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समाज की प्रगति हो, समाज में शिक्षा का स्तर उच्च हो और रोजगार की दृष्टि से समाज परिपक्व हो। ऐसी मानसिकता रखने वाले राजस्थानी धरा के सपूत हैं नेमीचन्द जांगिड़। लाडपुरा जिला नागौर के मूल निवसी नेमीचन्द जांगिड़ अखण्ड भारत गौ रक्षा अभियान-2015 के संयोजक रह चुके हैं और गौरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। गुजरात के गांधी धाम में नेमीचन्दजी द्वारा निजी गौशाला संचालित है वहीं जन्मभूमि लाडपुरा में भी गौशाला को लाखों रुपए का दान समय-समय पर करते रहते हैं।

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16 जुलाई 1962 को श्री झंवरलाल-मोहिनी देवी गुगरिया के यहां जन्मे नेमीचन्द जांगिड़ ने अपनी माता के नाम से मोहिनी देवी मेमोरियल ट्रस्ट की स्थापना कर सेवा के नए आयाम स्थापित किए हैं। नेमीचन्द जांगिड़ की शिक्षा के प्रति जागरूकता देखते ही बनती है। आर्थिक दृष्टि से कमजोर प्रतिभावान छात्रों को प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति के साथ-साथ विश्वकर्मा शिक्षा एवं कल्याण समिति भिवानी को 51 हजार, विश्वकर्मा एज्यूकेशन ट्रस्ट दिल्ली को 51 हजार, विश्वकर्मा छात्रावास डेगाना को 1 लाख 11 हजार, विश्वकर्मा छात्रावास उदयपुर में एक कमरे के निर्माण की घोषणा, अंगिरा छात्रावास कानोड़ (बाड़मेर) को एक लाख रुपए तथा 50 लाख रुपए की लागत से राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक भवन का निर्माण करवाना श्री नेमीचन्द की शिक्षा के प्रति जागरूकता को दर्शाता है। जांगिड़ स्वयं कहते हैं कि उच्च शिक्षित व्यक्ति स्वयं के साथ-साथ समाज व देश का भला कर सकता है।

धार्मिक क्षेत्र में भी नेमीचन्द जांगिड़ का अधिक रूझान रहता है। जन्मभूमि लाडपुरा में 50 लाख की लागत से शिव मंदिर का जीर्णोद्धार तथा वैदिक संसार इंदौर को वैदिक धर्म प्रचारार्थ हेतु कार भेंट की। ईश्वर कृपा को मानने वाले जांगिड़ कहते हैं कि आस्था ऐसी शक्ति है जो बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान कर सकती है। समाजसेवा के क्षेत्र में नेमीचन्द जांगिड़ की फेहरिस्त काफी लम्बी है। जांगिड़ कहते हैं कि समाज का भाई यदि पिछड़ा है तो समाज प्रगति नहीं कर सकता। जांगिड़ ब्राह्मण समाज नोहरा (पुष्कर) में 21 लाख की लागत से हॉल निर्माण, जांगिड़ ब्राह्मण सती मठ बसन्त कुंज दिल्ली के भवन हेतु 5 लाख रुपए तथा लाडपुरा में प्याऊ का निर्माण जिसका संचालन 21 वर्षों से अनवरत जारी है। मारवाड़ी युवा मंच गांधीधाम को एम्बूलेंस सेवा हेतु 7 लाख रुपए, विश्वकर्मा राजनैतिक उत्थान मंच के संस्थापक अध्यक्ष के रूप में पांच लाख रुपए सहयोगार्थ व विश्वकर्मा युवा शक्ति जयपुर के सम्पादित सेवा कार्यों हेतु एक लाख रुपए का अनुदान, जांगिड़ समाज के गौरव, प्रख्यात साहित्यकार ताऊ शेखावाटी का एक लाख की राशि से सम्मान तथा अनेक संस्थाओं, दीन-दुखियों को समय-समय पर मुक्त हस्त से सहयोग करके एक सच्चे भामाशाह का परिचय दिया। इन्हीं सेवाओं व उदारता को देखते हुए राजस्थान सरकार द्वारा श्री जांगिड़ को भामाशाह अवार्ड से नवाजा भी गया।
शून्य से शिखर तक पहुंचने वाले ख्यातनाम उद्योगपति नेमीचन्द जांगिड़ मिलनसार व उदार व्यक्तित्व के धनी हैं। सुकर्मों को प्राथमिकता देना ही श्री जांगिड़ का मुख्य उद्देश्य है। समाज को नई दिशा मिले, रोजगार के साधन बढ़े, शिक्षा के मार्ग खुले तथा समृद्धि व सम्पन्नता की ओर अग्रसर रहे इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय प्रधान पद निर्वाचन के लिए अपनी उम्मीदवार जताई है। श्री जांगिड़ का मानना है कि सही नेतृत्व से समाज को समृद्धशाली बनाया जा सकता है।