नई दिल्ली,(दिनेश शर्मा “अधिकारी”): सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश रहे यूयू ललित यानि उदय उमेश ललित (64 साल) ने आज भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली| राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में उन्हें मुख्य न्यायाधीश के पद की शपथ दिलाई| शपथ लेने के बाद मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित के लिए जोरदार तालियां बजीं| इधर, इसी बीच मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित ने राष्ट्रपति और वहां उपस्थित सभी लोगों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया|
वहीं, अभिवादन करने के बाद मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने के लिए बढ़े और इस दौरान जैसे ही उन्होंने हस्ताक्षर किये| राष्ट्रपति भवन एक बार फिर तालियों से गूंज रहा था| फिलहाल, हस्ताक्षर के बाद यूयू ललित ने एक बार फिर राष्ट्रपति को प्रणाम किया। और इसके बाद अब वह मंच से उतर गए और फिर उनके कदम सीधा वहां जाकर रुके| जहां उनके पिता पहली पंक्ति में एक कोने में बैठे थे|
मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित अपने पिता के पैरों में झुक गए और इस बीच पिता ने उठकर बेटे की पीठ पर हाथ फेरा और आशीर्वाद दिया| यह दृश्य देख राष्ट्रपति भवन में तमाम हस्तियां एक बार फिर अपनी तालियां नहीं रोक पाईं| सब मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित को देखते रहे । मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित ने पिता के बाद अन्य करीबी सदस्यों का पैर छूकर आशीर्वाद लिया|
मुख्य न्यायाधीश ललित का कार्यकाल 74 दिन होगा
मुख्य न्यायाधीश ललित का कार्यकाल 74 दिन होगा। वह आठ नवंबर को रिटायर हो जाएंगे। उनके बाद सबसे सीनियर जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बनेंगे। बतादें कि, मुख्य न्यायाधीश बने यूयू ललित का जन्म 9 नवंबर 1957 को महाराष्ट्र के सोलापुर में हुआ था| वह जिस परिवार में जन्मे वह परिवार भी न्यायप्रणाली से जुड़ा हुआ था| जहां यूयू ललित की शिक्षा भी पारिवारिक माहौल के हिसाब से ही हुई|
उदय उमेश ललित ने सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश बनने से पहले एक वकील के रूप में खुद को निखारा है। वह एक जाने-माने वकील रहे हैं। यूयू ललित ने बॉम्बे हाई कोर्ट में वकालत की, इसके बाद 2004 में ललित को सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील की पदवी मिली। बतादें कि, यूयू ललित को 2014 में सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था और अब वह मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं|