अहमदाबाद गुजरात में सत्ता से 2 दशकों से ज्यादा वक्त से वनवास झेल रही कांग्रेस इस बार उत्साह से लबरेज है और पार्टी इस बार सत्ता में आने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोडऩा चाहती। इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे नकारात्मक प्रचार से दूर हैं। गुजरात के स्थानीय अखबारों ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं से कहा है कि सिर्फ पीएम मोदी को टारगेट करके प्रचार नहीं करना है।
इसके अलावा कांग्रेस उपाध्यक्ष ने पार्टी नेताओं को हिदायत दी है कि वे ऐसा कोई बयान न दें जिससे पार्टी की छवि खराब हो। पार्टी की आईटी सेल को भी स्पष्ट कहा गया है कि सोशल मीडिया पर कैंपेन में नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत हमले न किए जाएं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं और कारिंदों को चुनाव को सकारात्मक मुद्दों पर लडऩे का निर्देश दिया है। गुजरात में कांग्रेस के चुनाव प्रचार का थीम ‘आपकी इच्छा, हमारा संकल्प’ होगा। चुनाव प्रचार में यह बताया जाएगा कि अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो उसकी प्राथमिकता क्या होगी।
दरअसल गुजरात में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेताओं की तरफ से ऐसा कुछ न कुछ हो जाता था या कह दिया जाता था, जिसे बीजेपी लपक लेती थी और नतीजतन असल मुद्दे गौड़ हो जाते थे। 2007 में तो खुद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चुनाव प्रचार के दौरान ऐसा बयान दे दिया था जिसे बीजेपी ने लपक लिया था। गांधी ने 2002 के गुजरात दंगों का हवाला देते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘मौत का सौदागर’ कहा था। चुनाव में कांग्रेस की हार हुई थी और तमाम विश्लेषकों ने इसके लिए सोनिया के बयान को भी जिम्मेदार बताया था। लेकिन इस बार कांग्रेस कोई चांस नहीं लेने वाली।