OmExpress News / New Delhi / पांचवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश और दुनिया को शुभकामनाएं दीं। यहां के प्रभात तारा मैदान में उन्होंने कहा, “योग अनुशासन और समर्पण है और इसका पालन जीवनभर करना होता है। योग आयु, रंग, जाति, संप्रदाय, मत, पंथ, अमीरी-गरीबी, प्रांत और सरहद के भेद से परे है। योग सभी के लिए है और सब योग के हैं।” मोदी ने 28 हजार लोगों के साथ योग किया। 45 मिनट में उन्होंने 13 योगासन किए। International Yoga Day 2019
प्रधानमंत्री गुरुवार रात ही रांची पहुंच गए थे। मोदी के साथ योग करने के लिए करीब 40 हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। संख्या ज्यादा होने के चलते 12 हजार लोगों के लिए नजदीक स्थित दूसरे मैदान में योग करने की व्यवस्था की गई। इस बार योग दिवस की थीम है- योग फॉर हार्ट।
योग को गरीबों तक ले जाना है : मोदी
उन्होंने कहा कि “ड्राइंग रूम से बोर्ड रूम तक, शहरों के पार्क से लेकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स तक आज योग है। गली-कूचों से वेलनेस सेंटर्स तक आज चारों तरफ योग को अनुभव किया जा सकता है। आज के बदलते हुए समय में बीमारी से बचाव के साथ-साथ वेलनेस पर हमारा फोकस होना जरूरी है। यही शक्ति हमें योग से मिलती है। यही भावना योग की है, पुरातन भारतीय दर्शन की है। योग सिर्फ तभी नहीं होता, जब हम आधा घंटा जमीन या मैट पर होते हैं। अब मुझे आधुनिक योग की यात्रा शहरों से गांवों की तरफ ले जानी है, गरीब और आदिवासी के घर तक ले जानी है। मुझे योग को गरीब और आदिवासी के जीवन का भी अभिन्न हिस्सा बनाना है, क्योंकि ये गरीब ही है जो बीमारी की वजह से सबसे ज्यादा कष्ट पाता है।”
28 स्कूलों के बच्चे हुए शामिल
28 स्कूलों के 2600 बच्चे भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे। प्रभात तारा मैदान में हर प्रतिभागी को योग के लिए 24 स्क्वायर फीट की जगह मिली। 12 हजार लोग नजदीकी जेएससीए स्टेडियम और सेंट थॉमस स्कूल में योग किया। इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य समारोह 2015 में नई दिल्ली में, 2016 में चंडीगढ़ में, 2017 में लखनऊ में और 2018 में देहरादून में आयोजित किया गया था। मोदी सभी कार्यक्रमों में शरीक हुए थे। International Yoga Day 2019
जोधपुर : बंदियों सहित आसाराम ने किए योगासन
सूर्यनगरी जोधपुर में अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। जहां प्रशासन की ओर से बरकतुल्ला खान स्टेडियम में मुख्य आयोजन हुआ। वहीं जोधपुर सेंट्रल जेल में भी प्रहरी के निर्देशन में सुरक्षा कर्मियों सहित बंदियों ने विभिन्न योगासन किए। जिला अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी ने बताया कि योग दिवस के उपलक्ष्य में कारागार में प्रशिक्षक ललित भारती और सुगनाराम ने योग प्रशिक्षण दिया। वहीं महिला बंदियों को सीनियर योग शिक्षक अलका राठौड़ और कुसुम राठौड़ ने 3 दिवसीय प्रशिक्षण दिया। जेलर जगदीश पूनिया ने बंदियों को योग करने के फायदे बताते हुए प्रतिदिन योग करने के लिए प्रोत्साहित किया।
सेंट्रल जेल में अन्य बंदियों के साथ यौन शोषण मामले में आरोपी आसाराम ने भी योगासन किए। अर्से से अपने शिविरों में प्रवचन करने वाले आसाराम को इस तरह योगासन करते हुए देखते हुए अन्य बंदी भी हैरान रह गए। यहां स्वास्थ्य लाभ के लिए हंसने के दौरान आसाराम ने भी हाथ उठाकर हंसते हुए दिखे। यहां अन्य बंदियों के आगे आसाराम अलग से बैठे हुए देखे जा सकते हैं। अपने प्रवचनों में योग का महत्व बताने वाले आसाराम आज जोधपुर सेंट्रल जेल में योगा का लाभ उठा रहे हैं।
