बीकानेर । जिला लोक शिक्षा समिति बीकानेर के तत्वावधान में 50वां अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का मुख्य समारोह स्थानीय राजकीय महारानी बालिक उ.मा.वि. के सभागार में गुरूवार को आयोजित किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर निगम बीकानेर के महापौर श्री नारायण चौपड़ा थे। अध्यक्षता जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री बी.एल.मेहरडा ने की तथा विशिष्ट अतिथि माध्यमिक शिक्षा के उप निदेशक श्री ओम प्रकाश सारस्वत एवम् बीकानेर पंचायत समिति की प्रधान श्रीमती राधादेवी सियाग थी । कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन एवं माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर उपस्थितों सरपंच , ब्लॉक कॉर्डिनेटर एवं प्रेरकों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री नारायण चौपड़ा ने स्वर्ण जयन्ती अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हमें 50वें अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर संकल्प लेना होगा कि हम अपने समाज , पड़ौसी , गाँव , प्रदेश एवं देश को साक्षर बनाने का काम करेंगे ।
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हमें साक्षरता से आगे बढ़ते हुए सतत शिक्षा की ओर कदम बढ़ाने चाहिए। श्री चौपड़ा ने कहा कि साक्षरता के महत्व को आमजन तक पहुँचा कर देश को सम्पूर्ण साक्षर बनाने में पढ़े-लिखे लोगों को अपनी भूमिका निभानी होगी। विकास की बात के साथ साथ साक्षरता को मध्य नज़र रखना होगा । उन्होंने कहा कि राष्ट्र के निर्माण की आधार सीमा शिक्षा ही है। विकास के लिए महिला एवं पुरूष दोनों को साक्षर करने की जिम्मेदारी हम सब की है।
चौपड़ा ने कहा कि साक्षरता के क्षैत्र में राजस्थान ने उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहा कि हमें दुनिया की साक्षरता के बराबर आना होगा। चौपड़ा ने कहा कि दुनिया में 86.3 प्रतिशत साक्षरता है जबकि भारत में 73 प्रतिशत एवं राजस्थान में 67.1 प्रतिशत साक्षरता है , इस दूरी को हमें दुनिया भर की साक्षरता के बराबर लाने की जरूरत है।उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में साक्षरता का प्रतिशत बढ़ा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्री बी.एल मेहरडा ने साक्षरता कर्मियों का आहवान करते हुए कहा कि प्रेरकों को लगन एंव निष्ठा से काम करने की जरूरत है। पंचायत स्तर पर संचालित लोक शिक्षा केन्द्र नियमित रूप से खुले , साक्षरता कक्षाएँ संचालित हो एवं महात्मा गाँधी पुस्तकालय एवं वाचनालय के माध्यम से अधिकाधिक संख्या में नवसाक्षर जुड़े।
मेहरडा ने जन-प्रतिनिधियों का भी आहवान करते हुए कहा कि वे नियमित रूप से साक्षरता अभियान की समीक्षा करें , साक्षरता कर्मियों को सहयोग करें। लोक शिक्षा केन्द्रों को साक्षरता का मंदिर बनाते हुए , चौपाल एवं हथाई केन्द्र बनाऐं।
उन्होंने कहा कि जिले की साक्षरता प्रतिशत 65.13 है। जिसमें भी महिलाओं का साक्षरता प्रतिशत 53.23 है। जिले में महिलाओं का साक्षरता प्रतिशत बढ़ाने के लिए साक्षर भारत अभियान से महिलाओं को जोड़ना होगा , जिले के तमाम पढ़े-लिखे लोग इस अभियान में कार्य करेंगे , असाक्षरों को साक्षर बनाऐंगे , तभी हमारा जिला साक्षर होगा।
