बीकानेर। विश्व महिला दिवस के अवसर पर रविवार को जिले में विभिन्न कार्यकमों का आयोजन किया गया। ग्राम स्तर तक महिला सशक्तिकरण के संदेश की रैलिया निकाली गई, सम्मान कार्यक्रम आयोजित किए गए, प्रतियोगिताओं का आयोजन कर विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
रतन बिहारी पार्क से कलेक्ट्रेट तक महिलाओं की विशाल रैली निकाली गई जिसे जिला प्रमुख सुशीला सींवर और प्रधान राधा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर सीडीपीओ बीकानेर शहर डा0 नरेन्द्र शेखावत और सीडीपीओ कोलायत रामप्रसाद हर्ष के नेतृत्व में रैली विभिन्न मार्गो से होते हुए महिला सषक्तिकरण का संदेेश देती हुए कलेक्ट्रेट तक पहुची।
रैली में अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) अजय पाराशर,अतिरिक्त जिला एवं सत्रा न्याधीश लक्ष्मण दत्त किराडू,मुंशी मजिस्ट्रेट रेशमा खान, आंगन बाड़ी कार्यकर्ता मंजू जोशी,समाज सुनीता गौड महिला थाना की महिला सलाहकार मंजू नांगल सहित बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुई।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने की विभिन्न गतिविधियां- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्व विद्यालय के सभागार में महिला सशक्तिकरण पर आधारित कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में महिलाओं के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कर महिलाओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला प्रमुख सुशीला सींवर, न्यायिक मजिस्ट्रेट रामलाल जाट, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, उप निदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग प्रियंका गोस्वामी वृताधिकारी ममता गुप्ता,मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा0 देवेन्द्र चौधरी थे।
इस अवसर पर सुशीला सिंवर ने कहा कि समाज में अब बेटियों को भी समान अवसर मिलने लगे है। साक्षरता दर बढ़ने से समाज के लोगों में अब महिलाओं के प्रति सोच में बदलाव आया है। समाज के सभी महत्वपूर्ण पदों पर महिलाओं ने अपना उत्कृष्ट योगदान दिया है।
उप निदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग प्रियंका गोस्वामी ने कहा कि हर घर मोहल्लें में अगर बेटियों के जन्म पर थाली बजाई जायेे और उन्हे शिक्षित कर पर्याप्त अवसर दिये जाये तभी सुंदर समाज की अवधारणा साकार होगी। न्यायिक मजिस्ट्रेट रामपाल जाट ने कहा कि बेटियां ही हर घर की जगमगाहट और खुिशयां है। बेटियों के बिना घर आंगन सूना है। पीसीपीएनडीटी एक्ट की जानकारी और उसके जिले मे क्रियान्वयन की जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि कन्या भू्रण हत्या एक जघन्य अपराध है। कन्या भ्रूण हत्या रोकन के लियेे सरकारी प्रयासों के साथ आमजन के सहयोग की भी आवश्यकता है। लड़का लड़की का भेद मिटाना होगा और बेटियों और महिलाओं के प्रति सोच में बदलाव लाना होगा। मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद ने बताया कि हर ग्राम स्तर तक महिला सशक्तिकरण की अलख को जगाना होगा और इसके लिए बेटियों को पढ़ाना होगा और उन्हे एक अच्छा माहौल देना होगा। संचालन प्रेचता विजयलक्ष्मी जोशी ने किया।
कन्या भ्रुण हत्या और लिंग चयन नही करने की दिलाई गई शपथ
इस अवसर पर पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा0 देवेन्द्र चौधरी ने कन्या भ्रूण हत्या और लिंग चयन नही करवाने की शपथ उपस्थित महिला समूहों और लोगो को दिलाई। पीसीपीएनडीटी समन्वयक महेन्द्र चारण ने पीसीपीएनडीटी एक्ट के प्रावधानो के बारे में लोगों को बताया।
माता यशोदा पुरस्कार दिए गए, नृत्य व गायन प्रतियोगिताओ का हुआ आयोजन
कार्यक्रम में प्रत्येक ब्लॉक में अपने उत्कृष्ट कार्यो से विभाग मे सेवाएं देने वाली आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, आशा सहयोगिनीयों और सहायिका को माता यशोदा पुरस्कार दिया गया। पुरस्कार स्वरूप प्रत्येक ब्लॉक की सर्वश्रेष्ठ कार्यकर्ता का 5100 रूपये और आशा व सहायिका को 2100-2100 का नकद पुरस्कार दिया गया। प्रत्येक ब्लॉक की सर्वश्रेष्ठ साथिन को प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार दिया गया। इस अवसर पर महिलाओं के लिए नृत्य, गायन व महिला सशक्तिकरण पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें गायन प्रतियोगिता में सलमा प्रथम, सपना द्वितीय और सरोज तृतीय स्थान पर रही। नृत्य प्रतियोगिता में दिव्यांशी प्रथम, हिना द्वितीय व स्नेहा तृतीय रही और भाषण प्रतियोगिता में निकिता प्रथम, पार्वती द्वितीय, दुर्गावती तृतीय स्थान पर रही। निर्णायकों की भूमिका जिला प्रमुख, प्रधान और जिला आबकारी अधिकारी ने निभाई।
जिला अस्पताल में लगा विशेष शिविर
महिला दिवस के अवसर पर चिकित्सा एव स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को जिला अस्पताल में महिलाओं में होने वाले ब्रेस्ट एवं सर्वाईकल कैंसर की विशेष स्क्रीनिंग शिविर लगाया गया। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी सी एस थानवी ने बताया कि इस शिविर में वरिष्ठ चिकित्सक डा0 विजयलक्ष्मी व्यास, डा0 आर के दरगड ने अपनी सेवाए दी। विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा ब्रेस्ट केंसर और सवाईकल कैंसर की जांच की गई और स्क्रीनिंग के पश्चात कैंसर की आशंका होने पर संबंधित को चिन्हित कर पीबीएम अस्पताल में जांच व उपचार के लिए भेजा गया।
इस असवर पर डा0 सी एस थानवी ने मातृ स्वास्थ्य पर आधारित विभाग की योजनाओं की जानकारी महिलाओं को दी और कहा कि वे अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे और समय समय पर चिकित्सालय में आकर अपने स्वास्थ्य की जांच करवाये। एनसीडी इकाई के डा0 जेठमल रांका, पुनीत रंगा, गिरधर गोपाल किराडु, इंद्रजीत सिंह ढाका ने लोगों को कैंसर और अन्य बीमारीयों से बचाव व उपचार की जानकारी दी और जागरूकता के पैम्पलेटस का वितरण किया।
आशा सहयोगिनीयो को किया गया सम्मानित
कार्यक्रम में प्रत्येक ब्लॉक में उत्कृष्ट कार्य करने वाली आशा सहयोगिनीयो को जिला स्तर पर सम्मानित किया गया। जिला आशा समन्वयक रेणु बिस्सा ने बताया कि परिवार कल्याण, संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, मासिक बैठक इत्यादि में उल्लेखनीय कार्य कर विभागीय लक्ष्यों की प्राप्ति में अपना योगदान देने के लिए नोखा से वीना पारीक, पूगल से घीरेजना, खाजूवाला से राजूदेवी, बीकानेर शहर से जैनभ भाटी, लूणकरणसर से कांता और कोलायत से सुनीता खत्री को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा0 देवेन्द्र चौधरी और प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा0 सी एस थानवी ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया और भविष्य में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये कहा।