14 दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यशाला का समापन
14 दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यशाला का समापन
14 दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यशाला का समापन

बीकानेर। महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर और राष्ट्रीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में सामाजिक विज्ञान के शिक्षकों के लिए 14दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यशाला का आज समापन हुआ। कार्यशाला के समापन सत्र के मुख्य अतिथि बीकानेर महापौर श्री नारायण चोपड़ा, विशिष्ट अतिथि जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर से पधारी राजनीति विज्ञान की विभागाध्यक्ष प्रो. पूनम बावा थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. चन्द्रकला पाडिया ने की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो. चन्द्रकला पाडिया ने कहा कि एक अच्छा मनुष्य ही अच्छा शोधकर्ता हो सकता है। मनुष्य को अपने चेतना को सदैव उच्च स्तर पर ले जाने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।

प्रो. पाडिया ने कहा कि सफल नेतृत्व वहीं है जो दूसरों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित और प्रेरित करे। जीवन में अनुशासन की महत्ता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि अनुशासनविहीन जीवन पतवार विहीन नौका के समान है। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से पधारी प्रो. पूनम बावा ने शोध के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डालते हुए मौलिक शोध की आवश्यकता पर बल दिया। बीकानेर महापौर श्री नारायण चौपड़ा ने इस कार्यशाला के सफल आयोजन पर कुलपति महोदया को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम शिक्षा में गुणवता लाने के साथ साथ समाज के विकास में भी सहायक हैं। कार्यशाला के निदेशक डॉ. एन.एस. राव ने सभी सहयोगीगण को कार्यशाला के सफल आयोजन पर बधाई दी। कार्यशाला में पधारे प्रतिभागी डॉ. छत्रसाल सिंह राघव, डॉ. अशोक कुमार महला, डॉ. बबीता जैन आदि ने कार्यशाला में ली गई ट्रेनिंग पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यशाला की सह निदेशक डॉ. अम्बिका ढाका ने बताया कि इस 14 दिवसीय कार्यशाला में करीब 30 से अधिक लब्ध प्रतिष्ठित विषय विशेषज्ञों ने व्याख्यान देकर प्रतिभागियों को लाभान्वित किया।