विशिष्ट अतिथि श्री सारस्वत ने कहा कि 50वां अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस हमें समाज और देश के प्रति नेक कार्य करने की प्रेरणा देता है। साक्षरता प्राप्त करने की कोई उम्र नहीं होती उन्होंने कहा कि साक्षरता के माध्यम से ही आज हमारे समाज एवं देश के हर क्षेत्र मे उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे है।
जिला साक्षरता एवं सतत शिक्षा अधिकारी श्री अशोक कुमार सोलंकी ने कार्यक्रम के आरंभ में अतिथियों का स्वागत करते हुए जिले की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि जिले में अगस्त , 2016 तक लगभग 193744 नवसाक्षरों ने बुनियादी साक्षरता मूल्याकंन परीक्षा में शिरकत की है एवं 219 ग्राम पंचायतों में लोक शिक्षा केन्द्र संचालित किए जा रहे है तथा ग्राम पंचायत एवं गावों में स्वंयसेवी भाव से साक्षरता स्वंयसेवक निरक्षरता उन्मूलन का कार्य कर रहे है । उन्होंने बताया कि बीेकानेर जिले में सर्वे के आधार पर लगभग 352443 असाक्षर है । अब तक बीकानेर जिले में अब तक दस बेसिक साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा आयोजित हो चुकी है। जिसमें 193744 नवसाक्षरों ने भाग लिया। अभी भी जिले में शेष रहे लगभग 158699 असाक्षरों को हमें साक्षर करना है।
सोलंकी ने बताया कि जिले में आगामी फरवरी माह से समतुल्यता कार्यक्रम के तहत स्तर ‘‘ए’’,‘‘बी’’एवं ‘‘सी’’ की परिक्षाएँ प्रारंभ हो रही है जो कि कक्षा तीन , पाँच एवं आठँवी के समकक्ष होगी।
समारोह में संयोजकीय व्यक्तव्य देते हुए सहायक परियोजना अधिकारी ( वरिष्ठ ) राजेन्द्र जोशी ने कहा कि हम सबको मिल कर साक्षरता के बाद समतुल्यता कार्यक्रम की योजना बनाकर कार्य करना है । आज महिलाओं के असाक्षर होने के कारण उनके परिवार को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है , इसके लिए उन्हें स्वंय साक्षर होना पड़ेगा तथा अपने आस पास के लोगों को भी साक्षर होने के लिए जागरूक करना पड़ेगा । जोशी ने कहा कि पहला अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 1966 में मनाया गया था तथा यह पूरे विश्व मे आज के दिन मनाया जाता है। इसी के तहत हमारे जिले में भी गत 03 दशक से भी अधिक समय से यह दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि साक्षरता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 26 सरपंचों को , 30 प्रेरकों को , 24 स्वयंसेवी शिक्षकों , 24 केन्द्राधीक्षकों को , 07 समन्वयकों सहित 131 साक्षरता कर्मियों को अतिथियों ने समानित किया। उनके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम में शिरकत करने वाले कलाकारों को मुख्य अतिथि ने प्रशस्ति प्रत्र एंव स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इससे पूर्व मुख्य अतिथि श्री नारायण चौपड़ा , श्री ओम प्रकाश सारस्तवत, जिला शिक्षा साक्षरता एवं सतत शिक्षा अधिकारी श्री अशोक कुमार सोलंकी, सहायक परियोजना अधिकारी राजेन्द्र जोशी , महारानी बालिका उ.मा.