कांग्रेस के लिए यह जीत किसी ऑक्सीजन से कम नहीं है और कांग्रेसी खेमे में जश्न का माहौल है। दूसरी ओर, उपचुनाव के नतीजे से बीजेपी को कुछ हद तक झटका लगा है।
बीते रविवार को सम्पन्न उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार राजेंद्र सिंह तंवर ने भाटी वार्ड से जीत दर्ज की है, जहां मतदान प्रतिशत सबसे अधिक दर्ज किया गया। चुनाव अधिकारियों ने बताया कि आप प्रत्याशी अभिषेक बिधुड़ी ने तेहखंड वार्ड से भाजपा प्रत्याशी सुनील वर्मा को 1555 मतों के अंतर से हराकर जीत दर्ज की। पार्टी से विजयी अन्य प्रत्याशियों में मटियाला वार्ड से रमेश, नानकपुरा से अनिल मलिक और विकास नगर वार्ड से अशोक कुमार शामिल हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी पंकज ने झिलमिल वार्ड से 2419 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। पंकज ने भाजपा प्रत्याशी और पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह शंटी को हराकर यह जीत दर्ज की। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी योगिता राठी ने महिलाओं के लिए आरक्षित मुनिरका सीट से जीत दर्ज की। कांग्रेस के प्रत्याशियों ने खिचड़ीपुर और कमरूद्दीन नगर से भी जीत दर्ज की।
भाजपा प्रत्याशी भूपिंदर मोहन भंडारी ने शालीमार बाग से 1451 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। पार्टी प्रत्याशी डॉ. महेंद्र नागपाल ने वजीरपुर वार्ड से 3608 मतों के अंतर से जबकि नवादा से प्रत्याशी कृष्ण गहलोत ने 4843 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। बल्लीमारान सीट से आप प्रत्याशी ने जीत दर्ज की।
मौजूदा पार्षदों के 2013 और 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में चुने जाने के कारण उपचुनाव कराने की आवश्यकता पड़ी, जो तीन निगमों- एसडीएमसी (7), एनडीएमसी (4) एवं इडीएमसी (2) के अंतर्गत आने वाले वार्डों में हुए।
निगम चुनावों में पहली बार चुनाव लड़ रही आप को विधानसभा चुनावों की तरह ही अपना प्रदर्शन दोहराने की उम्मीद थी, जो 2017 में होने वाले नगर निगम चुनावों में उसके लिए जमीन तैयार करने में मदद करती। लेकिन इस चुनाव में आप को उम्मीद के अनुरुप परिणाम नहीं मिला। वहीं, कांग्रेस के लिए यह जीत किसी ऑक्सीजन से कम नहीं है। 2012 में एमसीडी को तीन भागों में बांट दिया गया था और तकरीबन एक दशक से एमसीडी में भाजपा का शासन है।
एग्जिट पोल: असम में भाजपा, पश्चिम बंगाल में फिर ममता
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के विभिन्न टीवी चैनलों पर दिखाए गए एग्जिट पोल के अनुसार ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में जबर्दस्त तरीके से लगातार दूसरी बार जीतने जा रही हैं। यहां वामदल-कांग्रेस गठजोड़ निष्प्रभावी रहेगा।
असम में कांग्रेस के लगातार 15 साल से चल रहे वर्चस्व को समाप्त कर पहली बार भाजपा के ‘कमल’ खिलने के आसार हैं। पूर्वोत्तर में भाजपा की यह पहली सरकार हो सकती है।
तमिलनाडु में जयललिता अपेक्षित प्रभाव नहीं डाल पाईं। वहां करुणानिधि की द्रमुक और कांग्रेस का गठबंधन सत्ता प्राप्त कर सकता है। हालांकि एक एग्जिट पोल में अन्नाद्रमुक की बढ़त बताई गई है।
केरल में ओमन चांडी कांग्रेस की नैया पार करवाते नहीं दिखाई दे रहे। वहां लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट सत्त्ता पर काबिज हो सकता है।
पुड्डुचेरी में द्रमुक के नेतृत्व में कांग्रेस व अन्य दलों का गठबंधन सत्ता की दहलीज पर पहुंच सकता है। वहां सत्ताधारी ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस को 30 में से आठ से 12 सीटें मिलने की संभावना है।
चुनावों के औपचारिक नतीजे 19 मई को आएंगे। सोमवार को अंतिम चरण के मतदान में केरल में 71.7%, तमिलनाडु 69.19% और पुड्डुचेरी में 71.08% मतदान हुआ।