नई दिल्ली। भारतीय मोबाइल निर्माता माइक्रोमैक्स दक्षिण कोरिया की सैमसंग को पछाड़कर घरेलू बाजार की सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनी बन गई है। रिसर्च फर्म कैनेलिस की ओर से बुधवार को जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। वहीं, सैमसंग ने इस रिपोर्ट को ठुकराते हुए कहा कि वह अब भी नंबर वन स्मार्टफोन कंपनी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, बीते साल की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भारतीय स्मार्टफोन बाजार में गुड़गांव की कंपनी माइक्रोमैक्स की हिस्सेदारी 22 फीसद पर पहुंच गई। इस बाजार में सैमसंग की हिस्सेदारी 20 फीसद रही। इस रिपोर्ट की मानें तो माइक्रोमैक्स न सिर्फ भारत में अव्वल रही है, बल्कि यह दुनिया की भी तीसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनी बन गई है। दिसंबर में समाप्त इस तिमाही के दौरान घरेलू बाजार में हिस्सेदारी के लिहाज से चार सबसे बड़ी कंपनियों में उक्त दो के अलावा कार्बन व लावा शामिल हैं।
सैमसंग का दावा, अब भी नंबर वन
सैमसंग ने कैनेलिस की रिपोर्ट को गलत करार देते हुए दावा किया है कि वह अब भी भारतीय स्मार्टफोन बाजार की अव्वल कंपनी है। कंपनी की तरफ से जारी एक बयान में जीएफके के आंकड़ों का हवाला देकर कहा गया है कि ये वास्तविक बिक्री पर आधारित होते हैं। जीएफके के मुताबिक पिछले साल अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में सैमसंग की बिक्री संख्या के लिहाज से बाजार हिस्सेदारी 34.3 फीसद व बिक्री मूल्य में 35.8 प्रतिशत रही। सैमसंग इंडिया के वीपी (मार्केटिंग, मोबाइल बिजनेस) आसिम वारसी ने कहा कि 2014 में उनकी कंपनी मार्केट लीडर रही है। स्मार्टफोन में सैमसंग की बाजार हिस्सेदारी निकटतम प्रतिस्पर्धी के मुकाबले दोगुने से ज्यादा रही।