बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय एवं शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति में तकनीकी शिक्षा की दिशा विषय पर राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री अतुल कोठारी राष्ट्रीय सचिव शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली ने अपने वक्तव्य में कहा की पारंपरिक ज्ञान एवं स्थानीय बुद्धिमता का अवलोकन कर इसे तकनीक के साथ जोड़ने पर प्रकाश डाला और इस संबंध में विश्वविद्यालय द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना मुख्य अतिथि द्वारा की गई। विशिष्ट अतिथि के रूप में एआईसीटीई नई दिल्ली के उपाध्यक्ष प्रो. एमपी पूनिया ने बताया कि नई शिक्षा नीति कई बदलाव जैसे मल्टीडिसीप्लिनरी अप्रोच ,स्टडी रैंक सिस्टम, मल्टीपल एंट्री एग्जिट, टू लेवल पर वोकेशनल कोर्स व मूल्य आधारित शिक्षा लेकर आई है। इन बदलावों के साथ चलने मैं शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी और शिक्षकों को चाहिए कि वह स्वयं को नई शिक्षा नीति के अनुरूप तैयार करें। कार्यक्रम के अध्यक्ष माननीय कुलपति प्रोफेसर एचडी चारण ने नई शिक्षा नीति के मुख्य पहलू मूल्य आधारित शिक्षा पर प्रकाश डाला और बताया कि आत्मनिर्भर भारत में योगदान देने में नई शिक्षा नीति अहम भूमिका निभा सकती है ।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ एस के बंसल ने बताया की विश्वविद्यालय द्वारा नई शिक्षा नीति पर विचार कर लागू करने हेतु विश्वविद्यालय और महाविद्यालय स्तर पर कमेटी बनाई गई है। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉक्टर ममता शर्मा पारीक द्वारा किया गया। प्रश्नोत्तरी सत्र के दौरान प्रतिभागियों का जिज्ञासा समाधान विशेषज्ञों द्वारा किया गया। कार्यक्रम में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के निर्देशक एकेडमिक अफेयर डॉ वाई एन सिंह भी मौजूद रहे। देश के कई विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के शिक्षकगण एवं विद्यार्थीगण भी उपस्थित रहे।