प्रयागराज. माघ पूर्णिमा पर कुंभ के 5वें स्नान के लिए रात 12 बजे बाद से ही श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में डुबकी लगाना शुरू कर दी है। इसी के साथ प्रयाग के संगम तट पर आस्थावानों का कल्पवास भी पूरा हो गया। कुंभ मेलाधिकारी विजय किरण आनंद के मुताबिक, माघ पूर्णिमा पर मंगलवार को करीब 80 लाख श्रद्धालुओं के गंगा और संगम में स्नान करने की संभावना है।

पुलवामा हमले के बाद प्रशासन अलर्ट

पुलवामा हमले के बाद प्रशासन मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पहले से ज्यादा अलर्ट है। मेलाधिकारी ने बताया कि मुख्य स्नान से पहले पुलिस के अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवान नजर रखे हैं। अतिरिक्त सुरक्षाबल की आवश्यकता पड़ेगी तो रिजर्व फोर्स लेकर तत्काल तैनाती की जाएगी। अभी मेले के लिए पर्याप्त बल है। मेला क्षेत्र में 96 कंट्रोल वॉच टावर स्थापित हैं। 440 सीसीटीवी कैमरों की मदद से निगरानी की जा रही है। मेलाधिकारी ने बताया कि त्रिवेणी स्नान के लिए सुबह से श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। देर शाम तक करीब 80 लाख लोगों के स्नान करने की संभावना है। उन्होंने कहा कि रेलगाडियों से आने वालों की भीड़ सीमित है, जबकि निजी वाहन जैसे ट्रैक्टर, जीप, बस आदि से 90 प्रतिशत श्रद्धालु संगम पहुंच रहे हैं।

आनंद ने कहा कि मकर संक्रांति, वसंत पंचमी और मौनी अमावस्या स्नान पर जो व्यवस्थाएं की गई थीं, उनमें इस बार थोड़ा संशोधन किया गया है। कुंभ मेले के डीआईजी केपी सिंह ने कहा कि पौष पूर्णिमा से शुरू होने वाला कल्पवास भी माघी पूर्णिमा पर पूरा हो रहा है। मेला प्रशासन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी श्रद्धालुओं को स्नान के बाद सुरक्षित उनके गंतव्य तक भेजने की सुविधा देना है। दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं के लिए कई मेला स्पेशल ट्रेनों के साथ ही राज्य परिवहन निगम ने रोडवेज की बसें चलाई हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को लगभग 70 लाख लोगों ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई। इस तरह सोमवार और मंगलवार को स्नान करने वालों की संख्या भी डेढ़ करोड़ के आसपास पहुंचने का अनुमान है।

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