दिल्ली। आध्यात्म का चोला ओढ़ कर पाखंड का प्रवचन देते हुए दिल्ली में अय्याशी का आश्रम चलाने वाला बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित को लेकर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। दिल्ली महिला आयोग और अदालत की तरफ से जांच के लिए नियुक्त की टीम ने जब वीरेन्द्र देव दीक्षित के करावल नगर और नांगलोई स्थित आश्रमों पर पर छापेमारी की तो कई और नई बातें सामने आईं। बाबा आश्रम की लड़कियों से कहा करता था कि उसके साथ सोने पर बुरे सपने नहीं आएंगे। इतना ही नहीं बाबा आश्रम की साधिकाओं से कहता था कि वो जितना उसके नजदीक आएंगे वो उतनी ही ‘लवली’ बनेंगी। वहीं वीरेंद्र देव दीक्षित के इंदौर आश्रम से छुड़ाई गई एक नाबालिग पीडि़ता ने बताया है कि बाबा के गुर्गे उन्हें एक पुडिय़ा खाने को देते थे जिसे खाने के बाद दिमाग काम करना बंद कर देता था। उसके बाद पहले बाबा फिर उनके गुर्गे बारी-बारी सामूहिक बलात्कार करते थे। विस्तार से जानिए पूरा मामला मानव तस्करी में लिप्त होने की आशंका डीसीडब्लू ने कहा कि इस आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि दीक्षित मानव तस्करी का गिरोह चलाने में संलिप्त हो। आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के साथ इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा नियुक्त वकील अजय वर्मा की एक डीसीडब्ल्यू टीम ने पूर्वी दिल्ली के करावल नगर और पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई स्थित दीक्षित के आश्रम में रहने वाले लोगों से बातचीत की। डीसीडब्ल्यू ने करावल नगर के आश्रम का हवाला देते हुए एक बयान में कहा, “बाबा के विजय विहार, रोहिणी और दूसरे आश्रमों की तरह यहां भी उसी हालत में छह लड़कियां बंधक के रूप में मिलीं। यह आश्रम बहुत छोटा था, माहौल जेल जैसा था।” इस तरह लड़कियों को वश में कर लेता था बाबा करावल नगर छापेमारी के दौरान पता चला है कि बाबा भ_ी प्रक्रिया से लड़कियों का ब्रेनवॉश कर उन्हें अपने वश में कर लेता था। इस प्रक्रिया के दौरान सम्मोहित कर उन्हें स्वर्ग का टिकट बुक करने का झांसा दिया जाता था। भ_ी प्रक्रिया में पाप को भस्म कर उन्हें नया पाप मुक्त जीवन देने की बात बताई जाती थी। इस सारी प्रक्रिया के दौरान बाबा खुद को भगवान बताता था।