डॉ. नीरज दइया की पुस्तक “मधु आचार्य ‘आशावादी’ के सृजन-सरोकार” का लोकार्पण शनिवार को

बीकानेर । मुक्ति संस्थान एवं स्वामी कृष्णानंद फाऊंडेशन बीकानेर के संयुक्त तत्वाधान में कवि-आलोचक डॉ. नीरज दइया की पुस्तक “मधु आचार्य ‘आशावादी’ के सृजन-सरोकार” का लोकार्पण होगा शनिवार 13 मई को शाम 05.30 बजे स्थानीय ढोलमारू होटल के सभागार में होगा।

मुक्ति के सचिव कवि-कहानीकार राजेन्द्र जोशी ने बताया कि सूर्य प्रकाशन मंदिर द्वारा प्रकाशित पुस्तक का लोकार्पण वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. मंगत बादल (रायसिंह नगर), पूर्व महापौर भवानीशंकर शर्मा, पूर्व सरपंच रामकिशन आचार्य एवं कृति के नायक साहित्यकार मधु आचार्य ‘आशावादी’ करेंगे। जोशी ने बताया कि डॉ. नीरज दइया की इस कृति से पूर्व हाल ही में केंद्रीय साहित्य अकादेमी से सम्मानित बुलाकी शर्मा के सृजन कर्म पर केंद्रित पुस्तक ‘बुलाकी शर्मा के सृजन-सरोकार’ लोकार्पित हुई थी एवं इससे पूर्व डॉ. दइया ने आधुनिक राजस्थानी कहानी पर केंद्रित महत्त्वपूर्ण पुस्तक ‘बिना हासलपाई’ और ‘आलोचना रै आंगणै’ भी चर्चित रहीं हैं। इन दिनों वे हिंदी व्यंग्य के अतिरिक्त कबीर और निर्मल वर्मा पर आलोचनात्मक कार्य में संलग्न हैं।

स्वामी कृष्णानंद फाऊंडेशन के हिंगलाज दान रतनू ने बताया कि विगत वर्षों से साहित्य में जिस गति और निरंतरता से मधु आचार्य ‘आशावादी’ कार्य कर रहे हैं ऐसे में उन के अबदान को डॉ. नीरज दइया की इस पुस्तक से जानने-समझने का अवसर मिलेगा। पुस्तक लोकार्पण समारोह में ‘मधु आचार्य आशावादी के सृजन-सरोकार’ के कृतिकार डॉ. नीरज दइया एवं कृति के नायक लेखक मधु आचार्य ‘आशावादी’ पुस्तक की रचना-प्रक्रिया एवं सृजन-यात्रा पर अपने विचार साझा करेंगे।

कार्यक्रम के समन्वयक बुलाकी शर्मा ने बताया कि पुस्तक पर कवि-नाटककार हरीश वी. शर्मा पाठकीय टिप्पणी रखेंगे तथा अनेक साहित्यकार कार्यक्रम में भाग लेंगे।