नई दिल्ली/अजमेर। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में केन्द्रीय शहरी विकास मंत्राी वैंकया नायडू ने ‘नेशनल हेरीटेज सिटी डवलपमेंट एण्ड आंग्मेन्टेशन योजना (हृदय) का शुभारंभ किया। योजना के शुभारंभ के अवसर पर अजमेर के महापौर कमल बाकोलिया ने प्रेजे़न्टेशन देते हुए कहा कि इस योजना के अन्तर्गत चयनित राजस्थान के अजमेर जिले के लिए नगर निगम द्वारा शहर की विरासत एवं संस्कृति को संवारने के लिए केन्द्र सरकार के समक्ष 1325 करोड़ रूपये की विस्तृत योजना पेश की है। इसके एवज में अजमेर को प्रथम चरण के विकास के लिए करीब चालीस करोड़ रूपये की राशि जारी की गई है और अगले तीन वर्षो में सौ करोड़ रूपये का सहयोग केन्द्र सरकार से प्राप्त होने की उम्मीद है। जिसके माध्यम से अजमेर की ऐतिहासिक विरासत को पुनः विश्व पटल पर जगह बनाने में कामयाबी मिलेगी। इस अवसर पर श्री नायडू द्वारा श्री बाकोलिया को अजमेर के विरासतीय विकास के लिए प्रथम चरण में जारी की गई चालीस करोड़ चार लाख रूपये का अनुदान आदेश भी प्रदान किया।
श्री बाकोलिया ने केन्द्रीय शहरी विकास मंत्राी वैकया नायडू से आग्रह किया कि अजमेर की विशिष्ट परिस्थितियों को देखते हुए अधिकाधिक आर्थिक सहयोग प्रदान किया जावे ताकि ऐतिहासिक विरासत को संजोने की इस योजना के लक्ष्यों को जल्द से जल्द हासिल किया जा सके। श्री बाकोलिया ने अपना सुझाव देते हुए कहा कि पुरातत्व विभाग एवं वन विभाग से विकास परियोजनाओं से जुड़ी स्वीकृत्ति प्राप्त करने में काफी मशक्कत होती है तथा विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में भी देरी होती है, अतः हेरीटेज योजना के सफल एवं जल्द कार्यान्वयन के उक्त विभागों की योजना से संबंधित शक्तियां जिला कलेक्टर को सौपने की दिशा में सरकार द्वारा पहल करनी चाहिए, ताकि सार्वजनिक महत्व की परियोजना के कार्यान्वयन के लिए गैर जरूरी समय की बर्बादी को रोका जा सके तथा एक जगह पर ही उचित समाधान किया जा सके।
योजना के शुभारंभ के अवसर पर विज्ञान भवन के परिसर में सभी चयनित शहरों ने प्रदर्शनियों का आयोजन भी किया। अजमेर जिले ने चित्रा प्रदर्शनी के माध्यम से जिले के पच्चीस प्रमुख विरासतीय महत्व के स्थानों को प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए केन्द्रीय मंत्राी वैंकेया नायडू ने अजमेर जिले की विरासत को बनाए रखने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की। योजना के शुभारंभ के अवसर पर केन्द्रीय पर्यटन राज्यमंत्राी (स्वतंत्रा प्रभार) महेश शर्मा एवं अन्य अधिकारी गण भी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि ‘हृदय योजना’ के तहत् देश के चुने हुए बारह शहरों को उनकी विरासत एवं संस्कृति को संवारने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा आर्थिक मदद प्रदान करने का प्रावधान किया गया है।