-जल जीवन हरियाली कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मत्स्य पालन की थी सराहना।

बिहार(सुपौल) प्रशांत कुमार -वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देश भर मे लॉक डाऊन लगाया गया है,यही कारण है कि हमारे देश मे इसका संक्रमण कम फैल सका लेकिन लॉक डाऊन की वजह से दूसरी ओर देखें तो आम जन जीवन और व्यवसाय पर इसका व्यापक असर पड़ने लगा हैं।

सबसे बड़ा असर मत्स्य उत्पादन पर पड़ा है जहां उत्पादन के बाद भी बाजार की कमी हो गई है।सुपौल के पिपरा थाना क्षेत्र के सखुआ गांव स्थित ओम साईं एक्वा फॉर्म में 40एकड़ पोखर में हो रहे मत्स्य उत्पादन पर इसका असर स्पष्ट देखने को मिल रही है।जहां पिछले 5 जनवरी को जल जीवन हरियाली कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उक्त मत्स्य पालन स्थल का निरीक्षण कियाऔर संचालक मुनीन्द्र कुमार की सराहना करते इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित भी किया।

वर्तमान में स्थिति ये है कि लॉक डाऊन की वजह से मत्स्य पालन कर रहे संचालक परेशान हैं क्योंकि उत्पादित मछली के लिए बाजार नहीं मिल रही है और न ही मजदूर मिल रहे हैं यहां तक कि उसके फीड की भी समस्या आने लगी है जबकि मत्स्य पालन के लिए जो खर्च होती है उसे वहन करना ही पड़ता है मालूम हो कि इस ओम साईं एक्वा फॉर्म में प्रति वर्ष करीब 150 टन मछली का उत्पादन होता है और आस पास के सैकड़ो लोगों का इससे रोजगार भी चलता है।ऐसे में मतस्य पालक ने सरकार से मतस्य के बाजार की समुचित सुविधा प्रदान करने की गुहार लगाई है।