वि. की प्रधानाघ्यपिका श्रीमती रक्षा सिंह । श्री ओम प्रकाश सारस्वत उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा बीकानेर ने शुभांरभ करते हुए सरस्वती के चित्र के आगे दीप प्रज्ज्वलित किया । जिला लोक शिक्षा समिति की ओर अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया । कार्यक्रम के साथ साथ रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमें सामूहिक नृत्य लेडी एंल्गिन स्कूल द्वारा एवं एकल नृत्य महारानी स्कूल द्वारा , सामूहिक नृत्य दयानन्द पब्लिक स्कूल द्वारा , सामूहिक नृत्य ‘‘देश रंगीला रंगीला देश मेरा रंगीला ’’सूरसागर स्कूल द्वारा , सामूहिक नृत्य ‘‘पींगा’’ सोफिया स्कूल द्वारा , राजस्थानी नृत्य मेलबार्न स्कूल द्वारा , सामूहिक नृत्य ‘‘बरस-बरस इन्द्र राजा’’मातृ सेवा सदन स्कूल द्वारा , लोक नृत्य हीरालाल सोभाग्यमल रामपुरिया विद्यालय द्वारा, सामूहिक नृत्य ‘‘वन्दे मातरम’’ सेवा आश्रम के मूक बधिर विद्यालयों द्वारा सहित विभिन्न विद्यालयों के छात्र – छात्राओं ने लोकनृत्य , सामूहिक नृत्य , साक्षरता – गीत , देश भक्ति गीतों पर लगभग 180 कलाकारों ने शानदार प्रस्तुतियाँ दी ।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए संजय पुरोहित ने साक्षरता और विकास के विषय को प्रस्तुत किया।
पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रेरकों / स्वंयसेवी श्क्षिकों / केन्द्राधीक्षकों / सरपंचों /ग्राम सेवकों/ समन्वयकों की सूची:-
सम्मानित होने वाले प्रेरक:-
श्रीकोलायत – श्रीमती शबनम , श्री किमेखां , श्री घनश्यामदास , श्रीमती सुरज्ञान कंवर , श्री गोपालराम कुम्हार , श्री मुरली मनोहर सेवग। श्रीडूंगरगढ़ – श्री सांवरमल नाई , श्री ओमाराम , श्री डालूराम मेघवाल , श्रीमती रोशनी देवी , श्रीमती सुन्दर सिद्ध। नोखा – श्रीमती परमा देवी , श्री नरेश कुमार , श्रीमती सरोज विश्नाई , श्री सहीराम , श्री लालुराम । खाजूवाला – श्री राजेन्द्र कुमार, श्री सुभाषचन्द , श्री विष्णुदत्त बिश्नोई , प्रेरणा गुप्ता , राजविन्द्र कौर। बीकानेर – श्री भवानी शंकर , इन्द्रा सारस्वत , द्रोपदी जानू , मून्नी राम। लूणकरनसर – श्री गोपीराम जोशी , मन्जु , ईन्द्रा , श्री फतेह सिंह , श्री शंकरलाल।
सम्मानित होने वाले स्वंयसेवी शिक्षक –
श्रीकोलायत – श्री धनराज उपाध्याय , श्री पवनकुमार , कु. कौशल्या पंचारिया , श्री मुकुल पुरोहित। नोखा – श्री डुंगरराम , श्रीमती गुलाबदेवी , श्री जगनाथसिंह , श्री लक्ष्मणसिंह , सरोज। खाजूवाला – श्री हितेश कुमार , किरन देवी शर्मा , श्री जगदीश प्रसाद , रानी वर्मा , सुश्री प्रियंका। लूणकरनसर – श्री नन्दराम , श्री चम्पालाल, श्री ख्यालीराम , श्री बाबुलाल , श्री गोरधन। बीकानेर – श्री मनोहर लाल सारस्वत , श्री मधाराम , श्री रेखाराम , श्री रणजीत कुमार चौधरी , मंगला मारू।
सम्मानित होने वाले केन्द्राधीक्षक –
श्रीकोलायत – श्री झमनलाल पंचारिया , श्री अनोपंिसंह ईन्द्रा , श्री सुनीलकुमार , श्रीमती नीता लालवानी। श्रीडूंगरगढ़ – श्रीमती करनेल कौर , श्रीमती सुशीला गहलोत , श्रीमती रेखा शर्मा , श्री उदयभान । नोखा – श्री अन्जूम अहमद , श्री रामकिशन गोदारा , श्रीमती सुषमा कडेला , श्री रामगोपाल। खाजूवाला – नागरमल शर्मा , छत्रपाल सिंह , राजेश कुमार विश्नोई , सज्जाद अली। बीकानेर – श्रीमती जमना बारूपाल , श्री मोहम्मद खालिद , श्री पृथ्वीराज लेधा , श्री रतन सिंह । लूणकरनसर – श्री नैनूसिंह , श्री शराफत अली , श्री विजय कालरा , श्री जसवन्त सिंह।
सम्मानित होने वाले सरपंच –
