लखनऊ। कासगंज में गणतंत्र दिवस पर सांप्रदायिक तनाव में एक युवक की मौत के बाद अब वहां पर सियासत तेज हो गई है। हिंदूवादी नेता साध्वी प्राची ने आज कासगंज जाने का प्रयास किया। पुलिस के उनको रोकने के बाद उन्होंने एटा से भाजपा के सांसद राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया के घर जाकर उनसे भेंट की। साध्वी प्राची ने इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 24 घंटे में हत्यारे को पकडऩे के लिए अल्टीमेटम दिया है। उधर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने दोषी को जल्दी ही गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। एटा से भारतीय जनता पार्टी के सांसद व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजवीर सिंह राजू भैया के राज पैलेस आवास पर साध्वी प्राची ने कहा कि 26 जनवरी को कासगंज में तिरंगा यात्रा पर गोली व बम से हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि 24 घण्टे में कार्रवाई नहीं हुई तो वह किसी भी कीमत पर कासगंज जाएंगी। उनको कोई भी रोक नहीं पाएगा।
उन्होंने कहा सीएम योगी आदित्यनाथ से उनकी से सीधा फोन पर बात हुई है। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। साध्वी प्राची ने कानून-व्यवस्था पर योगी आदित्यनाथ सरकार का बचाव किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में योगी सरकार सही काम कर रही है। 15 वर्ष से प्रदेश में सपा-बसपा की सरकार थी। इसी कारण यहां पर काम कर रहे अधिकारियों की मानसिकता अभी तक नहीं बदली है। उन्होंने कहा कासगंज में प्रशासन की चूक से हत्या हुई है। राजवीर सिंह उनको राज पैलेस पर नहीं मिले। साध्वी को उल्टे पांव लौटना पड़ा। राज पैलेस पर गार्ड ने साध्वी को रोक लिया था। बमुश्किल अंदर घुस पाई साध्वी। गार्डों ने कहा पूर्व में कोई सूचना नहीं थी। इस दौरान साध्वी प्राची को पानी भी दूसरे घर से पीना पड़ा। इससे पहले हाथरस में साध्वी प्राची को कासगंज जाने से रोका तो वह सिकंदराराऊ में पंत चौराहा पर धरने पर बैठ गईं। साध्वी प्राची व उनके काफिले को सिकंदराराऊ पुलिस ने कासगंज रोड पर रोका। इस दौरान सिकंदराराऊ कोतवाल से नोंकझोंक हो गई उनकी गाड़ी की चाबी निकालने से समर्थक आक्रोशित हो गए। इसके बाद समर्थकों के साथ साध्वी पंत चौराहा पर धरने पर बैठ गईं। उनके समर्थकों ने अलीगढ़-एटा के साथ ही मथुरा-बरेली मार्ग पर जाम लगाया था। अलीगढ़ में पुलिस ने कासगंज अलीगढ़ मार्ग सील कर दिया। यहां कई थानों की फोर्स के साथ-साथ सीओ भी अतरौली चौराहे पर थे। इसी बीच संत डॉ. पूजा पुलिस को चकमा देकर कासगंज रवाना होने लगीं। अखिल भारतीय हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय सचिव व संत डॉ. पूजा शकुन पांडेय पुलिस को चकमा देकर कासगंज की ओर बढ़ी । सिकन्दराराऊ पर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी, मगर वह गांव के रास्ते से कासगंज की ओर निकल गईं। उनके साथ महासभा के चार-पांच कार्यकर्ता भी हैं। कल हिन्दू जागरण मंच की टीम कासगंज पहुंचेगी। कासगंज में हिंसा पर डिप्टी सीएम केशव मौर्या ने कहा कि किसी भी कीमत पर हिंसा पर काबू किया जाएगा। इसमें जो दोषी है उन्हें बख्शा नही जाएगा। केशव मौर्या ने कहा कि कासगंज में दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है। पुलिस ने सतर्कता से प्रयास कर कई लोगो को पकड़ा है, जो लोग गड़बड़ी कर रहे है। उनके खिलाफ कार्यवाई के निर्देश दिए गए हैं। एडीजी एलओ आनंद कुमार ने बताया कि कासगंज हिंसा डीजीपी मुख्यालय से अटैच आईजी डीके ठाकुर को कासगंज भेजा गया। वह कासगंज की घटना पर पुलिस की मदद के लिए भेजे गए हैं। इससे पहले आज सुबह दो जगह आगजनी का प्रयास जिसे काबू में किया गया। वहां पर एडीजी आगरा के साथ आईजी अलीगढ़ रेंज मौके पर डटे हैं।
हिरासत में दो दर्जन एडीजी एलओ आनंद कुमार के मुताबिक इस घटना के बाद करीब दो दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है और कासगंज में कर्फ़्यू लगा दिया गया है। पुलिस के हवाले आई रिपोर्टों के मुताबिक हिंसा में एक युवक की मौत हो गई और कुछ अन्य घायल हो गए। मामले को लेकर पुलिस प्रशासन ने कमर कसते हुए मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं गिरफ्तारी के बाद मामले को लेकर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने कप्तान को जमकर फटकार लगायी। पुलिस की इस कार्रवाई से एडीजी आनंद कुमार खुश नहीं है। आईजी क्राइम और आईजी एलओ को तलब कर खुद मामले की मॉनिटरिंग कर रहे है। डीजीपी ओपी सिंह के साथ मुलाकात कर मामले की रणनीति तय की है। इसी दौरान कासगंज हिंसा मामले में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने कहा कि शांतिव्यवस्था के लिए पूरा कोशिश किया जा रहा है। जरूरत पड़ी तो मै भी मौके पर जाने के लिए तैयारा हूं। लापरवाहियों पर कार्रवाई की जाएगी। हिंसा पर बोले किसी शरारती तत्व ने दोबारा हिंसा फैलाने की कोशिश की है, शांति व्यवस्था बहाल करने में टीम जुटी हुई है।