्मी नारायण रंगा ने कहा कि पारम्परिक खेलों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। कबड्डी, खो-खो जैसे ‘शून्य’ खर्च आधारित पारम्परिक खेल लुप्त होते जा रहे हैं, जो कि चिंताजनक है। उन्हें कहा कि शतरंज, खिलाड़ी को मानसिक रूप से परिपक्व बनाने वाला खेल है। एक दक्ष शातिर व्यवहारिक जीवन में आने वाले उतार-चढ़ावों का सामना भी बखूबी कर सकता है। संस्था अध्यक्ष बसंत आचार्य ने रंगीला के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संस्था रंगीला के दिखाए मार्ग का अनुसरण करने एवं उनके अधूरे सपनों को पूरा करने में जुटा है।
इससे पहले अतिथियों ने रंगीला के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। मधुसूदन व्यास ने संस्था द्वारा अब तक आयेाजित विभिन्न कार्यक्रमों और कार्यक्रम समन्वयक एडवोकेट जुगल किषोर व्यास ने 26 से 28 दिसम्बर तक आयोजित शतरंज प्रतियोगिता के बारे में बताया। दुर्गा शंकर आचार्य ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन हरि शंकर आचार्य ने किया।
कार्यक्रम में पश्चिमी राजस्थान खेल लेखक संघ के अध्यक्ष मनोज व्यास, आत्माराम भाटी, मनीष जोशी, पूर्व मिस्टर डेजर्ट राजेन्द्र व्यास, भैंरूरतन व्यास, विकास आचार्य, महेश बिस्सा, अनिरूद्ध आचार्य आदि मौजूद थे।
शतरंज प्रतियोगिता के विजेता हुए पुरस्कृत
इस अवसर पर आठवीं रंगीला स्मृति ओपन राज्य स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम समन्वयक व्यास ने बताया कि प्रतियोगिता के अंडर-14 वर्ग में आकाश स्वामी, प्रमोद चौहान एवं कार्तिक नारायण जोशी, बालिका वर्ग में हर्षिता देवात, स्नेहा व्यास और शारदा आचार्य, बाल शातिर लोकेश उपाध्याय, अंडर-18 वर्ग में देवेश प्रजापत, चंचल जैन और करण सोनी, सीनियर वर्ग में शेर सिंह, रामदेव चौधरी और बी एल प्रजापत एवं 60 वर्ष से अधिक आयु के शातिर गोविंद सारस्वत, ज्योति प्रकाश शर्मा, राम किशन और ओम प्रकाश कच्छावा को भी पुरस्कृत किया गया। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के मुख्य आर्बिटर डी पी छींपा, सत्य नारायण करनाणी, भवानी शंकर आचार्य, रामकुमार एवं यशपाल चांदना, प्रतियोगिता के सहयोगी नालंदा सीनियर सैकण्डरी स्कूल को भी सम्मानित किया गया। इसी प्रकार सब जूनियर वर्ग के प्रतिभागियों को स्मृति चिंह एवं समस्त खिलाड़ियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए।