हर्षित सैनी
रोहतक। आज स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने हरियाणा के विभिन्न सरकारी कॉलेजों में 2-3 गुना फीस बढ़ोतरी व महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में 6 महीने से परमानेंट वाइस चांसलर की भर्ती न करने के खिलाफ महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के गेट नंबर 1 पर हरियाणा सरकार का पुतला फूंका।
हरियाणा के राज्य सचिव सुरेंद्र ने बताया कि हरियाणा सरकार लगातार विद्यार्थियों को पढ़ाई से वंचित करने का प्रयास कर रही है । इसी का ताजा उदाहरण हरियाणा सरकार द्वारा हरियाणा के सभी गवर्नमेंट कॉलेजों में 3 गुना फीस बढ़ोतरी करके दिखाया गया है।
सुरेंद्र ने बताया कि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय हरियाणा का जाना माना विश्वविद्यालय है लेकिन विश्वविद्यालय में 6 महीने से स्थाई वाइस चांसलर की भर्ती ना होने के कारण अनेकों काम लंबित पड़े हैं। विद्यार्थियों को अनेकों कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इन सबके बावजूद हरियाणा सरकार ने अब तक स्थाई कुलपति की भर्ती नहीं की है। उन्होंने बताया कि आज हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर रोहतक में आए हुए हैं लेकिन उन्होंने विद्यार्थियों से मिलने का टाइम नहीं है।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी सिर्फ अपनी समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराना चाहते थे लेकिन उनका समय नहीं मिल पाया, जिसके कारण विद्यार्थियों ने विरोध प्रकट करते हुए आज महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के गेट न. 1 पर हरियाणा सरकार का पुतला फूंका।
हरियाणा के राज्य सह सचिव अर्जुन ने बताया कि अगर अब भी सरकार हरियाणा के कॉलेजों की बढ़ी फीस को वापस नहीं लेती है तथा हरियाणा के एमडी यूनिवर्सिटी स्थाई भर्ती नहीं करती है तो अगले सप्ताह से एस एफ आई पूरे हरियाणा में आंदोलन शुरू करेगी। उन्होंने साथ ही बताया कि विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया चली हुई है।
उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों की मदद के लिए एस एफ आई ने पूरे हरियाणा के कॉलेजों व यूनिवर्सिटी में हेल्प डेस्क लगाए हुए हैं लेकिन अनेक कॉलेजों का प्रसाशन हरियाणा सरकार की तरह तानाशाही पूर्ण रवैय्या अपनाते हुए हेल्प डेस्क नहीं लगाने दे रहे हैं, जो कि विद्यार्थियों का संविधानिक अधिकार है। एस एफ आई ने प्रशासन के इस व्यवहार की कड़ी निंदा करते हुए सरकार से मांग की है कि ऐसे कॉलेज प्रशासन पर कार्यवाही की जाए।
आज के कार्यक्रम में ऋतु, मनीषा, अर्जुन, गुरदीप आज़ाद, दीपक, अंकित, सचिन, विकास, अनूप, अमित, राहुल प्रकृति, विकास, मोहित आदि उपस्थित रहे ।