बीकानेर। श्री गोपेश्वर विद्यापीठ सैकेण्डरी स्कूल के इको क्लब एवं करुणा क्लब के तत्वावधान में आयोजित प्रकृति संरक्षण सप्ताह के अन्तर्गत शुक्रवार को कला एवं उद्योग प्रदर्शनी लगाई गई। विद्यापीठ के समन्वयक गिरिराज खैरीवाल ने बताया कि करुणा इन्टरनेशनल के महामंत्री सतीश पोपली ने प्रदर्शनी का उद्घाटन माँ सरस्वती के चित्र पर द्वीप प्रज्ज्वलन कर किया।
प्रदर्शनी का अवलोकन करने के पश्चात् श्री पोपली ने कहा कि न्यूनतम व्यय में अधिकतम उपयोग और वह भी गुणवता से युक्त, सार्थक व प्रभावी उद्दश्यों की पूर्ति इस प्रदर्शनी में प्रतीत हो रही है। युवा समाज सेवी मिलन गहलोत ने कहा कि जिस तरह से नन्हें-नन्हें छात्र-छात्राओं ने प्रकृति के संरक्षण हेतु अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की है, उनके उज्ज्वल भविष्य का तो द्योतक है ही, उनके सुखी जीवन का भी बिम्ब है।
वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. पुरूषोत्तम शर्मा ने छोटे- छोटे बच्चों की नैसर्गिक प्रतिभा व स्किल को मूर्त रूप देने के लिए विद्यापीठ स्टाफ व प्रबंधन की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
करुणा इंटरनेशनल के जतनलाल दूगड़, ताराचंद बोथरा, घनश्याम साध, राजेश पुरोहित, सुन्दरलाल रामावत, धर्मेन्द्र यादव, मनोज कुमार राजपुुरोहित, सुरेन्द्र डागा, राकेश पंवार, बालकिशल सोलंकी, योगेश पुरोहित, चन्दूलाल भार्गव, सुरेन्द्र कुमार प्रजापत, राहुल कच्छावा, अरूण सुथार, योगेश सांखला, प्रभुदयाल गहलोत, प्रकाश शर्मा, सुशील कुमार शर्मा, रवि अग्रवाल, प्रदीप कच्छावा सहित अनेक गणमान्यजनों ने प्रदर्शनी की खूब तारीफ की। श्रीडूंगरगढ़ के श्रीमती सीतादेवी, चम्पादेवी एवं मोहित स्वामी ने भी प्रदर्षनी को देखने के पष्चात् भरपूर सराहना की।
स्वामी विवेकानन्द प्रोफेशनल स्टडीज, सींथल की छात्राध्यापिकाओं ने भी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। बड़ी संख्या में अभिभावकों ने भी अवलोकन कर प्रदर्शनी की सराहना की।
शाला प्रधानाध्यापिका श्रीमती भंवरी देवी ने बताया कि प्रदर्शनी में कक्षा 3 से 8वीं तक के विद्यार्थियों ने वेस्ट से बेस्ट यूज की अनेक वस्तुओं को अपने हाथों से बनाकर प्रदर्शित किया तथा प्रकृति सरंक्षण का संदेश दिया।
रमेश कुमार मोदी ने सभी का आभार प्रदर्शित किया। प्रभारी राणसिंह राजपुरोहित ने संयोजन किया।
इससे पूर्व गुरूवार को रासायनिक प्रदूषण के अन्मूलन, ऊर्जा संरक्षण के उपाय, वायु प्रदुषण की रोकथाम, जल संररक्षण के सुझाव, ध्वनि प्रदूषण का समाधान व गंदगी हटाओं बीमारी भगाओ आदि विषयों पर भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। बुधवार को कविता प्रतियोगिताएं आयोजित हुई। मानवता के शत्रु ‘‘शोर’’ इसे हटाने पर दें ‘‘जोर’’, स्वच्छ जीवन-उत्तम जीवन, जल है तो कल है, ऊर्जा संरक्षण वक्त की पुकार, रासायनिक प्रदूषण की हानियाँ विषयों पर आयोजित हुई कविता प्रतियोगिताओं में 114 विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की।
सप्ताह का समापन शनिवार को कचरा पात्र वितरण, पौधरोपण एवं गौशाला भ्रमण के साथ हो गया।