जयपुर 2 सितम्बर। प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अखिल अरोड़ा ने एक परिपत्र जारी कर प्रदेश के गांवों तथा कस्बों में भी कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु प्रभावी रणनीति बनाकर कार्यवाही करने के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये हैं।
इन दिशानिर्देशों के अनुसार प्रदेश के सभी ब्लॉक स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कोविड-19 संभावित मरीजों के लिए अलग से ओपीडी की व्यवस्था करने के साथ ही टेस्टिंग की सुविधा, गंभीर मरीजों हेतु रेफरल ट्रांसपोर्ट तथा आक्सीजन आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किये गये हैं। कोरोना ओपीडी में प्रशिक्षित चिकित्साधिकारी एवं पैरा मेडिकल स्टॉफ तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं।

कोरोना संभावित मरीजों की स्क्रीनिंग पल्सऑक्सीमीटर एवं थर्मल स्केनर आदि के माध्यम से करने के बाद आवश्यकतानुसार ही उनका होम आइसोलेशन या संस्थागत क्वारंटीन करने तथा टेस्ट की कार्यवाही की जाएगी। सांस की तकलीफ वाले मरीजों को संबंधित कोविड केयर अस्पताल तक पहुंचाने के दौरान ऑक्सीजन की उपलब्धता एवं रेफरल हेतु एमएमयू या 104 एम्बूलेंस की व्यवस्था आवश्यक रूप से करने के निर्देश जारी किये गये हैं।

कस्बों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में क्षेत्रवार स्क्रीनिंग कार्य हेतु आशा, एएनएम एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के तीन-तीन सदस्यों के दल गठित करने के निर्देश दिये गये हैं। इस दल में रेंडम सेम्पलिंग के लिए दो-तीन प्रशिक्षित नर्सिंगकर्मी भी शामिल किये जायेंगे। लगभग 5 पंचायतों पर एक दल गठित किया जाएगा। इन दलों को वाहन, पल्सऑक्सीमीटर एवं सेम्पल लेने हेतु वीटीएम आदि उपलब्ध कराकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्क्रीनिंग कराने के निर्देश दिये गये हैं।

जिला कलक्टर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा गांवों तथा कस्बों में की जाने वाली कार्यवाही की नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिये गये हैं।

You missed