नई दिल्ली। नोटबंदी के विरोध में अपोजिशन ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें कांग्रेस, टीएमसी, आरजेडी, मुस्लिम लीग, जेएमएम, एआईयूडीई और जेडीएस शामिल हुईं। सपा, बीएसपी, लेफ्ट, जेडीयू और एनसीपी इस कॉन्फ्रेंस से नदारद रहीं। राहुल ने कहा कि 30 तारीख आने वाली है लेकिन स्थितियां वैसी की वैसी ही हैं। लोगों को राहत नहीं मिली है। वहीं ममता बोलीं कि मोदी सुबह से रात तक डराते हैं। सरकार तो अच्छी चीज होती है। सरकार अगर डराने लगेगी तो कैसे चलेगा। पहले मायावती को पकड़ो, सोनिया को पकड़ो, ममता को पकड़ो, लालू को पकड़ो, ये क्या होता है? आज देश में सुपर इमरजेंसी चल रही है। राहुल ने कहा कि एक नया ब्लैक मार्केट तैयार हुआ है। पैसे को बदलने के लिए और चोट कमजोर-गरीबों को लगी है। किसान को बीज और खाद खरीदने के लिए पैसा नहीं है। छोटा दुकानदार है तो उसके पास पैसा नहीं है। बेरोजगारी बढ़ गई है। नरेंद्र मोदी जी ने कहा था कि 30 तारीख को सबकुछ ठीक हो जाएगा। अगर ऐसा नहीं होगा तो मैं जवाब दूंगा। 30 तारीख आने वाली है स्थितियां वैसी की वैसी हैं। लोगों को राहत नहीं मिली है। डिमोनेटाइजेशन का लक्ष्य फेल हो गया है। प्रधानमंत्री को अब जवाब देना है कि जो मुश्किलें हमारे लोगों को सहनी पड़ रही हैं। उसके लिए जिम्मेदार कौन है? 7 साल से सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज है हिन्दुस्तान में, इसका जवाब प्रधानमंत्री को देना चाहिए। 15 अक्टूबर 2013 इनकम टैक्स की रेड आदित्य बिरला ग्रुप में पड़ी उनके वाइस प्रेसिडेंट के ई-मेल में लिखा है कि 25 करोड़ रुपए हमें गुजरात सीएम को देने हैं। 12 करोड़ हो गए हैं और बाकी पैसे देने है। सहारा ग्रुप की डायरी में 9 बार लिखा है कि गुजरात सीएम को पैसे दिए। 40 करोड़ रुपए उन्हें दिए गए। राहुल ने कहा कि पहले कहा था कि काला धन स्विस बैंक से लाएंगे। अब कहते हैं कि स्विस बैंक का स्विच ऑफ हो गया। ये मेक इन इंडिया नहीं, ये फेक इन इंडिया है। अगर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लडऩी है, तो प्रधानमंत्री अलग क्यों हैं। प्रधानमंत्री पहले इंसान होने चाहिए कि जो ये कहें कि मुझ पर इल्जाम लग रहा है तो इसकी तुरंत जांच होनी चाहिए।