विधानसभा चुनाव : असम-पश्चिम बंगाल में बम्पर मतदान

विधानसभा चुनाव : असम-पश्चिम बंगाल में बम्पर मतदानगुवाहाटी/कोलकाता । असम और पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में सोमवार को भारी मतदान हुआ। असम में 85 और पश्चिम बंगाल में 79.56 प्रतिशत मतदान हुआ। हालांकि इस दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाएं भी हुईं और चुनाव कानून के उल्लंघन को लेकर असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।

चुनाव आयोग ने एक बयान में बताया कि शाम पांच बजे तक प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक 82.02 प्रतिशत मतदान हुआ था। हालांकि शाम पांच बजे तक काफी संख्या में मतदाता कतार में लगे हुए थे। आखिरी मतदान प्रतिशत करीब 85 प्रतिशत जाने की संभावना है। आज 61 सीटों पर मतदान हुआ। राज्य की 126 विधानसभा सीटों में 65 पर चार अप्रैल को प्रथम चरण में वोट डाले गए थे जब 82. 20 प्रतिशत मतदान हुआ था।

दिल्ली में चुनाव आयोग सूत्रों ने बताया कि मतदान के दिन एक संवाददाता सम्मेलन करने पर जन प्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन करने को लेकर गोगोई के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

कामरूप में चायगांव में एक मतदान केन्द्र पर वोट डालने आई एक गर्भवती महिला वापस जाते समय अपने बच्चे को वहीं भूल गई और जब वह बच्चा वापस लेने आई तो सीआरपीएफ के एक कांस्टेबल ने उसके साथ कथित रूप से ‘बदसलूकी’ की, जिसका वहां मौजूद लोगों ने विरोध किया और हालात काबू में करने के लिए पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ीं।दूसरे दौर के मतदान में जिन लोगों का चुनावी भाग्य मतदान मशीनों में बंद हुआ उनमें राज्य के कैबिनेट मंत्री रकीबुल हसन, चंदन सरकार और नजरूल इस्लाम कांग्रेस से, असम गण परिषद के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल कुमार महंत और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सिद्धार्थ भट्टाचार्य शामिल हैं।

कांग्रेस मुख्यमंत्री तरूण गोगोई के नेतृत्व में राज्य में चौथी बार सरकार बनाने की उम्मीद लगाए बैठी है। पार्टी ने कुल 57 उम्मीदवार उतारे हैं। भाजपा के 35 और उसके सहयोगी अगप के 19 और बीपीएफ के 10, एआईयूडीएफ के 47, माकपा के नौ और भाकपा के 5 उम्मीदवारों की किस्मत दॉंव पर है।

पश्चिम बंगाल में बर्धवान के जमुरिया चुनाव क्षेत्र के मतदान केन्द्रों से हिंसा की छिटपुट घटनाओं की खबर मिली है। माकपा के एक एजेंट को कथित रूप से तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पीटा और उसे मतदान केन्द्र में घुसने से रोका। हालांकि टीएमसी ने इस आरोप को गलत बताया है। पुलिस ने जमुरिया में एक मतदान केन्द्र के पास बम से भरे दो थले बरामद किए।

पश्चिमी मिदनापुर जिले के नारायणगढ़ में टीएमसी और माकपा समर्थकों के बीच उस समय हाथापाई की नौबत आ गई, जब वामपंथी पार्टी के राज्य सचिव और विपक्ष के नेता सूर्य कांत मिश्रा, जो क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं, को सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन का सामना करना पड़ा।

बर्धवान जिले के पंडावेश्वर चुनाव क्षेत्र में एक बूथ पर मतदान अधिकारी परिमल बौरी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया, जिस कारण मतदान कुछ देर के लिए बाधित हुआ। एक अन्य अधिकारी के काम संभालने के बाद मतदान दोबारा शुरू हुआ। राज्य में जिन बड़े नामों का चुनावी भाग्य आज के मतदान से निर्धारित होगा उनमें भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मानस भुइयां, राज्य के मंत्री मलय घटक, अभिनेता सोहम चक्रवती और सूर्य कांत मिश्रा शामिल हैं।

पश्चिमी मिदनापुर, बांकुरा और बर्धवान जिलों में फैली 31 सीटों पर आज हुए मतदान के लिए 163 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें 21 महिलाएं हैं। सत्तारूढ़ टीएमसी, वाम.कांग्रेस गठबंधन और भाजपा ने इस दौर के मतदान वाले सभी क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारे थे।