बीकानेर । चर्म रोग विशेषज्ञों का राज्य स्तरीय सम्मेलन कल दोपहर 12 बजे पार्क पैराडाईज में सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के चर्म रोग विभाग के तत्वावधान में आयोजित होगा। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.आर.पी.अग्रवाल ने बताया कि बीकानेर में 1996/2006 को सम्मेलन हुआ; अब तीसरी बार हो रहा है ।इसमें देश व राज्य के लगभग 150 विशेषज्ञ इसमें भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि पी.जी. छात्रों के लिए मेडिकल कौसिंल ने वैज्ञानिक सम्मेलनों में भाग लेना आवश्यक कर दिया है। इससे भविष्य में तैयार हो रहे विशेषज्ञों का ज्ञानवद्र्धन हो सकेगा। इस आयोजन से बीकानेर संभाग और आस-पास के राज्यों से आने वाले रोगी लाभान्वित होंगे।
चर्म रोग विभागाध्यक्ष एवं मुख्य संयोजक डॉ.आर.डी.मेहता ने बताया कि रूबरू संवाद,अध्ययन एवं अध्यापन के लिए यह सम्मेलन लाभकारी रहेगा। एम्स दिल्ली के डॉ.कौशल वर्मा द्वारा पेम्फीगस जैसी घातक बीमारी के लिए पिछले कुछ वर्षों से प्रयोग में आने वाली बॉयोलोजिकल्स के विषय में चर्चा की जायेगी। साथ ही पीआरपी विधि के फायदे व नुकसान के विषय में भी चर्चा की जायेगी। इस पर होने वाले पैनल डिस्कशन में उदयपुर के प्रोफेसर असित मित्तल समन्वयक होंगे।
आयोजन प्रमुख डॉ.बी.सी.घीया ने बताया कि चर्म रोग के इलाज में पिछले कुछ वर्षों में उपचार की नई विधियों एवं औषधियों का समावेश किया गया है। सम्मेलन में वरिष्ठ विशेषज्ञों के व्यक्तिगत अनुभवों का लाभ अत्यंत महत्वपूर्ण रहेगा। उन्होंने बताया कि चर्म रोग के माध्यम से मधुमेह होने से पूर्व ही संकेत मिल सकते है। इस बारे में दिल्ली में कार्यरत कार्डिफ कोर्स निदेशक डॉ.राजीव चावला अपने शोध के विषय में जानकारी देंगे। फंगस बीमारी के बारे में उदयपुर के डॉ.ललित गुप्ता के संयोजन में चर्चा की जायेगी। आयोजन सचिव डॉ.प्रसून सोनी ने बताया कि इस एक दिवसीय सम्मेलन में यू.जी. व पी.जी.छात्रों की क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि अमृतसर मेडिकल कॉलेज के डॉ.बी.बी.महाजन नाखून में होने वाले विभिन्न रोगों के बारे में बताएंगे।