– छात्रों के हक के लिए इनसो कभी पीछे नहीं हटी और न ही आगे कभी हटेगी
– इनसो की राष्ट्रीय व प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय
अनूप कुमार सैनी
जींद, 29 जुलाई। जननायक जनता पार्टी के बाद अब छात्र संगठन इंडियन नेशनल स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन (इनसो) ने भी अपनी सभी कार्यकारिणी भंग कर दी हैं। अब आगामी 15 अगस्त तक नई ऊर्जा के साथ संगठन का पुनर्गठन किया जाएगा, जिसमें ज्यादा से ज्यादा छात्राओं, मेहनती तथा नए मजबूत साथियों को जिम्मेदारियां सौंपी जाएगी। वहीं अन्य राज्यों में भी मजबूती के साथ इनसो का विस्तार किया जाएगा और मेहनती पदाधिकारियों को पहचान पत्र दिए जाएंगे।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इनसो कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन मुख्य रूप से संगठन के पुनर्गठन, कोरोना महामारी को देखते हुए इनसो के स्थापना दिवस (5 अगस्त) को मनाने बारे व छात्र संबंधित विषयों पर चर्चा करने के लिए किया गया। उन्होंने कहा कि इस बैठक में सभी पदाधिकारियों की सहमति के बाद इनसो कार्यकारिणी को भंग करने का प्रस्ताव पारित करते हुए जल्द संगठन का पुनर्गठन करने का फैसला लिया गया।
दिग्विजय ने कहा कि जेजेपी संरक्षक अजय चौटाला के आदेशानुसार जेजेपी ने अपनी सभी इकाइयों को भंग किया था और छात्र संगठन इनसो भी जेजेपी परिवार का हिस्सा है इसलिए इनसो की कार्यकारिणी को भी भंग करके मजबूती के साथ दोबारा गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी 15 अगस्त तक नई कार्यकारिणी का गठन करते हुए इनसो के प्रभारी, जिला प्रधान, चेयरमैन समेत विभिन्न पदों पर मजबूत साथियों को जिम्मेदारियां दी जाएंगी।
इनसो कार्यकारिणी की बैठक में पदाधिकारियों ने 5 अगस्त को मनाए जाने वाले इनसो के स्थापना दिवस पर भी चर्चा की। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इनसो हर बार अपना स्थापना दिवस एक सामाजिक संदेश के साथ प्रदेशभर में मनाती है। उन्होंने कहा कि इस बार इनसो कोरोना महामारी को देखते हुए सामाजिक दूरी की पालन करते हुए मनाएगी।
वहीं स्थापना दिवस के दिन शाम को युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत अजय चौटाला एक ऑनलाइन वेबिनार के माध्यम से युवाओं से जुड़कर उन्हें संदेश देंगे। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इसके अलावा इनसो के साथी 4 अगस्त को ब्लड डोनेशन कैंप लगा कर रक्तदान करेंगे ताकि प्रदेश के अस्पतालों में खून की कमी न रहे।
इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि इनसो हमेशा छात्रों की समस्याओं व उनके हकों के लिए आगे रहती है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाऊन में छात्रों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इनसो ने छात्रों की समस्याओं को देखते हुए कॉलजों व विश्वविद्लायों में परीक्षाएं रद्द करवाने के लिए कदम उठाए, जिसके बाद सरकार ने परीक्षाएं रद्द की।
उन्होंने कहा कि अब यूजीसी की गाइडलाइन आ गई है, इसको लेकर इनसो राज्यपाल, एचआरडी मंत्री से मिलकर बातचीत करेगी और छात्रों को कोई परेशान नहीं आने देगी। इसके अलावा एडमिशन प्रोसेस व गैरवाजिब फीस को लेकर भी छात्रों की परेशानी दूर करने का काम किया जाएगा। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि अगले साल प्रत्यक्ष छात्र संघ चुनाव का मुद्दा भी मुकाम तक लेकर जाएंगे।
वहीं बैठक में दिग्विजय चौटाला ने प्रदेश में मौजूदा बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार की सराहना करते हुए कहा कि गठबंधन सरकार निरंतर जनहित में कार्य करते हुए आगे बढ़ रही है और सरकार की जनहितैषी नीतियों को कार्यकर्ता जनता के बीच लेकर जाएं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के युवाओं को निजी क्षेत्र में 75 प्रतिशत नौकरियां देने के लिए मजबूत कदम उठाया, गांवों से शराब के ठेके बाहर किए, गांवों में व्यायामशालाएं बनाई, कोरोना महामारी को देखते हुए बेहतर तरीके से किसानों की फसल खरीदी और उसका भुगतान आदि अनेकों कदम उठाए। उन्होंने कहा कि इसी तरह बुढ़ापा पेंशन को भी 5100 रूपये प्रति माह किया जाएगा।
इस बैठक में जेजेपी विधायक अमरजीत ढांडा, इनसो प्रदेश प्रभारी रणधीर चीका, इनसो प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप देसवाल, इनसो कार्यालय सचिव मोंटू दलाल, अनिल बालकिया, राजेश पायलट, संदीप कपाड़िया, राष्ट्रीय महासचिव अनिल घणघस, जिला अध्यक्ष नरेंद्र श्योकंद, जिला चेयरमैन दीपक देसवाल समेत इनसो राष्ट्रीय व प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारी मौजूद रहे।