सूरत (योगेश मिश्रा) । पांडेसरा दुष्कर्म-हत्या मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच पुलिस अब तक इस मामले में एक ही अभियुक्त को गिरफ्तार कर पाई है, जबकि हरिओम नाम का अभियुक्त अब भी पुलिस गिरफ्त से दूर है। उसे पकडऩे के लिए 15 दिन से क्राइम ब्रांच की एक टीम ने राजस्थान में पड़ाव डाल रखा है।
जांच अधिकारी बी.एन.दवे ने बताया कि अब तक की जांच के दौरान कई गवाह मिले हैं और उनके बयान दर्ज किए गए हैं। हरिओम नाम का अभियुक्त अपराध में शुरू से अंत तक हरसहाय के साथ था। उसका पकड़ा जाना जरूरी है। हरसहाय के पकड़े जाने के बाद एक टीम राजस्थान भेजी गई है। हरसहाय से पूछताछ में मृतक महिला का एक मोबाइल फोन और नौ सिम कार्ड बरामद हुए हैं। इन सिम कार्ड की जांच में अहम सबूत हाथ लगने की उम्मीद है।
6 अप्रेल को मृत मिली बच्ची के शव के पोस्टमार्टम में खुसाला हुआ था कि उसके शरीर पर चोट के 86 निशान हैं और उसके साथ सेक्युअल एसोल्ट भी हुआ है, लेकिन हरसहाय के 11 दिन के रिमांड के दौरान पुलिस यह पता नहीं कर पाई है कि बच्ची से दुष्कर्म किया गया या नहीं। हरसहाय मां-बेटी को क्यों लेकर आया था, उसने यह भी नहीं उगला है।
महिला की हत्या के मामले में भी होगी गिरफ्तारी : पुलिस ने बताया कि हरसहाय को बच्ची से दुष्कर्म और उसकी हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जबकि बच्ची की मां की हत्या का मामला अलग से दर्ज किया गया है। इस मामले में अभियुक्त की गिरफ्तारी बाकी है। पुलिस रिमांड खत्म होने पर उसे न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद पुलिस उसे महिला की हत्या के आरोप में गिरफ्तार करेगी।