विश्व योग दिवस परराजधानी जयपुर में लोगों में नजर आया खासा उत्साह
एसएमएस स्टेडियम सहित जगह जगह योग दिवस ( Yoga Day ) पर कार्यक्रम हुए। जहां बड़ी संख्या में लोगों ने योग अभ्यास किया। वहीं दूसरी जयपुर के आमेर ( Amer ) इलाके में कुछ ऐसे बच्चे भी हैं जिनके पास ने कोई सुविधा और न कोई साधन था लेकिन उनके मन में योग दिवस मनाने की उत्सुकता थी। यही वजह रही कि बच्चों ने बच्चों ने खुले मैदान में योग क्रियाएं कर योग दिवस मनाया।
आमेर के गांव पीपलिया वास रामगढिया की ढाणी के इन बच्चों ने मैदान पर बिना किसी दरी पट्टी खाली मैदान में योग की विभिन्न क्रियाओं का अभ्यास किया। उन्होंने प्रणायम और अनुलोम विलोम सहित कई आसन किए। इस दौरान मासूमों के चेहरों पर उत्साह देखते बन रहा था। उन्हें सुविधा और साधन की चिंता नहीं बल्कि स्वस्थ्य रहने के लिए योग क्रियाएं सीखने की खुशी थी। International Yoga Day 2019
शहर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर हर उम्र के लोगों का उत्साह देखते ही बना। विभिन्न जगहों पर लोग सुबह से पार्कों में पहुंचे और विभिन्न आसनों के जरिए खुद को सेहतमंद रखने का संकल्प लिया। कई सामाजिक संस्थाओं की ओर से बड़ी संख्या में योग के कार्यक्रम हुए। गोविंद देव जी मंदिर में विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी, शाखा जयपुर की ओर से सत्संग भवन में योग कार्यक्रम हुआ।
बीटूबायपास स्थित स्टोन पार्क में श्रृंगी योगा सेंटर की ओर से आमजन को योगआसन करवाए गए। भारतभूषण श्रृंगी ने आमजन को वृक्षासन, उत्तानपादासन, वशिष्टआसन, अनुलोम विलोम करवाया। झालाना डूंगरी स्थित जेडीए पार्क में योगशिक्षक राजकुमार मोदी ने लोगों को योग करवाया।
मालवीय नगर डी ब्लॉक स्थित नेचुरल हैल्थ होम में योगाभ्यास, हैल्थ अवेयरनेस कार्यक्रम, हैल्थ क्विज, पोस्टर प्रतियोगिता हुई। अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा संगठन दिव्य भारत संस्थान की ओर से विभिन्न जगहों पर कई कार्यक्रम हुए। सांगानेर सहभागिता आवास योजना के सामुदायिक भवन , दौलपुरा बैनाड़ के बी एल मेमोरियल अकेडमी, तारों की कूट स्थित तरुछाया नगर पार्क में योग शिविर हुआ।
प्रतापनगर सेक्टर-10 विकास समिति की ओर से सेक्टर-11 स्थित सामुदायिक केन्द्र में योग कार्यक्रम हुआ। प्रशिक्षक वासुदेव दाधीच ने विभिन्न आसन करवाए।
बीकानेर : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जिला कलक्टर परिसर में हुआ मुख्य आयोजन
देर रात को हुई बारिश के बाद ठंडी और सुहानी हवाओं के बीच पब्लिक पार्क स्थित कलक्ट्रेट परिसर में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। योग समारोह में भाग लेने के लिए सुबह साढ़े छह बजे ही शहरवासियों का आना शुरू हो गया। योग की मुद्रा में लीन हो जाने को यहां हर कोई आतुर था। परिसर में एकत्रित जनमानस के बीच केवल और केवल योग और इससे होने वाले फायदों के बारे में चर्चा होती रही।
ठीक सात बजे अनुशासनात्मक ढंग से सभी यथास्थान पर बैठ गए और सामने मंच पर बैठे योग गुरू के निर्देशानुसार कार्यक्रम शुरू हुआ। सबसे पहले संभागीय आयुक्त हनुमान सहाय मीना, जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम, पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा, महापौर नारायण चौपड़ा और संवित सोमगिरि जी महाराज, अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश ओमप्रकाश अग्रवाल ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत की। इसके बाद प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय और पतंजलि योग समिति के योग प्रशिक्षकों की साक्षी में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम की शुरूआत हुई।
