लुधियाना: आज महंगाई के दौर में दस रुपये में पेटभर खाना मिलना संभव नहीं है। जगन्नाथ फूड फॉर लाइफ प्रोजेक्ट के जरिये लुधियाना शहर में यह संभव हो गया है।
इस प्रोजेक्ट के तहत शहर में दो काउंटरों पर दस रुपये में एक थाली खाना मिल रहा है। एक कटोरी दाल, एक सब्जी, चावल व चार चापाती, वह भी हाईजेनिक और सीलबंद पैक। पैकिंग को ले जाकर बच्चों को खिलाइए या फिर खुद खाइए, कोई बंदिश नहीं। लुधियाना सिटी में शुरू किए गए इस नायाब प्रोजेक्ट की प्रबंधन कमेटी में शहर के जाने-माने कारपोरेट घराने शामिल हैं। लक्ष्य है हर रोज एक लाख व्यक्तियों तक पौष्टिक लंच व डिनर पहुंचाना। खाना तैयार होता है फिरोजपुर रोड पर साढ़े तीन एकड़ में बनी मेगा किचन में। किचन के लिए कॉलोनाइजर ने दान की साढ़े तीन एकड़ जमीन इस नेक कार्य के लिए साढ़े तीन एकड़ का विशाल भूखंड कॉलोनाइजर नवीन भाटिया दान किया है । वह इस प्रोजेक्ट के संस्थापक सदस्य भी हैं। प्रबंधन का जिम्मा श्री गोविंद गोधाम के संस्थापक सतीश गुप्ता का है ।

सितंबर में शुरू हुई इस सेवा के प्रथम चरण में मिनी सचिवालय परिसर के बाहर फिरोजपुर रोड व डीएमसी अस्पताल के बाहर एक-एक काउंटर बनाया गया है। अभी दो हजार व्यक्तियों के लिए खाना उपलब्ध करवाया जा रहा है। नवीन भाटिया बताते हैं कि पचास हजार व्यक्तियों के लिए लंच और इतने ही लोगो के लिए डिनर सर्व करने का लक्ष्य है। इसे एक साल के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। प्रयास है कि शहर के हर प्रमुख चौक-चौराहे पर दस रुपये में भर पेट खाना उपलब्ध करवाया जाए।

बनारस के परिचित से मिली प्रेरणा
श्री गोविंद गोधाम के संस्थापक सतीश गुप्ता बताते हैं कि बनारस में उनके एक परिचित अपने दम पर 25 हजार व्यक्तियों को 15 रुपये में पौष्टिक खाना उपलब्ध करवाते हैं। यह जानने के बाद मेरे मन में भी लुधियाना में भी कुछ ऐसा करने की इच्छा जगी। मैंने इस बारे में कॉलोनाइजर नवीन भाटिया से बात की। इसके बाद हम दोनों बनारस में मेगा किचन देखने चले गए। वहीं, तय किया कि लुधियाना में एक टाइम पचास हजार लोगों को खाना उपलब्ध करवाएंगे। बीस मित्रों से बात की। सभी सहर्ष तैयार हो गए। फिरोजपुर रोड पर किचन बनाने में एक साल लग गया। सितंबर 15 को मिनी सचिवालय परिसर के बाहर व दयानंद अस्पताल के सामने वाला काउंटर शुरू कर दिया गया।(PB)