युग पुरुष महात्मा के महात्मा नाटक में गांधीजी के आदर्शों का स्मरण

बीकानेर । श्रीमद् राजचन्द्र मिशन, धर्मपुर, गुजरात तथा बीकानेर की जैन महासभा, श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास, आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को गंगाशहर के तेरापंथ भवन में ’’युग पुरुष’ (महात्मा के महात्मा) नाटक का मंचन किया गया। नाटक को बडी संख्या में लोगों ने देखा तथा मंच पर आजाद भारत के इतिहास के सबसे प्रभावक व्यक्ति महात्मा गांधी व उनको महात्मा बनाने वाले संत राजचन्द्रजी महाराज के आदर्शों से रूबरू हुए।
राजचन्द्रजी के 150 वीं जन्म जयंती वर्ष के उपलक्ष में मंचित इस प्रस्तुति से राजस्थान में प्रस्तुतियों का दौर शुरू हो गया। बुधवार से जयपुर सहित प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर इसी नाटक का मंचन किया जाएगा।
महापौर नारायण चौपड़ा, नगर विकास न्यास के अध्यक्ष महावीर रांका, पुलिस अधीक्षक डॉ.अमन दीप सिंह कपूर, श्री चिंतामणिजैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारीवाल, आचार्य तुलसी शांति प्रतिठान के अध्यक्ष लूणकरन छाजेड़, जैन महासभा के अध्यक्ष जयचंद लाल डागा ने दीप प्रज्जवलित कर प्रस्तुति का आगाज किया।
दो घंटें के दो अंकों के नाटक में बताया गया कि संत राजचन्द्रजी महाराज से महात्मा गांधी ने प्रेरणा लेकर धर्म व आध्यात्म के विविध गूढ़ विषयों को जाना तथा सत्य व अहिंसा का मार्ग अपनाकर मोहनचंद से महात्मा गांधी बन गए। नाटक में बताया गया कि राजचन्द्रजी ने ही महात्मा गांधी के जीवन में सत्य, अहिंसा ओर धर्म के संस्कारों का सिंचन किया।
प्रस्तुति से पूर्व श्रीराजचंद्र मिशन के प्रतिनिधि अभय डागा ने राजचन्द्रजी व महात्मा गांधी के आदर्शों का स्मरण दिलाते हुए प्रस्तुति की प्रासंगिकता से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा को प्रारंभ हुए विश्व प्रीमियम शो के बाद इस नाटक ने मानो एक इतिहास रचा हैै । मात्र 127 दिनों की अल्प अवधि में 79 शहरों में सोमवार तक 270 शो हो चुके है तथा करीब 2 लाख दर्शकों ने इसको देखा तथा सराहा है।
नाटक में हिस्सा लेने वाले कलाकारों को पुलिस अधीक्षक डॉ. अमन दीप कपूर व गणमान्य लोगों ने शांति प्रतिष्ठान की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
समारोह में अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन संघ के पूर्व अध्यक्ष चंपालाल डागा, जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष शिव रतन अग्रवाल, मंत्री कन्हैयालाल बोथरा, पापड़ भुजिया मैन्यूफैक्चरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष गेवर चंद मुसरफ, पार्षद मीना आसोपा, जैन महासभा के अध्यक्ष विजय कोचर सहित गणमान्य लोग, प्रशासनिक अधिकारी, रंगकमी, जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
इन्होंने निभाई पात्रता- उत्तम गड़ा द्वारा लिखित, राजेश जोशी द्वारा निर्देशित तथा सचिन जिगर द्वारा संगीतबद्ध इस नाटक में 16 कलाकारों ने 36 किरदार का अभिनय किया। हैनिस खरवर ने श्रीमद् राजचन्द्रजी का, इन्द्रजीत सोनी व दर्शन महाजन ने महातमा गांधी का, मयूर भावसार ने प्राण जीवन दास मेहता का, वीनिता बारोट ने कस्तुरबा गांधी का, गवरी विश्वकर्मा ने मिसेज पोलक का, निमेष मेहता ने सेठ अब्दुला का तथा टिंवकल दवे ने रेवाशंकर का पात्र निभाया। अन्य किरदारों में भव्य केनियां, पेश मकवाना, कृणाल गोस्वामी, जिगर चौधरी, निकुल सी.परमार,नीरव कटकिया, निलेश पटैल ने प्रभावी अभिनय किया। वस्त्र परिकल्नपना राजचन्द्र मिशन के सेवक व सेविकाओं की, प्रकाश प्रभाव भैतेश व्यास का तथा जिसका संचालन ऋषिकेश चौहान ने किया।