50 से अधिक योग प्रशिक्षकों की ओर से योग का संदेश दिए जाने के बाद ओम (ऊँ) के उच्चारण से पूरा परिसर गुंजायमान हो उठा। फिर शुरू हुआ योगाभ्यास और उसकी विभिन्न क्रियाएं। मंच पर बैठे योग प्रशिक्षकों की मुद्राओं को देख सामने बैठा जनमानस एक के बाद एक सभी योगाभ्यास करता रहा। International Yoga Day 2019
सबसे पहले सूक्ष्म व्यायाम में ग्रीवा चालन, स्कंध चालन, कटि चालन तथा फिर जानू चालान का अभ्यास करवाया गया। इसके बाद योगासन के प्रथम दौर में ताड़ासन, पादहस्तान, अर्द्वचक्रासन और त्रिकोणासन, दूसरे दौर में भद्रासन, वज्रासन, अर्द्वउष्ट्रासन, मंडुकासन तथा वक्रासन, तीसरे दौर में उल्टा लेटकर मकरासन, भुजंगासन तथा सीधा लेटकर सेतुवंधासन, उतानपादासन, अर्द्वहलासन, पवनमुक्तासन का अभ्यास करवाया गया।
योग के विभिन्न आसन के बाद प्राणायाम का दौर शुरू हुआ जिसमें सबसे पहले कपाल भाति का अभ्यास करवाया गया। इसके बाद अनुलोम विलोम, शीतली, भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास करवाया गया। योगासन और प्राणायाम का अंतिम दौर समाधि मुद्रा में ध्यान का अभ्यास करवाकर सम्पन्न करवाया गया।
योगाभ्यास के बाद परिसर में बड़ी संख्या में मौजूद जनमानस को योग प्रशिक्षकों ने सर्वदा अपनी सोच में संतुलन बनाए रखने और विश्व के प्रति शांति, आनंद और स्वास्थ्य के प्रचार के लिए बद्धता रखने का संकल्प दिलाया। अंत में सभी ने शांति पाठ किया और योगाभ्यास का समापन हुआ।
योग में विश्व गुरू बना भारत
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योगाभ्यास के बाद आमजन को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर कहा कि भारत योग में विश्व गुरू बन चुका है। संयुक्त राष्ट्र संघ में योग की प्रासंगकिता और इसके महत्व साबित हो चुका है और इसकी बदौलत हमारे ऋषि मुनियों की ओर से शुरू किया गए योग को आज 190 से अधिक देशों ने अपनाया है। उन्होंने कहा कि हमारी वर्षों पुरानी स्वस्थ रहने की इस योगक्रिया को विश्व स्तर पर पहचान मिली और संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का निर्णय किया।
गौतम ने कहा कि योग शरीर को स्वस्थ रखने का सर्वोत्तम तरीका है। ध्यान मुद्रा ही आत्मा का परमात्मा से साक्षात्कार करने का अहम साधन है। उन्होंने शहरवासियों से कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर किए गए योगाभ्यास को अपनी दिनचर्या में अपनाएं ताकि वे इससे होने वाले शारीरिक व मानसिक लाभ प्राप्त कर सकें।
इस अवसर पर संवित सोमगिरी जी महाराज ने कहा कि योग से दोषों का निवारण होता है तथा शक्ति का वरण होता है। योग रोग को आने नहीं देता है। यह भारतीय संस्कृति का एक अंग है। वेद, उपनिषद् और गीता में जो बातें बताई गई है, उनका अनुसरण करते हुए नियमित रूप से योगाभ्यास करते रहें, तो हम शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं साथ ही हमारा आत्मविश्वास भी बढ़ता है। योग का प्रचार शांति और आनन्द का प्रचार है।
ठंडी हवा और सौंधी खुश्बू
शुक्रवार सुबह शहर के सभी व्यक्ति, जिनमें पुरूष, महिला, युवा, छात्र, अधिकारी, कर्मचारी जब पार्क स्थित योग स्थल पर पंहुचे तो गुरूवार रात को हुई बारिश के कारण पूरा मौसम ठंडा था, सूर्य भगवान भी योग साधकों के साथ थे। वे पूरे समय बादलों में रहकर योगसाधकों को और उत्साहित कर रहे थे। वर्षा के कारण धुले हुए पेड़ और आस-पास की मिट्टी की सौंधी खुशबू के बीच में ठंडी हवाओं ने योग के दौरान लोगों को ऊर्जा से लबरेज कर रखा था।
