बीकानेर । बीकानेर संभाग मुख्यालय के लिए राजस्थान विधानसभा व बिल पारित अधिनियम द्वारा बनायी गई निजी स्तर पर प्रथम आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी के आगाज के साथ 21 मई से प्रवेश प्रारम्भ हो जाएंगे। इसी के साथ यहां पहली बार ही जर्नलिज्म एवं मास कम्यूनिकेशन, फैशन, डिजायनिंग, इंटीरियर डिजाईन, इण्डस्ट्री पर आधारित बीबीए व एमबीए पाठ्यक्रम की शिक्षा का शुभारम्भ होगा। नियमित आर्ट्स, कॉमर्स व भाषा के विभिन्न पाठ्यक्रमों के अलावा 30 विभिन्न अन्य विषयों पर प्रवेश प्रक्रिया 21 मई 2015 से शुरु होंगी। प्राप्त जानकारीनुसार सरकार के गजट अधिसूचना द्वारा 27 अपे्रल 2015 को कानून भी बना दिया गया है तथा आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी तथा इसके द्वारा प्रदान डिग्रियों की मान्यता यूजीसी द्वारा प्रदा होंगी। विधिवत् रुप से 20 मई से इसकी वेबसाईट लांच होगी।
लेखक, इंजीनियर डा. राम बजाज ने बताया कि वातानुकूलित मजबूत इन्फ्रास्ट्रचर जिसमें एसी स्टेप लासरुम, एसी एम फी थिएटर, सेमीनार हॉल, 24 घण्टे 10 जीबीपीएस कनेटीविटी के प्रबन्धन में पूर्णतया वाईफाईयुत राजस्थान भर में पहली बार लाउड मैनेजमेंट सिस्टम के साथ अनेक विशेषताएं लिए आरएनबी ग्लोबल का संचालन होगा। यूनिवर्सिटी अपने प्रथम वर्ष में कॉमर्स, मैनेजमेंट, आर्ट्स, साईन्स के नियमित पाठ्यक्रम जैसे कि बीकॉम, बीए, एमबीए, बीएससी, एमएससी आदि के साथ-साथ ऐसे कई पाठ्यक्रम जो संभाग में नहीं है। इनके अलावा लॉ पाठ्यक्रम और आर्किटेट पाठ्यक्रम भी बार कौंसिल ऑफ इंडिया और कौंसिल ऑफ आर्किटेट भी स्वीकृति के साथ जून माह से सुचारु होगा। बकौल डा. बजाज इन नये पाठ्यक्रम से बीकानेर के विद्यार्थियों को नए-नए विषयों में गे्रजुएशन व पोस्ट गे्रजुएशन करने का मौका मिलेगा तथा उनके कैरियर को एक नई दिशा देगा। नए विषयों के अलावा पढ़ाई के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के नए-नए पढ़ाने के तरीकों पर भी जोर दिया जाएगा। इसी को ध्यान में रखते हुए यूनिवर्सिटी कैम्पस को अन्दरुनी 10 जीबीपीएस की गति के नेटवर्क से जोड़ा गया है। पूरा कैम्पस का नेटवर्क ऑप्टीक फाइबर केबल पर आधारित है तथा इसका डिजाइन और कार्य दुनिया की शीर्ष कम्पनी एचपी ने किया है, इससे विद्यार्थियों को नई तकनीकों का इस्तेताल तथा ई-लर्निंग जैसे नए अध्ययन के तरीकों का इस्तेमाल करने में कोई परेशानी नहीं होगा। बीकानेर के वातावरण को देखते हुए कैम्पस को वातानुकूलित केम्पस सख्त सुरक्षा इंतजाम के साथ धूम्रपान वर्जित क्षेत्र में कैम्पस के अन्दर प्रवेश और प्रस्थान प्रतिबंधित होगा केवल अधिकृत कॉर्ड होल्डर जो कि बॉयोमेट्रिक होगा, उनको ही आने-जाने के लिए इजाजत होगी। डा. राम के अनुसार यूनिवर्सिटी में आए विद्यार्थी को किताबी किड़ा नहीं बनाया जाएगा- अपितु सीखाने पर ज्यादा जोर होगा। इसके लिए यूनिवर्सिटी नवीनतम पढ़ाने के तरीकों का इस्तेमाल करेगी जैसे-गु्रप बेसेज लर्निंग, प्रजेंटेशन, सेमीनार कॉन्फे्रंस एवं इंटरैटिव लर्निंग जैसे तरीकों का इस्तेमाल करेगी। इसके अलावा यूनिवर्सिटी मल्टी डिसिप्लिनरी एप्रोच व चॉइस बेस्ट के्रडिट सिस्टम को अमल करेगी।