OmExpress News / नई दिल्ली / अमित शाह ने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार ने बीते साढ़े चार साल में जितना काम करके दिखाया है, देश विकास के रास्ते पर तेजी से बढ़ा है। उन्होंने कहा कि 2019 चुनाव एक वैचारिक युद्ध है और भाजपा फिर से जीतेगी। दिल्ली के रामलीला मैदान में चल रहे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में अमित शाह ने ये बातें कही हैं। दिल्ली के रामलीला मैदान में भाजपा का राष्ट्रीय अधिवेशन दो दिन (11 और 12 जनवरी को) चलेगा। पार्टी अधिवेशन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज और दूसरे बड़े नेता मौजूद हैं। Amit Shah Speech
शाह ने भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष बोलते हुए कहा, भाजपा की मोदी सरकार ने वर्षों से चली आ रही आरक्षण बिल की मांग को दोनों सदनों में पास कराकर करोड़ों युवाओं के सपनों को साकार किया है। 2019 का चुनाव वैचारिक युद्ध का चुनाव है। दो विचारधाराएं आमने सामने खड़ी है।
2019 का युद्ध सदियों तक असर छोड़ने वाला है और इसीलिए मैं मानता हूं कि इसे जीतना बहुत महत्वपूर्ण है। 2019 का चुनाव भारत के गरीब के लिए बहुत मायने रखता है। स्टार्टअप को लेकर निकले युवाओं के लिए ये चुनाव मायने रखता है। करोड़ों भारतीय जो दुनिया में भारत का गौरव देखने चाहते हैं उनके लिए ये चुनाव मायने रखता है। Amit Shah Speech
शाह ने कहा, ये अधिवेशन भारतीय जनता पार्टी के देशभर में फैले कार्यकर्ताओं के लिए संकल्प करने का अधिवेशन है। जिस भारत की कल्पना स्वामी विवेकानंद ने की थी उस भारत को हम मोदी के नेतृत्व में बनाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। अटल बिहारी वाजपेयी जनसंघ के समय से ही देश की राजनीति के ध्रुव तारे की तरह चमके थे, भाजपा के संस्थापक अध्यक्ष थे। देश के हर कौने में भाजपा को पहुंचाने के लिए अटल और आडवाणी की जोड़ी ने जो संघर्ष किया है। शाह ने आगामी लोकसभा चुनाव पर कहा, उत्तर प्रदेश में से 73 से 74 सीटें भाजपा की होगी।
एक दूसरे का मुंह न देखने वाले आज हार के डर से एक साथ आ गए हैं, वो जानते हैं कि अकेले नरेंद्र मोदी जी को हराना मुमकिन नहीं है। 2014 में 6 राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकारें थी और 2019 में 16 राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं। 5 साल के अंदर भाजपा का गौरव दिन दोगुनी गति से बढ़ा है। 2014 में 6 राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकारें थीं और 2019 में 16 राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं। 5 साल के अंदर भाजपा का गौरव तेज गति से बढ़ा है।
शाह ने कहा, हर जीएसटी बैठक में एक के बाद एक वस्तुओं के दाम कम करने और जीएसटी के सरलीकरण के लिए काम किया गया है। अरुण जेटली की अध्यक्षता में जीएसटी काउंसिल की बैठक में निर्णय लिया गया कि 40 लाख रुपये तक सालाना टर्नओवर वाले छोटे व्यापारियों के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी नहीं। 1.5 करोड़ तक टर्नऑवर वाले कंपोजिशन प्लान स्वीकार करने वाले व्यापारियों को सिर्फ एक फीसदी टैक्स देना होगा। ये करोड़ों छोटे व्यवसायियों और लघु उद्योगों के लिए ये बड़ा फैसला है।