बीकानेर। लोक देवता बाबा रामदेव की पुण्य तिथि भाद्रपद सुदी 10वीं पर बाबा का मेला आज सोमवार को भरा। सवेरे से ही मंदिरों में श्रद्धालु बाबा के दरबार में धोक लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। सुजानदेसर स्थित बाबा रामदेव के मन्दिर सहित अन्य इलाकों में स्थित मन्दिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की कतार लगी है। मन्दिर में धोक लगाने के लिए आने वाले महिला व पुरुष श्रद्धालुओं के लिए बैरिकेटिंग से अलग-अलग व्यवस्था की गई। श्रद्धालु बाबा रामदेव के भजनों और जयकारों के साथ आगे बढ़ते रहे।
मेला देर रात तक जारी रहेगा। इस दौरान अनेक संस्थाओं की ओर से श्रद्धालुओं के लिए लंगर-पानी की सेवा की जा रही है। मन्दिर परिसर में खोया-पाया केन्द्र स्थापित किया गया है। कानून व्यवस्था और सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात है। मन्दिर परिसर के बाहर प्रसाद और खिलौनों की दुकानें सजी हैं। बाबा रामदेव के मेले के कारण आज गंगाशहर में स्पेशल यातायात व्यवस्था रखी गई ।
रामदेव जी के मेलों में स्वास्थ्य संचार, सुजानदेसर व 32 हैड खाजूवाला में लगाईं गई आई.ई.सी. स्टॉलें
स्थाई अपंगता और असाध्य रोगों से मुक्ति के लिए विख्यात लोक देवता रामदेव जी के सुजानदेसर व 32 हैड खाजूवाला में भरे भव्य मेलों में रोगों से बचाव व स्वास्थ्य चेतना हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा आई.ई.सी. स्टॉल लगाई गई। मेलों में स्वास्थ्य शिक्षा देते हुए जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी श्रद्धालुओं को दी गई। सुजानदेसर में ब्लॉक बीकानेर के बीपीएम ऋषि कल्ला के नेतृत्व में उपकेन्द्र की ए.एन.एम. सुन्दर देवी व आशा रुक्मणि गहलोत ने तथा 32 हैड खाजूवाला में डॉ. कैलाश मौर्य के निर्देशन में भामाशाह स्वास्थ्य मार्गदर्शक दमनदीप सिंह व दीपक शर्मा ने आई.ई.सी. स्टॉल की कमान संभाली और पम्फ्लेट्स का वितरण किया। टीम द्वारा मंदिर परिसर के आस-पास, दुकानों व अन्य स्थानों पर पोस्टर व बैनर भी लगाए गए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि रामसा पीर सभी समुदायों में पूजे जाने वाले लोक देवता हैं इसलिए स्वास्थ्य विभाग के लिए ये जनचेतना का बहुत बढ़िया अवसर भी है। उन्होंने बताया कि मेलों में डेंगू-मलेरिया-मौसमी बिमारियों से बचाव के साथ-साथ आम जन को भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, राजश्री योजना, डायल एन एम्बुलेंस जीवन वाहिनी योजना, सुरक्षित मातृत्व दिवस, प्रसूति नियोजन दिवस आदि लोककल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। बेटी बचाओ अभियान के लिए समाज के सूचना तंत्र को मजबूत करने के लिए टोल फ्री न. 104 व मुखबिर योजना से आम जन को रू-ब-रू करवाया जा रहा है। वहीँ सुरक्षित मातृत्व के लिए प्रसव पूर्व जांचों व संस्थागत प्रसव का महत्व बताया जा रहा है।