Amrita Haat Bikaner
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वरदान साबित हो रहे हैं, संभाग स्तरीय ‘अमृता हाट मेले’

बीकानेर में पांच दिनों में बिके ग्यारह लाख से अधिक के उत्पाद
बीकानेर \ (हरि शंकर आचार्य) \ स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने तथा समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों को विक्रय हेतु आमजन तक पहुंचाने के उद्देश्य से महिला अधिकारिता विभाग द्वारा पहली बार संभाग स्तर पर आयोजित हुए ‘अमृता हाट मेले’, इन समूहों की महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। संभाग मुख्यालयों पर इनके आयोजन की श्रृंखला में 18 से 22 दिसम्बर तक बीकानेर के ग्रामीण हाट में आयोजित ‘अमृता हाट मेले’ ने न सिर्फ स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान ला दी, वहीं आमजन को भी स्वावलम्बी और हुनर की धनी महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पाद खूब भाए। यहां आयोजित मेले की सफलता का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि पांच दिवसीय मेले के दौरान स्टॉलधारी स्वयं सहायता समूहों को 11 लाख से अधिक रूपये की कमाई हुई।
आकर्षण का केन्द्र रहे ‘हस्तनिर्मित उत्पाद’
‘अमृता हाट मेले’ में राज्य के विभिन्न जिलों में संचालित स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगभग सत्तर स्टॉल्स लगाए गए। इन स्टॉल्स में बंधेज, कशीदाकारी कपड़े, पापड़-बड़ी, चमड़े की जूतियां, चप्पलें, लाख की चूड़ियां, विभिन्न प्रकार के मसाले, सजावटी सामान, साड़ियां, बैग, खेस-दरी आदि विक्रय के लिए रखे गए। स्थानीय लोगों ने अमृता हाट मेले का जमकर लुत्फ उठाया। स्टॉल्स पर हस्तनिर्मित मोबाइल कवर, मिट्टी के बर्तन, कठपुतलियां, इंडुणी, आर्टिफिशियल फूलों सहित विभिन्न वस्तुएं आमजन के लिए आकर्षण के केन्द्र रहीं। मेले के दौरान प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों और विभिन्न मनोरंजक प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ, वहीं ‘बेटी बचाओ’ जैसे गंभीर विषय पर आयोजित संवाद में घटते लिंगानुपात से होने वाले नुकसान से आमजन को जागृत करने के प्रयास किए गए।
झूम उठीं एसएचजी की महिलाएं
सवाईमाधोपुर के जिज्ञासा स्वयं सहायता समूह ने मेले में फैंसी आइटम विक्रय के लिए रखे तथा पांच दिनों में लगभग एक लाख रूपये के सामान के विक्रय के बाद उनके चेहरे पर खुशी साफ देखी जा सकती थी। वहीं पाली के शांति महिला स्वयं सहायता समूह ने भी फैंसी आइटम, अलवर के सुनीता स्वयं सहायता समूह ने मिट्टी के उत्पाद, हनुमानगढ़ के जय झूलेलाल स्वयं सहायता समूह ने जूते, चप्पल और मौजड़ियां, बीकानेर के भारती स्वयं सहायता समूह ने हैण्डीक्राफ्ट, नोखा की सूजी महिला स्वयं सहायता समूह ने भुजिया, पापड़ और बड़ी, देशनोक के शांतिदेवी स्वयं सहायता समूह ने स्वदेशी लिक्विड सोप का विक्रय कर आर्थिक लाभ प्राप्त किया। हस्त निर्मित उत्पादों के कद्रदान पाकर सभी स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं को भविष्य के लिए प्रोत्साहित हो सकंेगी।
महिला सशक्तीकरण को मिलेगा बढ़ावा
राज्य सरकार द्वारा अभिनव पहल के रूप में संभाग स्तर पर ‘अमृता हाट मेला’ आयोजन का क्रम जोधपुर से प्रारम्भ हुआ। इसके बाद अब तक उदयपुर, जयपुर और भरतपुर में संभाग स्तरीय मेले आयोजित हो चुके हैं। बीकानेर में आयोजित हुए पांच दिवसीय मेले का उद्घाटन वन, पर्यावरण एवं खान मंत्राी तथा बीकानेर जिले के प्रभारी मंत्राी श्री राज कुमार रिणवा ने किया। उन्होंने कहा, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने तथा उनके आर्थिक सशक्तीकरण के दृष्टिकोण से यह प्रयास ऐतिहासिक माना जाएगा।