हर्षित सैनी
रोहतक। स्वामी दीप्तानन्द अवधूत मैमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा गांव मकड़ौली खुर्द में शुक्रवार 28 जून से 4 जुलाई तक शाम 4 से 7 बजे तक अद्भुत श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन धूमधाम से किया जाएगा।
यह जानकारी आज स्थानीय मैना पर्यटक केंद्र पर आयोजित एक पत्रकार वार्ता में देते हुए ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री श्री 1008 सतगुरू कृष्णानन्द महाराज ने देते हुए बताया कि इस श्रीमद्भागवत कथा के मुख्य अतिथि सांसद अरविन्द शर्मा, सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर व मेयर मनमोहन गोयल होंगे। इस ज्ञानयज्ञ की कथावाचिका किशोरी भव्या श्री होंगी जबकि नित्य भजन संध्या में किशोरी आराध्या श्री भक्तों को अपनी मनोहारी वाणी से निहाल करेंगी।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए स्वामी कृष्णानन्द महाराज ने बताया कि 28 जून को प्रात: 8 बजे भव्य कलश शोभायात्रा व मंगलाचारण होगा। तत्पश्चात गणेश पूजा व भागवत महात्म्य का आयोजन होगा। शनिवार 29 जून को शुकदेव आगमन, भीष्म स्तुति, कुन्ती स्तुति, परीक्षित जन्म व श्राप का सुन्दर प्रस्तुतिकरण होगा। रविवार 30 जून को सृष्टि प्रकरण, धु्रव चरित्र, भरत चरित्र, अजामिल आदि का वर्णन होगा।
इसके अलावा 1 जुलाई को प्रहलाद, समुंद्र मंथन, श्री वामन अवतार, राम अवतार, श्री कृष्ण जन्म तथा गजेन्द्र कथा, 2 जुलाई को नन्दोत्सव, बाल लीला, कालिया नाग की कथा, श्री गिरिराज पूजन एवं अभिषेक होगा। 3 जुलाई को महारास, अक्रुर जी का गोकुल गमन, गोपी-उद्धव संवाद, कंस उद्धार व रूकमणी मंगल का आयोजन होगा। 4 जुलाई को भगवान विवाह, कृष्ण-सुदामा चरित्र, यदुवंशियों को श्राप, शुकदेव स्वामी का प्रस्थान, परीक्षित मोक्ष, पूर्णाहूति व भंडारे का आयोजन होगा।
उन्होंने बताया कि उनका ट्रस्ट समाजसेवा के कार्यों में अग्रणी रहता है। जिसके तहत अभी तक हजारों लोगों की आंखों के आप्रेशन, भंडारों का आयोजन, पौधारोपण, आश्रमों में संत महाराजों की सेवा करने का कार्य करता आ रहा है। उन्होंने कहा कि मकडौली में श्री दीपहरि सेवा संस्थान के नाम से संस्था बनाई गई है, जो मानव कल्याण के लिए कार्य करेगी। इस भव्य ज्ञान यज्ञ सप्ताह में पूरे प्रदेश से श्रद्धालु जुटेंगे तथा श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के माध्यम से लोगों को धर्म से जोडऩे का कार्य करेंगे।
स्वामी कृष्णानन्द महाराज ने कहा कि आज मनुष्य अपने धर्म से विमुख होता जा रहा है। जिसके कारण समाज का लगातार पतन हो रहा है। उन्होंने कहा कि कलयुग में जो श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करता है, उसे ही इस भवसागर के पार जाने की शक्ति मिलती है। उन्होंने सभी का आह्वान किया कि प्रभु व धर्म से जुडकऱ ही अपने जीवन रूपी नैया को चलाएं ताकि इस कलयुग में उनका बेड़ा पार हो सके।