इनका रहा सहयोग
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर महर्षि पतंजलि योग संस्थान के दीपक शर्मा के साथ उनके 50 साधक पार्क मंे बने विभिन्न मंचों पर योग क्रियाएं कर रहे थे, जिनके साथ सभी लोग लयबद्ध तरीके से योगाभ्यास कर रहे थे। इनके साथ ही गायत्री परिवार के शिवकुमार, ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की कमलबहन, श्रीमती साधना ने भी योग की विभिन्न क्रियाएं मुख्य मंच पर की।
इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त प्रदीप के. गवांडे, अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ए.एच.गौरी, न्यास सचिव सुश्री सुनीता चौधरी और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी देवेन्द्र चौधरी, डॉ.अमित पुरोहित सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी एवं आमजन ने उपस्थित होकर अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस में अपनी भागीदारी निभाई। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित व ज्योतिप्रकाश रंगा ने किया।
ग्राम पंचायत स्तर तक हुए कार्यक्रम
अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) तथा नोडल अधिकारी शैलेन्द्र देवड़ा ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जिला मुख्यालय से ग्राम पंचायत स्तर तक योगाभ्यास के कार्यक्रम हुए। उपखण्ड मुख्यालय, तहसील मुख्यालय तथा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर हुए योग दिवस के कार्यक्रमों में भी आमजन को योगाभ्यास करवाया गया। International Yoga Day 2019
बीकानेर : दस संस्थानों के सैकड़ों लोगों ने किया सामूहिक योगाभ्यास
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शुक्रवार को स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय तथा योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान् में विश्वविद्यालय परिसर में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया।
योग गुरु दीपक चांवरिया और सहप्रशिक्षक चंद्रशेखर शर्मा ने भारत सरकार के प्रोटोकाॅल के अनुसार योगाभ्यास करवाया। इस अवसर पर राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र के निदेशक डाॅ. आर के सावल, केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान के प्रभागाध्यक्ष डाॅ. एच के नरुला, केन्द्रीय वस्तु एवं सेवा कर के सहायक आयुक्त एम एस यादव, केन्द्रीय शुष्क अनुसंधान संस्थान के डाॅ. एन डी यादव, बैंक आॅफ बड़ौदा की क्षेत्रीय उपमहाप्रबंधक सविता डी केणी ने योग के महत्त्व पर प्रकाश डाला।
विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण निदेशक प्रो. वीरसिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा पांच दिवसीय योग शिविर आयोजित किया गया। इसमें 40 से अधिक योग साधकों ने भाग लिया। वहीं मुख्य समारोह में जिला मुख्यालय के दस संस्थानों के सैकड़ों लोगों ने सामूहिक योगाभ्यास किया। उन्होंने निदेशालय की गतिविधियों के बारे में बताया तथा कहा कि प्रत्येक व्यक्ति नियमित योगाभ्यास का संकल्प ले।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. राजेश शर्मा ने कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों ने हजारों वर्ष पहले योग-प्राणायाम के महत्त्व के बारे में बताया, लेकिन कालांतर में हम इनसे दूर होते गए। पिछले एक-डेढ दशक में देश में फिर योग क्रांति आई है। International Yoga Day 2019
योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र के निदेशक डाॅ. देवाराम काकड़ ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पृष्ठभूमि के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि भारत ने योग को पूरी दुनिया में पहुंचाया है। इस मामले में भारत आज भी विश्वगुरु है। इस दौरान योगसाधकों ने विभिन्न आसनों, प्राणायाम एवं सूक्ष्म व्यायाम का अभ्यास किया। प्रशिक्षकों ने इनसे होने वाले फायदों के बारे में बताया।
आठवी कक्षा के छात्र महीप बंसल ने योग पर विचार रखे तथा विजयश्री नाइक ने योग गीत प्रस्तुत किया। आइएबीएम निदेशक डाॅ. एन के शर्मा ने आभार जताया। इस अवसर पर अनुसंधान निदेशक डाॅ. एस एल गोदारा, अधिष्ठाता (स्नातकोतर शिक्षा) डाॅ. विमला डुकवाल, रक्षा संपदा अधिकारी जोन्स विकास, देवेन्द्र योग संस्थान के रतनसिंह निर्वाण, विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डाॅ. ए के शर्मा, डाॅ पी एस शेखावत, डाॅ. आर एस यादव सहित विश्वविद्यालय, केन्द्रीय शुष्क बागवानी एवं अन्य संस्थानों के कार्मिक, उनके परिजन तथा विद्यार्थी मौजूद रहे।
साइक्लिस्टों ने किया योगाभ्यास
नाल रोड स्थित गुरुदेव साइक्लिंग सेंटर पर साइक्लिस्टों ने योगाभ्यास किया। योग प्रशिक्षक राजूराम जाट के नेतृत्व में विभिन्न आसन, प्राणायाम और व्यायाम का अभ्यास किया गया। कोच किसन पुरोहित ने योग के महत्त्व के बारे में बताया तथा नियमित योगाभ्यास करने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए रामनाथ आचार्य ने योग के ऐतिहासिक परिपेक्ष्य के बारे में बताया।
एनआरसीसी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर रखी प्रतियोगिताएं
भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र (एनआरसीसी) द्वारा शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर केन्द्र में योग संबंधी प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। इससे पूर्व केन्द्र के अधिकारियों और कर्मचारियों ने स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर परिसर में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र के प्रशिक्षकों के निर्देशन में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में प्रातः 7.00 बजे काॅमन प्रोटोकाॅल के अनुसार योग की विभिन्न क्रियाएं की। योग के इस कार्यक्रम में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के बीकानेर स्थित अन्य संस्थान तथा केन्द्र सरकार के विभिन्न कार्यालयों ने भी शिरकत की।
विश्वविद्यालय परिसर में योग दिवस के मुख्य कार्यक्रम में बोलते हुए केन्द्र निदेशक डाॅ.आर.के.सावल ने कहा कि नियमित योग क्रियाओं से व्यक्ति शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ बना रहता है जो कि बदलते परिदृश्य की आपाधापी जीवन शैली में निहायत ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने योग द्वारा कार्यक्षमता में अभिवृद्धि पर बोलते हुए जोर दिया कि यदि व्यक्ति स्वस्थ होगा तभी वह संतुलित जीवन जी सकता है और राष्ट्र के विकास में अपना योगदान भी दे सकेगा।
केन्द्र के अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस नोडल अधिकारी डाॅ.सुमन्त व्यास, प्रधान वैज्ञानिक ने कहा कि इस योग दिवस के उपलक्ष्य पर केन्द्र में स्लोगन प्रतियोगिता व निबंध लेखन प्रतियोगिता (विषय-योग के लाभ) का आयोजन किया गया। जिसमें अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। International Yoga Day 2019