नई पीढ़ी को साहित्यिक मंच देने की आवश्यकता -राजेन्द्र जोशी


बीकानेर। गिरजा शंकर पाठक कला, संस्कृति एवं साहित्य शोध संस्थान के तत्वावधान में वरिष्ठ कवि गिरजा शंकर पाठक की 17 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर नागरी भंडार स्थित महारानी सुदर्शना कला दीर्घा में काव्य पाठ एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार कवि-कथाकार राजेन्द्र जोशी थे तथा अध्यक्षता प्रेमनारायण व्यास ने की। गिरिजा शंकर पाठक स्मृति सम्मान
बीकानेर के मूर्धन्य वरिष्ठ साहित्यकार रमेश कुमार शर्मा एवं कवियत्री श्रीमती प्रमिला गंगल को साहित्य मनीषी सम्मान एवं वास्तु शास्त्र के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए इंजी. के. के. शर्मा को वास्तु मार्तंड सम्मान अर्पित किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि राजेन्द्र जोशी ने कहा कि प्रमिला गंगल और रमेश शर्मा का सम्मान एक युग का सम्मान है । के. के. शर्मा का सम्मान निश्चित रूप से अन्य क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को प्रेरित करेगा, उन्होंने कहा कि गिरजा शंकर पाठक ने सामाजिक समरसता एवं सद्भावना का काव्य लिखते हुए नई पीढ़ी को प्रोत्साहित किया जिसकी आज आवश्यकता है,जोशी ने कहा कि वरिष्ठ साहित्यकारों का यह उतरदायित्व बनता है कि वह अपने बाद की नई पीढ़ी को भी प्रोत्साहित करे। जोशी ने कहा कि युवा पीढ़ी पर भरोसा किया सकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रेम नारायण व्यास ने कहा कि गिरजा शंकर पाठक ने ब्रजभाषा, हिंदी भोजपुरी, राजस्थानी में गीत और कविताएं लिखी वे सरल व्यक्तित्व के सर्व स्वीकार्य कवि थे ।
सम्मानित विभूतियों को अतिथियों ने अभिनंदन पत्र श्रीफल ,शॉल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया। संस्था के सचिव डॉ अखिलानंद पाठक ने बताया कि यह संस्थान नई पीढ़ी को आगे लाने का प्रयास करता है तथा साहित्य साधना एवं अन्य क्षेत्र में योगदान देने वालों का सम्मान करता है । इस अवसर पर युवा कवयित्री राजश्री भाटी, इप्सिता पाठक, प्रीति पांडे, वरिष्ठ कवि राजाराम स्वर्णकार, राजेंद्र स्वर्णकार, जुगल पुरोहित ,बाबूलाल छंगाणी तथा कपिला पालीवाल ने काव्य पाठ किया। कार्यक्रम में डॉ.अन्नाराम शर्मा, डॉ अजय जोशी , रमेश महर्षि, दिनेश पांडे , विनोद कुमार ओझा,अभिषेक पाठक, संदीप पाठक, अनामिका पाठक, शुभम पांडे के साथ बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी उपस्थित थे कार्यक्रम का संचालन युवा कवित्री कपिला ने किया।