बीकानेर। अजमेर निवासी अंकित अरोड़ा जिन्होंने 63 दिन पहले 27 अगस्त को जयपुर से साईकिल यात्रा शुरू की। वे राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर राज्यों की यात्रा करने के पश्चात् देर रात बीकानेर पहुंचे थे। अरोड़ा का जंगलेश्वर महादेव सेवा समिति द्वारा होटल वृंदावन में स्वागत किया गया।
कार्यक्रम संयोजक किशनलाल मोदी ने बताया कि अरोड़ा का बीकानेर (पश्चिम) विधायक डॉ. गोपालकृष्ण जोशी, बैंक कर्मचारी युनियन अध्यक्ष सीताराम कच्छावा, दाऊलाल हर्ष भाजपा महामंत्री, भाजपा जिला उपाध्यक्ष किशनलाल मोदी तथा सुरेश शर्मा, ओमप्रकाश मोदी, गोकुल जोशी, दिनेश मोदी, शिवकुमार रंगा, रमेश अरोड़ा, राकेश मोदी, राजकुमार कच्छावा, सुशील मोदी, दक्ष मोदी ने माल्यार्पण कर स्वागत किया।
इस अवसर पर डॉ. गोपालकृष्ण जोशी ने अंकित अरोड़ा के साईकिल यात्रा को ऐतिहासिक, साहसिक तथा सराहनीय बताया। अंकित अरोडा ने बताया कि वे गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में सबसे लम्बी दूरी की साईकिल यात्रा का रिकॉर्ड स्थापित करने की कोशिश कर रहे है। वर्तमान रिकॉर्ड 15222 कि.मी. का है तथा वे 21000 कि.मी. साईक्लिंग 180 दिन में करने का लक्ष्य रखते है। उन्होने बताया कि रिकॉर्ड बनाने के अलावा उनका उद्देश्य सभी राज्यों के सरकारी प्राइमरी स्कूल के बच्चो से मिलना तथा उन्हें भारत की विभिन्न कहानियों के माध्यम से प्रेरित करना है।
ये सभी बच्चे किसान, मजदूर, ठेलाचालक परिवारों से आते है तथा वे अपने शहर, राज्य व देश के बारे में अनभिज्ञ है। अरोड़ा अपनी ट्रेवल्स स्टोरी फोटोज के माध्यम से इन्हे प्रेरित करने का काम करते है। इसके अलावा वे इन बच्चों की जरूरतों के बारे में, इनको स्कूलो में मिल रही सुविधाओं के बारे में एक डॉक्यूमेन्ट्री बना रहे है जिसमें सरकारी शिक्षकों का कार्य स्कूलो की व्यवस्था, सफाई व टायलेट व्यवस्था आदि का भी समावेश किया जा रहा है।
उन्होने बताया कि भारत में पिछले 3 वर्षो में साईक्लिंग को लेकर उत्साह बढा है। कई लोग फिटनेस व स्वास्थ्य के लिए सुबह-शाम अथवा वीकेन्ड पर लम्बी दूरी की साईकिल यात्राएं करते है, शहरों मे बढ़ते प्रदूषण व ट्रेफिक की समस्या का निदान भी साईकिल से ही सम्भव है। कई लोग ऑफिस व काम की जगह पर साईकिल से जाते है, बंगलोर, पूना, बम्बई व जयपुर में ”साईकिल टू वर्कÓÓ का ट्रेण्ड बढ़ चुका है। इस यात्रा का उद्देश्य देश के युवाओं को अपने भारत को करीब से देखने व महसूस करने के लिए प्रेरित करना है। उन्होने बताया कि हर जगह उनकी सहायता लोगो ने की है, बहुत सी अनसुनी व अनदेखी बाते मैंने साईकिल यात्रा के माध्यम से जानी है। उन्होने दुनिया के सबसे ऊंचे मोटरेबल पास (खारदुंगला-लद्दाख) में भी साईकिल से यात्रा की है। उन्होने पांच राज्य साईकिल यात्रा से अभी तक नापे है तथा 24 राज्य व पांच केन्द्रशासित प्रदेश अभी बकाया है।
उन्होंने बताया कि उनकी यात्रा में सरकारी स्कूल तथा उनकी डॉक्यूमेन्ट्री बनाने में एक ट्रस्ट ”राउण्ड टेबल इण्डिया तथा इनोवेशन रूट्स’ मदद कर रहे है। ”राउण्ड टेबल इण्डिया’ ने देश में 2000 से अधिक सरकारी स्कूल अडॉप्ट कर रखे है तथा वहां बच्चों को सभी सुविधाएं मिलती है तथा इनोवेशन रूट्स की मदद से वे ऐजुकेशन डॉक्यूमेन्ट्री बना रहे हैं।