मुंबई/जोधपुर । मुंबई महानगर के बाशिंदों को पिछले कई दिनो की तपती गर्मी से अब जाकर राहत मिली है। मुंबई के कई इलाकों में आज रात हल्की और मध्यम बारिश के साथ मानसून ने दस्तक दे दी है। गौरतलब है कि दो दिन पहले ही मानसून जब रत्नागिरी पहुंचा था तब मुंबई में बारिश की संभावना जतायी जा रही थी। मुंबई में हर वर्ष अधिकतम बरसात दक्षिण-पश्चिम मानसून के द्वारा ही होती है। मुंबई महानगर और इसके उपनगरीय इलाकों में हल्की और मध्यम बारिश से तापमान में गिरावट आयी है।
रेल सेवा प्रभावित
उपनगरीय रेल सेवा प्रभावित हुई है। साथ ही पालघर जिले के पटियाली गांव में दीवार गिरने से उसमें दबकर एक व्यक्ति की मौत हो गई। मुंबई के कई क्षेत्रों में आज सुबह से हो रही भारी बारिश की वजह से सिगनल फेल हो जाने से उपनगरीय रेल सेवा प्रभावित हुई।
पश्चिमी राजस्थान में प्री-मानसून सक्रिय
पश्चिमी राजस्थान में प्री-मानसून सक्रिय हो गया है। केरल से मुम्बई और वहां से गुजरात होते हुए पश्चिमी राजस्थान में फैले इस मानसून ने जोधपुर जिले को तरबतर कर दिया। गुरूवार दोपहर को बादल जमकर बरसे, जोधपुर में देर रात तक 19.1 मिमी बरसात हो चुकी थी, वही जिले में सर्वाधिक बरसात बिलाड़ा में 60 मिमी रिकार्ड की गयी। जबकि पीपाड़, ओसियां, भोपालगढ़, तिंवरी, मथानिया, फलौदी में भी बादल जमकर बरसे। जोधपुर में बरसात इतनी तेज थी कि शास्त्रीनगर क्षेत्र में खंभे में करंट फैलने से एक कुत्ता उससे चिपक गया, सूचना पर पूरे ही क्षेत्र की बिजली काट दी गयी। इसी तरह जगदम्बा कॉलोनी, ओल्ड कैम्पस, महामंदिर में भी करंट फैलने की शिकायत मिली है। शहर में बरसात इतनी तेज थी कि कई जगह खंभे गिर गए, मोहनपुरा पुलिए से नीचे एक पेड़ धराशायी हो गया। बरकतुल्लाह स्टेडियम के पास दीवार से सटा बड़ा पत्थर गिरकर सड़क पर आ गया।
जोधपुर में दोपहर एक बजे अचानक बादल घिर आए और देखते ही देखते जमकर बरसने लगे।
पहली बरसात ने खोली पोल
पहली ही तेज बरसात ने शहर में प्रशासन की पोल खोलकर रख दी। जगह-जगह डिवाइडर बना तो दिए गए लेकिन पानी निकासी की जगह नही मिलने के कारण पानी सड़क पर कमर की ऊंचाई तक बहने लगा। बोम्बे मोटर्स चौराहा की ढलान, बरकतुल्लाह स्टेडियम की सड़क की ढलान, मसूरिया पहाड़ी व बाबा रामदेव मंदिर से स्टेडियम की ओर के मार्गों की ढलान से पानी बहकर मथुरादास माथुर सर्कल के पास एकत्रित हो गया, जिससे वहां लगी पुलिस की घुमटी आधी पानी में डूब गयी, चार पहिया वाहनों के पहिया डूब गए तो दो पहिया वाहन तो पूरी तरह से पानी के अंदर डूबे दिखे।
कमोबेश ये ही हालात शास्त्रीनगर में एमडीएमएच अस्पताल से लेकर कल्पतरू सिनेमा तक थे, जहां चारो ओर नदी का ही नजारा था।
शहर बना तालाब
जोधपुर शहर में तो इस भारी बरसात ने कहर बरपा दिया। वहां राणीसर की ढलान से जो बालाÞ बहा वो तेजी से खाण्डा फलसा तक फैल गया, खाण्डाफलसा में जोगियो का बास की ओर से ओर सिवांचीगेट की पहाड़ियों से पानी बहकर आया और पुष्टिकर स्कूल से होते हुए बालवाड़ी स्कूल तक तालाब बन गया, दूसरी ओर सिवांची गेट की पहाड़ियों से किसी जमाने में निकलने वाली नहर जो बाईजी का तालाब तक चलती थी बंद हो जाने से वो ही पानी बालवाड़ी स्कूल तेजी से बढ़ा इससे हालात ज्यादा बिगड़ गए, कई बच्चों व महिलाओं को क्षेत्र के लोगो ने रस्सा बांधकर बचाया। ये पानी नेहरू पार्क के आगे जाकर किसी समय में बख्तसागर के तालाब की जगह आज भी एकत्रित हो रहा है जहां से नाला बनाकर पोलोटेक्निक कॉलेज की ओर उसे छोड़ा जाता है लेकिन नाला अवरूद्ध होने से वहां पानी घरों में घुसने से खासा नुकसान हो गया।
बिजली गुल रही दो घंटे
बरसात शुरू होते ही पूरे ही जोधपुर की बिजली काट दी गयी। करीब ढाई घंटे तक पूरा जोधपुर बिजली बिना रहा, उसके बाद भी जिन क्षेत्रों में अधिक पानी था उन क्षेत्रों में बिजली शाम 6 बजे के बाद ही लौटी।
फसल के लिए अच्छी है ये बरसात
प्रगतिशील किसानों का मानना है कि ये बरसात कपास,रिजका, सब्जी,बाजरा व गवार की फसल के लिए बेहतर है। इस बरसात से किसानों के चेहरे खिल गए है। बिलाड़ा क्षेत्र में ये फसल सर्वाधिक बोई जाती है।
बरसात की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में जोधपुर जिले व संभाग में भारी बरसात की चेतावनी दी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार प्री-मानसून सक्रिय होकर पश्चिमी राजस्थान पर पश्चिम विक्षोभ बना हुआ है इस कारण इस क्षेत्र में मूसलाधार होगी व आंधी तूफान आएंगे।