सीटू नेताओं ने ऑटो चालकों को दिया 8-9 को होने वाली देशव्यापी हड़ताल में शामिल होने का न्योता

OmExpress News / Rohtak / हर्षित सैनी मोदी सरकार द्वारा लाए गए मोटर व्हीकल विधेयक के खिलाफ सीटू नेताओं ने ऑटो चालकों को 8-9 जनवरी को होने वाली देशव्यापी हड़ताल में शामिल होने का न्योता दिया। हड़ताल की तैयारियों में रोहतक शहर के अलग-अलग स्टैंडों पर ऑटो चालकों की बैठकें की गई और हड़ताल में शामिल होने के लिए जनसंपर्क अभियान चलाया गया। Rohtak News

बैठक में ऑटो चालकों को संबोधित करते हुए सीटू जिला प्रधान सतबीर पाकस्मा, जिला सचिव प्रकाश चंद्र व सह-सचिव कामरेड विनोद ने कहा कि घटते रोजगार के चलते बड़े पैमाने पर स्वरोजगार के तहत ऑटो की संख्या पूरे देश में बढ़ रही है परंतु कितनी हैरानी की बात है कि पूंजीपतियों को करोड़ों रुपए के कर की छूट देने वाली सरकारें ऑटो चालकों के लिए वाहन खरीदने के लिए कोई भी सस्ते ब्याज पर कोई भी ऋण योजना नहीं चला रही है।

इसके अलावा थर्ड पार्टी बीमा के नाम पर लिए जाने वाले प्रीमियम की राशि में कई गुना बढ़ोतरी कर ऑटो चालकों पर भारी बोझ डाला जा रहा है। 46 में श्रम सम्मेलन की सिफारिशों के अनुसार ऑटो चालकों व रिक्शा चालकों के लिए यह साईं की सुविधा दी जानी चाहिए थी परंतु 2015 से लेकर अब तक इस मसले पर सरकार चुप्पी साधे हुए हैं।  Rohtak News

सीटू नेताओं ने कहा कि ऑटो चालकों के लिए कल्याणकारी बोर्ड का गठन करने की बजाए मोटर व्हीकल विधेयक के बहाने से कारपोरेट कंपनियों के लिए माहौल बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित कानून में बहुत सारे श्रमिक विरोधी प्रावधान डाले गए हैं, जिसके तहत कोई भी वहीकल केवल मात्र अधिकृत सर्विस स्टेशनों से ही ठीक करवाए जा सकते हैं। उसमें इस्तेमाल होने वाले पुर्जे भी ब्रांडेड कंपनियों के ही खरीदने होंगे। यह बाध्यता लाखों ट्रांसपोर्ट वर्करों को इस क्षेत्र से बेरोजगारी के मुंह में धकेल देगी।

उन्होंने सभी ऑटो चालकों से अपील की है कि आगामी 89 जनवरी की हड़ताल में बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी करें।

प्रदीप बहमणी बने हरियाणा लोक कलाकार यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष – Rohtak News

अनूप कुमार सैनी / आज सुखपुरा चौंक स्थित एक निजी होटल में हरियाणा लोक कलाकार यूनियन की कोर कमेटी एवं सभी जिला अध्यक्षों की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में कुछ बड़े पदों में फेरबदल किया गया।

बैठक में यूनियन के पूर्व प्रधान की सहमति से व उनके निजी कारणों से प्रदीप बहमणी को लोक कलाकार यूनियन का नया प्रधान घोषित किया गया। इस अवसर पर करनाल से प्रवेश त्यागी एवं सोनीपत से पूनम को भी जिला अध्यक्ष घोषित किया गया।

बैठक में यूनियन के चेयरमैन शीशपाल चौहान ने नवनियुक्त प्रधान को बधाई दी एवं पूर्व प्रधान के कार्यकाल को बेहतरीन बताया। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधान की अध्यक्षता में कलाकारों के लिए बेहतरीन कार्य हुए हैं।

रोहतक के अध्यक्ष नरेश कुंडू ने कहा कि यूनियन द्वारा भविष्य में कार्यशालाएं एवं प्रदर्शन किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कलाकारों की समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिसके तहत नए प्रधान की अध्यक्षता में अगली रणनीति तैयार की जाएगी।

नवनियुक्त प्रधान प्रदीप बहमणी ने कहा कि सभी कलाकारों के साथ मिलकर काम करेंगे। कलाकारों की समस्याओं को दूर करवाने के लिए जल्द ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिला जायेगा। उन्होंने सभी को समर्थन देने के लिए धन्यवाद किया।

