जोधपुर।व्यास विश्वविद्यालय के एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्राओं से शराब के नशे में धुत छात्रों की छेड़छाड़ की शर्मसार करने वाली घटना के बीच शिक्षा के मंदिर को लज्जित करने की एक और सनसनीखेज घटना सामने आई है।एक निजी कॉलेज में छात्रों से भी दो कदम आगे शिक्षकों की करतूतें बढ़ रही है। जिसमें शिक्षकों से व्हाट्स एप पर दोस्ती करने वाली छात्राओं को तो परीक्षा में पास कर दिया जाता है, वहीं दूसरी तरफ दोस्ती करने से इंकार करने वाली छात्राओं का या तो डिवीजन खराब कर दिया जाता है या साफ तौर पर फेल भी किया जा रहा है। शास्त्रीनगर स्थित एक निजी कॉलेज की छात्राओं ने गोपनीय शिकायत में आरोप लगाया है कि ओटोनोमस कॉलेज होने के कारण परीक्षा से लेकर परिणाम तक पर कॉलेज प्रशासन का ही नियंत्रण रहता है। विवि का किसी प्रकार का कोई नियंत्रण नहीं रहता है। ऐसे में कॉलेज में कार्यरत कुछ शिक्षकों की शर्मनाक हरकतें परवान पर आ गई है। व्हाट्स एप पर दोस्ती, वरना फेल छात्राओं ने आरोप लगाया कि कुछ शिक्षक छात्राओं से का दबाव बनाते हैं। वहीं दोस्ती करने के बाद छात्राओं को कॉलेज के बाहर ट्यूशन सेंटर की आड में लिए गए कमरों पर बुलाते भी हैं। शिक्षकों से दोस्ती करने वाली छात्राओं को ही परीक्षा में प्रश्नपत्र बताने के साथ ही अच्छे अंक दिए जा रहे हैं। जबकि दोस्ती से इंकार करने वाली छात्राओं को जानबूझकर कम अंक दिए जा रहे हैं, या फिर फेल भी किया जा रहा है।
उधर, कॉलेज प्रशासन को छात्राओं की शिकायतें मिलने के बाद भी मौन साध रखा है। जिसके कारण शिक्षकों की हरकतों को शह मिल रही है। अगर समय रहते शिक्षकों के हरकतों पर अंकुश नहीं लगाया गया तो सूर्यनगरी में शिक्षा जगत का शर्मसार काला अध्याय जुड़ सकता है।