श्रीकोलायत – श्री प्रभातसिंह भाटी , श्रीमजी कमलकंवर , श्रीमती फुलादेवी , श्रीमती सुमन भुटिया। श्रीडूंगरगढ़ – श्रीमती सुषमा , श्रीमती सुनिता सारण , श्रीमती प्रियंका देवी , श्री श्रवण कुमार , श्री घनश्याम मूण्ड। नोखा – सुश्री दुर्गाकंवर , श्रीमती मंजू देवी , श्री मुकेश कुमार , श्री गिरधारीलाल । खाजूवाला – श्रीमती कैलाश देवी , श्रीमजी उर्मिला , श्री मो. यूनूस , श्री शेराराम बेनीवाल । बीकानेर – श्रीमती कान्ता , श्रीमती गायत्री , सुश्री सरोज , श्री रामनिवास , श्री राम गोपाल। लूणकरनसर – श्री लालूराम , श्री भंवरलाल रोझ , श्री भंवरलाल तर्ड , श्री औकांरराम।
सम्मानित होने वाले साक्षरता समन्वयक –
श्री अवधेश शर्मा ( कोलायत ) , श्री रामनारायण शर्मा ( नोखा ) श्री रामकिशन पंवार (नोखा) , श्री जगदीश गोदारा ( लूणकरनसर ) , श्री दीलिप शर्मा ( खाजूवाला ) , श्री महबूब अली पंवार ( बीकानेर ) ।
सम्मानित होने वाले ग्राम सेवक-
श्रीडूंगरगढ़ – श्री रघुवीर सिंह , श्री सोहनलाल , श्रीमती पुष्पादेवी, श्री बी.आर. शुकला। बीकानेर – श्री चिरंजीव शर्मा , श्रीमती शकुन्तला यादव , श्री धर्म चन्द धर्ट।
सम्मानित होने वाले प्रधान:-
बीकानेर – श्रीमती राधा सियाग।
सम्मानित होने वाले वीक्षक अध्यापक:-
नोखा:- कनकलता वर्मा। बीकानेर:- इरफान अली , सुनिता जुनेजा।
सम्मानित होने वाले अध्यापक:-
नोखा:- श्री आनन्द पारीक।
अतिरिक्त:- श्रीमती रक्षा सिंह , श्री विवेक आचार्य , श्री मांगीलाल भद्रवाल , सुश्री सरोज शर्मा, श्रीमती पुष्पा चौधरी , श्री प्रदीप सिंह राजपुरोहित , सुश्री अंशु भल्ला , श्री तुलसीराम बारूपाल।
रोटरी मरूधरा ने किया सरकारी विद्यालय मे फर्नीचर भेंट
रोटरी क्लब बीकानेर मरूधरा ने जस्सुसर क्षेत्र स्थित 15 नम्बर सरकारी उच्च माध्यमिक विद्यालय मे फर्नीचर भेंट कर विश्व साक्षरता दिवस मनाया। कार्यक्रम संयोजक मनोज गुप्ता ने बताया कि विद्यालय शिक्षकों द्वारा इस अवसर पर एक समारोह के आयोजन मे रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय ग्रांट के तहत रोटरी क्लब बीकानेर मरूधरा चालीस टेबल व कुर्सी लगी 40 बेंच भेट की जिससे दो पारी मे चल रहे इस विद्यालय के 240 बच्चें लाभान्वित होंगें।
इस भेंट कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि रोटरी डिस्ट्रीक्ट 3053 के पूर्व प्रांतपाल अनिल माहेश्वरी ने रोटरी द्वारा 50वें विश्व साक्षरता दिवस पर भारत को शतप्रतिशत साक्षर करने के अपनी प्रतिबद्धता जताई और जरूरतमंद विद्यालयों मे शिक्षा के नये तौर तरीके और संसाधन प्रदान करने का विश्वास दिलाया। इस अवसर क्लब अध्यक्ष आनन्द आचार्य ने शाला शिक्षक समिति व बच्चों को सम्बोधित करते हुए क्लब द्वारा आगामी सहयोग की रूपरेखा पर प्रकाश डाला बच्चों से बेहतर परीक्षा परीणाम की उम्मीद जताई।
इस समारोह मे रोटेरियन सचिव मनीष कालरा, रोटे रूपीन कल्याणी, अधिवक्ता पुनित हर्ष, अमित व्यास, गोंविंद कल्याणी, डॉ संदीप खरे, अर्पित अग्रवाल, सुरेश पारीक, पंकज पारीक का माला व शाल पहनाकर अभिनन्दन किया गया तथा श्री अनिल माहेश्वरी और क्लब अध्यक्ष आनन्द आचार्य को भामाशाह का सम्मान प्रतीक चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम के दौरान नए फर्नीचर पाकर विद्यार्थीगण भी बहुत खुश नजर आये। क्लब मरुधरा के आह्वान पर उन्होंने इस बार और अच्छा परीक्षा परिणाम देने का भी वादा किया।
कार्यक्रम का आयोजन प्रथम पारी प्रधानाचार्य ललित शर्मा, द्वितीय पारी की प्रधानाचार्य श्रीमति उमराव कंवर, शिक्षक ओम आचार्य, ओंकर हर्ष, अरूण जोशी सहित शाला की शिक्षक शिक्षिकाऐं शामिल हुई।