_महावीर वाटिका में भव्य व विशाल प्रतिष्ठा 08 मई को, परमात्मा का वरघोड़ा 07 मई को

_ रोशनी से चमक उठी महावीर वाटिका, भव्य अनुष्ठान जारी

बाड़मेर । जैन श्रीसंघ, बाड़मेर एवं श्री भगवान महावीर जिन मन्दिर प्रतिष्ठा महोत्सव समिति की ओर से 04 मई से 09 मई तक लंगेरा रोड़ स्थित महावीर वाटिका के पावन प्रांगण में अंवति तीर्थाेद्धारक, खरतरगच्छाधिपति परम पूज्य आचार्य भगवन्त श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी मसा, वर्षीतप के तपस्वी रत्न, परम पूज्य आचार्य भगवन्त गुरूदेवश्री कवीन्द्रसागर सूरीश्वरजी मसा व बह्रमसर तीर्थाेद्धारक परम पूज्य आचार्य भगवन्त श्री जिनमनोज्ञसूरीश्वरजी मसा आदि ठाणा की पावन व मंगलमय निश्रा में भव्यातिभव्य कार्यक्रमों व अनुष्ठानों का आयोजन किया जा रहा है । महोत्स्व के तीसरे दिन गुरूभगवन्तों की निश्रा में जन्म कल्याणक विधान, च्वयन व जन्म कल्याणक आदि कार्यक्रम आयोजन हुए । महावीर वाटिका की रोशनी आदि से भव्य व सुन्दर सजावट की गई है ।

जैन श्रीसंघ, बाड़मेर के अध्यक्ष व महोत्स्व समिति के संयोजक प्रकाशचन्द वडेरा ने बताया कि जैन श्रीसंघ, बाड़मेर की भूमि महावीर वाटिका में बने नूतन जिनालय की प्रतिष्ठा को लेकर महावीर वाटिका के प्रांगण में साधु-साध्वी भगवन्तों की पावन निश्रा में भव्य व रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है । जिसमें 05 मई गुरूवार को प्रातः 06 बजे जन्म कल्याणक विधान, प्रातः 8 बजे जन्म कल्याणक महोत्सव, चौदह स्वप्न दर्शन, स्वप्न फल कथन एवं 56 दिक् कुमारी महोत्सव, इन्द्रासन कम्पन, सुघोषा घंट वादन, इन्द्र महोत्सव, मरू पर्वत पर 250 अभिषेक सहित दोपहर में पंच परमेष्ठी पूजा का सुन्दर आयोजन हुआ । जिसमें हजारों की संख्या में जैन बन्धुओं, माताओं-बहिनों ने भाग लिया ।

खरतरगच्छाधिपति परम पूज्य आचार्य भगवन्त श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी मसा ने कहा कि परमात्मा की प्रतिष्ठा करवाना मनुष्य के जीवन का सबसे स्वर्णिम कार्य होता है । परमात्मा की प्रतिष्ठा जैसे प्रसंग में शामिल होना मात्र भी बहुत ही पुण्यकारी व मंगलकारी होता है । गुरूदेवश्री ने कहा कि परमात्मा महावीर के बताए पथ पर हम सब आगे बढ़ते हुए अपने जीवन का कल्याण करें । तथा परोपकार की परम व चरम भावना रखते हुए जीओ और जीने दो को मंत्र को जीवन में उचचता के साथ साकार करें ।

महोत्सव समिति के सह-संयोजक सम्पतराज मेहता व मांगीलाल गोलेच्छा ने बताया कि महोत्सव के दूसरे दिन महावीर वाटिका के गौतमनगर में प्रातः में पन्नालाल धारीवाल सदौनी परिवार की ओर से नवकारसी की आयोजन हुआ । वहीं दोपहर में मोहनलाल सागरमल रूपोणी बोहरा परिवार भुणिया वालों की तरफ से संघ स्वामी-वात्सल्य तथा सूर्यास्त पूर्व शाम को बंशीलाल संखलेचा भोजोणी परिवार की ओर से संघ स्वामी-वात्सल्य का आयोजन हुआ । जिसमें बड़ी संख्या में जन-मैदिनी ने भाग लिया ।

जैन श्रीसंघ, बाड़मेर के उपाध्यक्ष बाबुलाल मालू व महामंत्री पारसमल छाजेड़ ने बताया कि आगामी 04 मई से महावीर वाटिका लंगेरा रोड़ के पावन प्रांगण में हो रहे भव्य व ऐतिहासिक कार्यकमों की कड़ी प्रतिदिन महापूजन, भक्ति भावना, संघ स्वामी-वात्सल्य सहित कई कार्यक्रमों व अनुष्ठानो का आयोजन हो रहा है । संघ स्वामी-वात्सल्य के लाभार्थी परिवारों को हाथी के ओहदे पर बिठाकर सकल संघ के साथ वरघोड़ा आयोजित हो रहा है । वहीं प्रतिदिन रात्रि में भक्ति संध्या का आयोजन किया जा रहा है ।

परमात्मा का वरघोड़ा 07 मई को, 08 मई को होगी प्रतिष्ठा

जैन श्रीसंघ के अध्यक्ष व महोत्सव संयोजक प्रकाशचन्द वडेरा एडवोकेट ने बताया कि महावीर वाटिका में भगवान महावीर स्वामी के नूतन जिनालय की प्रतिष्ठा को लेकर महोत्सव में परमात्मा का दीक्षा कल्याणक का भव्य व विशाल वरघोड़ा जैन न्याति नोहरा प्रतापजी की प्रोल से प्रारम्भ होगा । जिसकी तैयारियां बड़े स्तर पर की जा रही है । वरघोड़ा करमूजी की गली, महाबार रोड़, विद्यापीठ, चिन्दड़ियों की जाळ, जूना केराडू मार्ग, महावीर सर्किल होते हुए महावीर वाटिका पहुंचेगा । वहीं प्रभु परमात्मा महावीर स्वामी जिन मन्दिर की प्रतिष्ठा 08 मई को चतुर्विघ संघ की उपस्थिति में सम्पन्न होगी ।