-पार्ट टाइम एमटेक डिग्री प्रदान करने वाला आरटीयू राजस्थान का प्रथम तकनीकी विश्वविद्यालय बना*

-रोज़गार में प्रगति के समुचित अवसर, भविष्य की नवीन संभावनाओ का सृजन करेगा पार्ट टाइम एमटेक : प्रो. एस. के. सिंह, कुलपति

कोटा,। पार्ट टाइम पाठयक्रमों के साथ अपने सुनहरे भविष्य का निर्माण करने की आशा रखने वाले तकनीकी क्षेत्र में कार्यरत पेशावरो की लिए खुशी की ख़बर है। अब राजस्थान तकनीकी विश्विद्यालय से भी कार्यकारी पेशेवर (वर्किंग प्रोफेशनल) भविष्य की बेहतर संभावनाओ के लिए अपनी उच्च शिक्षा जारी रख पाएंगे। सह जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा अपने अकादमिक कार्यक्रमों का विस्तार करते हुए शैक्षणीक सत्र 2023-24 से पार्ट टाइम एम. टेक. प्रारंभ किया गया हैं। ऐसा करने वाला वह राजस्थान का प्रथम तकनीकी विश्वविद्यालय बन गया है। हाल ही में तकनीकी शिक्षा के पाठ्यक्रमों का नियमन करने वाली नियामक संस्था अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद नई दिल्ली ने राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय को पार्ट टाइम एम. टेक. प्रारंभ करने के लिए अनुमोदन जारी किया है। इस अनुमोदन के अंतर्गत विश्वविद्यालय को तीन विभागों पावर सिस्टम, स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग और एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग में पार्ट टाइम एम. टेक. प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की गई है। प्रत्येक विभाग में पंद्रह सीट्स पर प्रवेश दिया जायेगा। प्रवेश की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर निर्धारित की गयी है। अतः इच्छुक अभ्यर्थी नियत तिथि तक आवेदन कर सकते है।

इस अवसर पर कुलपति प्रो.एस.के. सिंह ने कहा कि
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय ने युवाओं को रोजगार में प्रगति के समुचित अवसर प्रदान करने और भविष्य की असीम संभावनाओं के द्वार खोलते हुए, पार्ट टाइम एम टेक की सौगात दी है, जिससे निश्चय ही तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत युवा, विद्यार्थी, कामकाजी समुदाय लाभान्वित होंगा। वर्तमान रोज़गार परिदृश्य में भविष्य में बेहतर संभावनाओं की तलाश करने वाली युवाओं और राजस्थान में काम करने वाले वर्किंग प्रोफेशनल के लिए पार्ट टाइम एम. टेक. वरदान साबित होगी। यह पार्ट टाइम कोर्स अल्प समय में कौशल को बढ़ाएगा। किसी भी सेक्टर में तेजी से ग्रोथ करने में पार्ट टाइम कोर्स काफी मददगार साबित होते हैं।टेक्नोलॉजी में मास्टर्स, चाहे वह पूर्णकालिक हो या अंशकालिक, एक बहुत ही मांग वाला करियर विकल्प है। लगभग हर कंपनी को एक तकनीकी पेशेवर की आवश्यकता होती है,और यहीं पर विकल्प व्यापक रूप से उपलब्ध होते हैं। यह कार्यक्रम उन कामकाजी और सेंवारत युवाओं के लिए फायदेमंद होगा जो किन्हीं कारणों से अपनी उच्च शिक्षा जारी नहीं रख सके और इंजीनियरिंग/प्रौद्योगिकी में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद अपनी नौकरी शुरू कर दी।यह कार्यक्रम सीखने के अवसरों को बढ़ाएगा और इंजीनियरिंग/प्रौद्योगिकी में स्नातक की डिग्री के बाद कामकाजी पेशेवरों के लिए अनुकूल पदोन्नति,शोध, अनुसंधान का वातावरण प्रदान करेगा। यह कार्यक्रम सेवारत इंजीनियरों को शिक्षण और प्रशिक्षण देकर उद्योग और शिक्षाविदों के बीच एक सेतु स्थापित करेगा।