इस अवसर पर कोर कमेटी के सदस्य राकेश चावरिया ने नवनियुक्त प्रधान को पगड़ी बांध कर सम्मानित किया। अंत में ‘भारत बचाओ लोक कला बचाओ’ की शपथ के साथ प्रधान को पद व गोपनीयता की शपथ दिलवाई गई।  Rohtak News

बैठक में कोर कमेटी के सदस्य राकेश चावरिया, नफे सिंह, सुभाष नगाड़ा, उपप्रधान रणजीत, झज्जर के जिलाध्यक्ष सुखानाथ, कैथल अध्यक्ष प्रताप सिंह सारगी, भिवानी अध्यक्ष सुनील, सुभाष शर्मा, संदीप शर्मा ने भी अपनी सहमति जताई।

बैठक में कामिल शहजादा, राहुल बागड़ी, भारत भूषण, सन्नी सिंह, सुरेश कुमार, सुशील कुमार आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।

वीआ अवार्ड से सम्मानित होंगी डॉ. सुलक्षणा अहलावत – Rohtak News

हर्षित सैनी / बहलम्बा गांव की बेटी और अजायब गाँव की बहू शिक्षाविद, कवयित्री एवं समाज सेविका डॉ. सुलक्षणा अहलावत को 12 जनवरी को जयपुर में वीआ अवार्ड 2019 से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें समाज सेवा के लिए प्रदान किया जाएगा। यह सम्मान जयपुर के मैसूर पैलेस में आयोजित भव्य सम्मान समारोह में जानी मानी बॉलीवुड अभिनेत्री डॉ. अदिति गोवित्रिकर द्वारा प्रदान किया जाएगा।

डॉ. सुलक्षणा ने बताया कि कार्यक्रम के आयोजक हरीश सोनी ने मोबाइल पर यह जानकारी देते हुए बताया कि वो अपनी सामाजिक संस्था विलक्षणा एक सार्थक पहल समिति के माध्यम से समाज सेवा कर रही हैं। उन्होंने बताया कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वो महिलाओं एवं लड़कियों को मुफ्त में सिलाई प्रशिक्षण और ब्यूटीशियन प्रशिक्षण करवाती हैं।

शिक्षा विद ने बताया कि वे संस्था के माध्यम से वो एक पैड बैंक भी संचालित कर रही हैं। संस्था के माध्यम से वो रोहतक जिले के अजायब गांव के राजकीय विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं को हर दूसरे महीने मुफ्त में सैनेटरी पैड उपलब्ध करवाती हैं। इसके अलावा वो शिक्षा के क्षेत्र में भी प्रयासरत हैं, उन्होंने भट्ठों पर काम करने वाले मजदूरों के 43 बच्चों का विद्यालय में दाखिला भी करवाया है।

डॉ. सुलक्षणा ने बताया कि वो समय समय पर रक्तदान शिविर और स्वास्थ्य जांच शिविर भी आयोजित करवाती हैं। इन्हीं समाजहित के कार्यों के लिए उन्हें यह सम्मान प्रदान किया जा रहा है। डॉ. सुलक्षणा राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर लगभग 50 बार सम्मानित की जा चुकी हैं।

मोदी सरकार ने कारपोरेट्स 230 करोड़ का बैड लोन किया माफ : अरविन्द पाल दहिया

अनूप कुमार सैनी / केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के अधिकारी संगठनों के संयुक्त मंच, नेशनल कॉफेड्रेशन ऑफ ऑफिसर्ज एसोसिएशंज ने ट्रेड यूनियनों की 8 और 9 जनवरी को होने वाली दो दिवसीय आम हड़ताल का नैतिक समर्थन करने का फैंसला किया है।

यह जानकारी देते हुए एन.सी.ओ.ए. के उपप्रधान महासचिव अरविन्द पाल दहिया ने बताया कि सरकार की कॉरपोरेटपरस्त और वर्किंग क्लास विरोधी नव उदारवादी नीतियों के खिलाफ भारत के मजदूर, कर्मचारियों द्वारा की जा रही यह 18वीं आम हड़ताल पूरी तरह सफल रहेगी। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में विनिवेश और इनके निजिकरण पर रोक इस हड़ताल का मुख्य लक्ष्य है।

यह हड़ताल 12 सूत्रीय मांगों जिनमें मूल्य वृद्धि पर रोक, रोजगार की उपलब्धता, श्रम कानूनों का पालन व हनन करने पर कड़ी सजा का प्रावधान, सभी वर्कर्स के लिए सार्वभौमिक, सामाजिक सुरक्षा कवच, 18000 रुपए प्रति माह न्यूनतम वेतन देने, सभी वर्कर्स के लिए 3000 प्रतिमाह न्यूनतम पेंशन देने व सेंट्रल और स्टेट पीएसयू में विनिवेश और रणनीतिक विक्रय पर रोक शामिल हैं।

