बाड़मेर | जिले में केयर्न इंडिया एवं टेक्नोसेर्व की भागीदारी में चलाई जा रही “बाड़मेर उन्नति” परियोजना की 2 दिवसीय कार्यशाला का, आज होटल कैलाश में, केयर्न इंडिया के अधिकारीयों की उपस्थिति में कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए समापन हुआ | कार्यक्रम में उपस्थित राज्य स्तर के सरकारी एवं गैरसरकारी संस्थाओं से पधारे अधिकारीयों ने कल और आज (2 दिनों ) का विस्तार पूर्वक सारांश प्रस्तुत करते हुए, केयर्न एवं टेक्नोसेर्व संस्था के प्रयासों की सराहना की, और आने वाले समय के लिए बाड़मेर संदर्ब में संभव कार्यों को शामिल करने की सलाह भी दी |
कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह सुबह 10:30 बजे केयर्न इंडिया के श्री मनोज अग्ग्रवाल जी ने दीपक प्रज्वलन कर, आये हुए मेहमानों का स्वागत किया | श्री मनोज अग्ग्रवाल ने लक्ष्मी देवी, मांगी देवी, लाभु राम, हनुमान राम जैसे किसानों को जिले के लिए प्रेरणा श्रोत बन अन्य किसानों का मार्ग दर्शन करने के लिए उत्शाहित किया |
कार्यशाला के पहले स्तर में बाड़मेर उन्नति परियोजना समन्वयक रवदीप कौर ने बताया कि साल 2013 में शुरू की गई परियोजना के अंतरगत केवल 2.5 साल में 55 गावों में 5137 किसानों को इस कार्यक्रम में जोड़ा जा चूका है, जिसमे से तक़रीबन 1000 महिला किसान हैं | सभी किसानों को वर्षा आधारित खेती में आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर आमदनी बढ़ाने की ट्रेनिंग दी गई | इसके साथ साथ सब्ज़ी की खेती एवं मशरुम उत्पादन कर घरेलु आय बढ़ाने का प्रशिक्षण दिया गया है | इन कार्यक्रमों में शामिल हुई महिला किसानों द्वारा स्थापित की गई 150 से अधिक सब्ज़ी उत्पादन इकाईयां, 20 से अधिक खुम्बी उत्पादन इकाईयां, और व्यवसायिक स्तर पर सब्जी की खेती के लिए 7 उच्च तकनीक प्रदर्शन फार्म (हाई टेक डेमो फार्म ) अन्य किसानों के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होंगे |
परियोजना “बाड़मेर उन्नति” के अन्तर्गत अब तक 157 प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन संरचनाओं को स्थापित करने, 2 सामूहिक खड़ीन, 2 सार्वजनिक नाड़ी और 1 चरागाह विकास का कार्य संपन्न हुआ है । इसके साथ साथ “केयर्न एग्री फैलो” प्रोग्राम के माध्यम से 21 योग्य उम्मीदवारों को साल 2014-15 के दौरान कृषि एवं कृषि व्यवसाय में प्रशिक्षित कर, 15 केयर्न एग्री फेल्लोस को कृषि व्यवसाय शुरू करने के लिए सहयोग किया गया है |
कार्यक्रम के दौरान मपॉवर प्रोजेक्ट के डिप्टी डायरेक्टर कृषि श्री बी के द्धिवेदी जी ने बाड़मेर उन्नति कार्यक्रम के तहत किये जा रहे विभिन्न प्रोगों को सरकारी स्कीम का हिस्सा बनाने का प्रयास करने का आश्वासन दिया | शियोर संस्था से पधारे श्री हनुमान राम चौधरी ने किसान की पैदावार का उचित मूल्य दिलाने की कोशिश को सराहा | इसी तरह भोरुखा चैरिटेबल ट्रस्ट, बायफ, धारा संस्थान, एस आर एस सोसाइटी, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन, ग्रेविस एवं अन्य संस्थाओं से पधारे विकास अधिकारीयों ने गाँव स्तर पर समुदाय को रख रखाव की जिम्मेदारी देने एवं बाड़मेर उन्नति परियोजना को लम्बे समय तक जारी रखने की सलाह देते हुए केयर्न एवं टेक्नोसेर्व को सफल प्रयासों के लिए बधाई दी |
कार्यशाला में चर्चा के दौरान, काजरी जोधपुर से पधारे डॉ डी कुमार ने एवं केवीके बाड़मेर से आये डॉ प्रदीप पगारिया ने गाँव स्तर पर हुए कार्यों की सफलता का कारन गतिविधियों का किसानों द्वारा समर्थन बताया | राजस्थान अनार उत्पादक संघ के श्री अनिल राठी जी ने उपस्थित किसानों को सामूहिक तौर पर मिल कर व्यवसाय करने के लिए प्रेरित किया | मुरारका फाउंडेशन जयपुर से पधारे श्री वर्दमान बापना एवं वनसर्ट से आये श्री संदीप भार्गव ने जैविक खेती अपनाने के आसान तरीकों और मंडीकरण के बारे में जानकारी दी | श्री बापना ने महिला किसानो के स्तर पर सामूहिक व्यवसाय की शुरुआत करने के लिए व्यक्तिगत तौर पर 11000 रुपये का चैक महिला किसानों के समूह को भेंट किया |
केयर्न इंडिया के श्री भानु प्रताप सिंह ने कार्यशाला में भाग लेने के लिए आये मेहमानों, किसानों एवं टेक्नोसेर्व संस्था के सभी अधिकारीयों को धन्यवाद देते हुए, परियोजना के अंतर्गत किसानों के हित के लिए कार्य करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया |