हर्षित सैनी
रोहतक, 21 अप्रैल। जनसंपर्क को जनहित से जोड़कर सामाजिक-सामुदायिक विकास तथा राष्ट्र निर्माण का कार्य प्रशस्त किया जा सकता है। जनसंपर्क महज जीवन यापन का साधन नहीं, न केवल करियर उपयोगी प्रोफेशन है बल्कि जनसंपर्क, जन कल्याण कार्यों को करने का सशक्त माध्यम है। राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के उपलक्ष्य में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के निदेशक सुनित मुखर्जी ने यह संदेश विद्यार्थियों को दिया।
सुनित मुखर्जी ने कहा कि आईसीटी के युग में डिजिटल जनसंपर्क ने करियर तथा जनसंपर्क कार्य की नई संभावनाएं खोल दी हैं। उन्होंने सभी जनसंपर्क कर्मियों को इस दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं व्यक्त की। उन्होंने इस दिवस पर विशेष रूप से मीडिया कर्मियों का आभार जताया जिनकी वजह से जनसंपर्क का संदेश जन-जन तक पहुंचता है। जनसंपर्क के जरिए समाज में व्याप्त अंधियारे को दूर करने तथा ज्ञान व जागरूकता का दीप प्रज्ज्वलित करने का आह्वान सुनित मुखर्जी ने किया।
पीआर में करियर बनाने के इच्छुक विद्यार्थियों को संदेश
पूरे विश्व में जनसंपर्क एक सम्मानजनक प्रोफेशन है। भारत में जनसंपर्क कार्य प्राचीन समय से प्रचलन में है। आज के युग में जनसंपर्क केवल मीडिया कवरेज करने, प्रेस विज्ञप्ति जारी करने भर का कार्य नहीं बल्कि प्रबंधन स्ट्रैटीेजिक मैनेजमेंट, कारपोरेट कम्युनिकेशन, कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी, मीडिया रिलेशन्ज, इमेज मैनेजमेंट, इवेंट मैनेजमेंट, ब्रांडिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग आदि स्पेशलाइजेशन का समागम है।