धोरीमन्ना। आर्यरक्षित नगरी धोरीमन्ना में चातुर्मासिक प्रवचन में शासनप्रभाविका पुण्योदयाश्रीजी म.सा. की सुशिष्या सरल स्वभावी गुरूवर्या साध्वी भव्यगुणाश्री जी आदि ठाणा-3 की पावन निश्रा में तपस्वियों का वरघोड़ा निकाला गया। जिसमें आठ उपवास से मासक्षमण करने वाले तपस्वी शामिल हुए। वरघोड़ा बड़े ही धूमधाम से निकाला गया सभी धोरीमन्ना के मुख्य मार्गों से होता हुआ अंत में प्रवचन हॉल में धर्मसभा के रूप में परिवर्तित हुआ।
गुरूवर्या साध्वी भव्यगुणा श्री जी म. सा. ने कहा कि ऐसी सामूहिक तपष्चर्या ऐतिहासिक रहेगी। कई धर्मों में त्योहार,पर्व आदि उत्सवों पर मेवा-मिष्ठान्न, पकवान बनते है। जैन धर्म में जप,तप, आराधना और त्याग का पर्व है। सांवत्सरिक क्षमापना पर्व में मन, वचन, काया से किए गये पापों का खमतखामणा मांगकर क्षमा मांगी जाती है। जिससे हृदय की पवित्रता बढ़ती है।


पारणोत्सव प्रसंग पर सभी तपस्वियों को पारणा करवाया गया और उनका तिलक, माला, नारियल, शॉल, साफा एवं पारितोषिक प्रदान कर बहुमान किया गया। बाहर से पधारे हुए अतिथियों का भी स्वागत किया गया।

वहीं इससे पूर्व श्री शांति धर्म शामला पार्श्वनाथ भगवान की कृपा से और प.पू.आ.भ.श्री कलाप्रभसागरसूरीश्वरजी के आज्ञा से तपोभूमि धोरीमन्ना की धर्मधरा पर आज प.पू. संयमकैलक्षी, सरल शांत स्वभाविका श्री भव्यगुणाश्री जी म.सा आदि ठाणा 3 के पावन सान्निध्यता मे हर्षोल्लास, सभक्ति सानन्द तपस्वीयों का पारणा सुखशातापूर्वक हूआ ।पारणोत्सव के बाद तपस्वीयों का भव्यातिभव्य वरघोड़ा निकाला गया। वरघोड़ा मे सबसे आगे जिनध्वजा के साथ घोड़े पर भवानीभाई बोहरा ने शासन की शोभा बढ़ाई उसके बाद आचार्य गुरुभगवन्तो का आशीर्वाद बैनर लिए गौतम जैन और नरेश जैन ने जहाँ शासन की शान बढ़ाई, बैंड बजाओ ढोल नगाड़ों शहनाई वादक के साथ श्रावक श्राविकाओ ने भक्ति की धूम मचाई उसके बाद भगवान जी की पालकी एवं जैन श्री संघ बगिया में बैठे सभी तपस्वियो चेहरा पर खुशियों का आज आनंद समा नही रहा था मासखमण, सिद्धि तप, 16 उपवास 8 उपवास के तपस्या की के तपस्वी 16 बग्गी रथ मे ये सभी तपस्वी 51 तपस्वीरत्नो द्वारा सकल संघ को जय जिनेन्द्र से अभिवन्दना की गई और खमतखामना की गई, शहनाई की धुनो के साथ गाते झुमते श्रावक श्राविकाओ ने तपस्वीरत्नो के खुशी मे चार चांद लगा दिए.. बोहरा राणासर ने बताया कि.वरघोड़ा श्री आर्यरक्षितसूरि नगरी से रवाना होके नगर पटवार भवन, नया बाजार ,नेशनल हाईवे से गुजरते हुए मेन बाजार सोनी बाजार , होली चैक से मुख्यों मार्गो से होते हूए श्रीशांतिनाथ भगवान के दर्शन वन्दन कर श्री आर्यरक्षितसूरि नगरी मे पहूंचा जहाँ श्री भव्यगुणाश्रीजी म.सा जी ने जिनवाणी प्रवचन मे सबको धर्मलाभ कहा,तपस्वीयों को सुखशाता के साथ आशीर्वाद दिया।

उसके बाद बाहर से पधारे महानुभावों के लिए तीन समय सामूहिक तपस्या परिवार की ओर से साधार्मिक भक्ति की सुव्यवस्था की गई। वहीं धर्म सभा में साध्वी श्री भव्य बंसी जी महाराज सर ने कहा की तपस्या साधना आराधना जीवन में हमेशा अच्छे परिणाम लाती है और हमारे जीवन को उन्नत बनाती है हमारे में संस्कारों का उद्भव करती है और हमें संस्कारित बनाने का काम करती है । पारणोत्सव मे बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, नाकोड़ा तीर्थ के ट्रस्टी छगन जी बोथरा, श्री अचलगच्छ जैन युवक परिषद बाड़मेर के अध्यक्ष व साहित्यकार मुकेश बोहरा अमन सहित गुरुकृपा जैन तीरथ रामजी का गोल ट्रस्ट मंडल आदि विभिन्न जगहों से मुख्य मेहमान और मुख्य पदाधिकारी वरघोड़े में शामिल हुए । वरघोड़े में चैन्नई, मुम्बई, अहमदाबाद, जोधपुर बालोतरा पाली बाड़मेर चैहटन बायतु राणासर गांधव भूणिया गुडामालानी आदि संघो से भी बड़ी संख्या में गणमान्य श्रावक, श्राविकाए उपस्थित रहे ।(PB)