इनके अलावा स्थायी कार्यों में ठेकेदारी प्रथा पर रोक और समान काम के लिए समान वेतन देने, बोनस और प्रोविडेंट फंड के भुगतान और पात्रता, सीलिंग मुक्त हो, रेलवे, बीमा और डिफेंस में एफडीआई पर रोक लगाई जाए। ग्रेच्यूटी की सीमा में वृद्धि, 45 दिन की अवधि में ट्रेड युनियन्स का सुनिश्चित रजिस्ट्रेशन और आईएलओ कंवेंशन सी87, सी98 का त्वरित पुष्टिकरण, श्रम कानूनों में संशोधन पर रोक लगाई जाए।

उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार की बी एस एन एल विरोधी और निजी कंपनी समर्थक नीतियों की वजह से ही बी एस एन एल जो 2004-05 में 10 हजार करोड़ के मुनाफे में था, अब हानि वाली कंपनी बन चुका है। दूसरी ओर किस तरह सरकार रिलांयस जियो पर हर तरह से मेहरबान है, यह जगजाहिर है।

उनका कहना था कि केवल चालाकी पूर्ण तरीकों से ही रिलांयस जियो बाजार पर कब्जा किए हुए है। रिलांयस जियो की मदद करने के लिएनियमों को तोड़ा मरोड़ा जा रहा है। रिलांयस जियो को लाभ पहुंचाने के लिए पी.एम.ओ. डोट, ट्राई सभी अतिरिक्त रूप से कार्य कर रहे हैं।

एन.सी.ओ.ए. के उपप्रधान महासचिव ने कहा कि यह सब कुछ केवल दूरसंचार के क्षेत्र में ही नहीं हो रहा है बल्कि सभी क्षेत्रों में पब्लिक सेक्टर पर सरकार के हमले हो रहे हैं। भारतीय रेलवे का भी तीव्रगति से निजीकरण हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि कारपोरेट्स को लाभ पहुंचाने के लिए रक्षा उत्पाद करने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की इकाईंयों को खत्म किया जा रहा है। कारपोरेट्स द्वारा पब्लिक सेक्टर बैंकों को लूटा जा रहा है। उनके द्वारा कर्ज का पुर्नभुगतान भी नहीं किया जाता है।

अरविन्द पाल दहिया ने बताया कि कारपोरेट्स का करोड़ों का कर्ज मोदी सरकार द्वारा माफ किया जा रहा है। अभी तक भारत सरकार द्वारा रु. 2,30,000 करोड़ का बैड लोन (डूबत का कर्ज) राइट ऑफ किया जा चुका है, इनमें से ज्यादातर बड़े कॉर्पोरेट्स द्वारा लिया गया कर्ज है। परिणामस्वरुप सभी प्रमुख पब्लिक सेक्टर बैंक्स, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सहित हानि की स्थिति में पहुंच चुके हैं।

उन्होंने बताया कि वर्ष 1991 से अभी तक हमारे देश में 3.63 लाख करोड़ का विनिवेश हो चुका है। इसमें से विगत 4 वर्षों में केवल वर्तमान सरकार द्वारा किया गया विनिवेश ही रुपए 2.1 लाख करोड़ का है। इससे हम वर्तमान सरकार द्वारा पब्लिक सेक्टर पर किए जा रहे हमलों की तीव्रता का अंदाजा लगा सकते हैं।

एन.सी.ओ.ए. के उपप्रधान महासचिव के मुताबिक वर्तमान सरकार द्वारा नीति आयोग का गठन भी सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण के एकमात्र उद्देश्य को लेकर ही किया गया है। नि:संदेह निजी क्षेत्र को लाभांवित करने के लिए ही पब्लिक सेक्टर को नेस्तनाबूद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारत सरकार के उपक्रम (पब्लिक सैक्टर) आधुनिक भारत के मंदिर है किंतु वर्तमान प्रधानमंत्री का कहना है कि पब्लिक सेक्टर का जन्म तो मरने के लिए ही हुआ है।

अरविन्द पाल दहिया ने दावा किया है कि एन.सी.ओ.ए. से संबंद्ध सभी संगठन 8 और 9 जनवरी को विरोध दिवस के रूप में मनाएंगे। ड्यूटी पर काले बिल्ले लगा कर कार्य करेंगे व भोजनावकाश के समय विरोध प्रदर्शन करके आम हड़ताल को नैतिक समर्थन देंगे। Rohtak News